बिहार के इन 2 जिलों में सबसे ज्यादा प्रवासी मजदूर, 2.75 का डेटा तैयार; ऐप से रजिस्ट्रेशन की तैयारी
बता दें राज्य सरकार द्वारा प्रवासी मजदूरों का डेटा तैयार किया जा रहा है। इसमें यह देखा जाएगा कि अन्य राज्यों में काम करने वाले मजदूरों की संख्या क्या है। किस राज्य में कितने मजदूर काम कर रहे हैं। मार्च 2025 से श्रम संसाधन विभाग द्वारा पंजीयन का काम शुरू किया गया है।

बिहार के दो लाख 75 हजार 424 प्रवासी मजदूरों का पंजीयन किया गया है। अबतक श्रम संसाधन विभाग द्वारा जिलावार कैंप लगा कर पंजीयन हो रहा था, लेकिन अब इसे ऑनलाइन किया जाएगा। प्रवासी मजदूर को अब पंजीयन के लिए गृह जिला आने की जरूरत नहीं होगी। जहां काम कर रहे हैं, वहीं से अपना पंजीयन श्रम संसाधन विभाग के एप पर करा सकेंगे। जल्द ही विभाग द्वारा इसकी व्यवस्था की जाएगी।
बता दें राज्य सरकार द्वारा प्रवासी मजदूरों का डेटा तैयार किया जा रहा है। इसमें यह देखा जाएगा कि अन्य राज्यों में काम करने वाले मजदूरों की संख्या क्या है। किस राज्य में कितने मजदूर काम कर रहे हैं। मार्च 2025 से श्रम संसाधन विभाग द्वारा पंजीयन का काम शुरू किया गया है। इससे पंजीयन और इससे संबंधित डाटा डाल दिया गया है।
ये होंगे फायदे
● राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ मिलेगा
● हर मजदूर की पूरी जानकारी विभाग के पास होगी
● प्रवासी मजदूर तक पहुंचना आसान होगा
दरभंगा और नवादा से सबसे ज्यादा प्रवासी मजदूर
दरभंगा और नवादा से सबसे ज्यादा प्रवासी मजदूर हैं। दरभंगा से 21 हजार 310 मजदूर तो नवादा से 20 हजार से अधिक प्रवासी मजदूर हैं। पटना जिला की बात करें तो आठ हजार से अधिक प्रवासी मजदूर अन्य राज्यों में हैं। राज्य के छह जिले ऐसे हैं जहां पर दस हजार से अधिक प्रवासी मजदूर अन्य राज्यों में हैं। सबसे कम शिवहर जिला से मात्र 16 सौ मजदूर ही बाहर कमाने जा रहे हैं।
श्रम अधीक्षक, पूनर्वास सह योजना पटना, नेहा आर्यन ने कहा कि प्रवासी मजदूर अब खुद अपना पंजीकरण कर सकेंगे। इसके लिए विभाग के एप को प्ले स्टोर पर डाला जाएगा। इस एप को डाउनलोड करके मजदूर खुद पंजीकरण करवा सकेंगे। बिहार के कितने मजदूर प्रवासी है, इसका डेटा तैयार हो रहा है।