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महाकुंभ में कल मौनी अमावस्या पर सबसे बड़ा स्नान, एक घंटा पहले अखाड़े पहुंचेंगे संगम

महाकुंभ के कल यानी बुधवार को मौनी अमावस्या पर सबसे बड़ा स्नान पर्व है। प्रशासन ने आम श्रद्धालुओं का ध्यान रखते हुए अखाड़ों के स्नान के समय में बदलाव किया है। मकर संक्रांति पर स्नान सुबह 6:15 बजे से शुरू हुआ था। सवा पांच बजे शिविर से निकलने की शुरुआत हुई थी।

Yogesh Yadav लाइव हिन्दुस्तान, महाकुम्भ नगर वरिष्ठ संवाददाताTue, 28 Jan 2025 12:30 AM
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महाकुंभ में कल मौनी अमावस्या पर सबसे बड़ा स्नान, एक घंटा पहले अखाड़े पहुंचेंगे संगम

महाकुंभ के कल यानी बुधवार को मौनी अमावस्या पर सबसे बड़ा स्नान पर्व है। प्रशासन ने आम श्रद्धालुओं का ध्यान रखते हुए अखाड़ों के स्नान के समय में बदलाव किया है। मकर संक्रांति पर स्नान सुबह 6:15 बजे से शुरू हुआ था। सवा पांच बजे शिविर से निकलने की शुरुआत हुई थी। इस बार चार बजे ही शिविर से निकलना शुरू हो जाएगा। मकर संक्रांति पर सुबह ही अत्याधिक श्रद्धालु आ गए थे। यह देखते हुए समय में बदलाव किया गया है। तय किया गया है कि इस बार अखाड़े और पहले स्नान करें और शुरुआती वक्त में हालात काबू में रहें। मौनी अमावस्या के अमृत स्नान पर सभी 13 अखाड़े स्नान के लिए जाएंगे जबकि प्रशासन को 10 करोड़ के आसपास श्रद्धालुओं के आगमन का अनुमान है।

ऐसे में व्यवस्थाओं को लागू करने के लिए तमाम बदलाव किए जा रहे हैं। इसमें जोनल प्लान, सुरक्षा व्यवस्था को लागू करने से लेकर तमाम बदलाव होंगे। इसी में एक है अखाड़ों के स्नान के समय में बदलाव। मकर संक्रांति पर महानिर्वाणी और अटल अखाड़ा सुबह 5:15 बजे शिविर से निकला था। वहीं इस बार अखाड़ा सुबह चार बजे ही शिविर से निकलेगा और सुबह 5:40 बजे तक स्नान पूरा कर लेगा।

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निर्वाणी अनि और निर्मोही अनि अखाड़ों के स्नान क्रम बदले

इस बार दिगंबर अखाड़ों में स्नान का क्रम भी बदला है। मकर संक्रांति पर निर्मोही अखाड़ा दिसंबर अखाड़ों में पहले स्नान को पहुंचा था और निर्वाणी अनि अखाड़ा सबसे बाद में आया था। इस बार निर्वाणी अनि को सबसे हपले और निर्मोही अनि को सबसे बाद में स्नान के लिए वक्त दिया गया है।

तीन बजे तक अखाड़ों का होगा स्नान

दोपहर तीन बजे तक अखाड़ों का स्नान पूरा हो जाएगा। इसका सीधा लाभ आम श्रद्धालुओं को होगा। उन्हें भी संगम स्नान का अवसर मिलेगा।

अमृत स्नान की समय सारिणी

महानिर्वाणी व अटल 4:00 बजे 5:00 बजे 40 मिनट 5:40 6:40

निरंजनी व आनंद 4:50 बजे 5:50 बजे 40 मिनट 6:30 7:45

जूना, आहवान और अग्नि 5:45 बजे 6:45 बजे 40 मिनट 7:25 8:30

निर्वाणी अनि 08:25 बजे 9.25 बजे 30 मिनट 9:55 10:55

दिगंबर अनि 9:05 बजे 10.05 बजे 50 मिनट 10:55 11:55

निर्मोही अनि 10:05 बजे 11.05 बजे 30 मिनट 11:35 12:35

नया उदासीन 11:00 बजे 12:00 बजे 55 मिनट 12:55 13:55

बड़ा उदासीन 12:05 बजे 13.05 बजे 60 मिनट 14:05 15:05

निर्मल 01:25 बजे 02:25 बजे 40 मिनट 05:05 03:55

दो दिन में तीन करोड़ से ज्यादा ने किया स्नान

महाकुम्भ के मुख्य स्नान पर्व मौनी अमावस्या से दो दिन पहले ही लाखों आस्थावान संगम में डुबकी लगाने को उमड़ पड़े। मौनी अमावस्या के अमृत स्नान से पूर्व दो दिनों (रविवार और सोमवार) को तीन करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम और उससे सटे गंगा के घाटों पर स्नान कर एक नया रिकॉर्ड बनाया है। रविवार को गणतंत्र दिवस पर जहां 1.74 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया था तो वहीं सोमवार को रात आठ बजे तक 1.55 करोड़ श्रद्धालु पावन डुबकी लगा चुके थे। इसमें दस लाख कल्पवासी भी शामिल हैं। रविवार तक 13.21 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके थे। इसमें सोमवार के आंकड़े जोड़ दें तो अब तक स्नान करने वालों की संख्या 14.76 करोड़ के पार पहुंच चुकी है।

प्रदेश सरकार ने मौनी अमावस्या पर दस करोड़ और पूरे महाकुम्भ के दौरान 45 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया है। सोमवार सुबह आठ बजे तक 46.64 लाख, दस बजे तक 53.29 लाख, 12 बजे तक 60.19 लाख, दो बजे तक 81.16 लाख, चार बजे तक 91.15 लाख, छह बजे तक 1.18 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया था।

पूरे दिन के आंकड़ें पर नजर दौड़ाएं तो हर घंटे औसतन पांच लाख लोगों ने संगम और महाकुम्भ क्षेत्र में बने 12 किलोमीटर लंबे घाट में पुण्य की डुबकी लगाई। चारों दिशाओं से श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला बना हुआ है। सड़कों पर जितनी दूर तक नजर जा रही है सिर ही सिर दिखाई पड़ रहे हैं। मेला क्षेत्र के चारों ओर सात से 12 किमी दूर चार पहिया गाड़ियों को रोक दिया जा रहा है। पार्किंग में गाड़ियां खड़ी करने के बाद लोग पैदल ही संगम की ओर बढ़े आ रहे हैं।