कायाकल्प से बदली आंगनबाड़ी की सूरत, बच्चों के लिए बना आकर्षण का केंद्र
Maharajganj News - महराजगंज। हिन्दुस्तान संवाददाता। जिले में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों को अब केवल पोषण या पढ़ाई

महराजगंज। हिन्दुस्तान संवाददाता। जिले में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों को अब केवल पोषण या पढ़ाई तक सीमित नहीं रखा गया, बल्कि उन्हें बच्चों के सर्वांगीण विकास का केंद्र बनाया जा रहा है। जिलाधिकारी के निर्देश पर पंचायतीराज विभाग ने पंद्रहवें व पांचवे वित्त के माध्यम जिले के 49 आंगनबाड़ी केंद्रों का व्यापक सुधार कार्य कर उन्हें रंग-बिरंगे, सुरक्षित और सुविधाओं से युक्त नवाचार युक्त केंद्रों के रूप में विकसित किया गया है। इन प्रयासों के बाद अब इन केंद्रों की तस्वीर पूरी तरह बदल गई है। बच्चों की संख्या में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो कि एक सकारात्मक संकेत है। केंद्र व राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप आंगनबाड़ी केंद्रों को बच्चों के लिए आकर्षक, सुरक्षित और ज्ञानवर्धक माहौल में ढालने का अभियान जिले में जोर पकड़ रहा है।
जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा के नेतृत्व और निगरानी में कायाकल्प योजना को जमीनी स्तर पर प्रभावशाली ढंग से उतारा गया है। उनका कहना है कि आंगनबाड़ी केंद्रों का विकास केवल भौतिक संरचना तक सीमित नहीं है, बल्कि यह बच्चों के भविष्य को संवारने की दिशा में एक ठोस कदम है। हमारा प्रयास है कि हर बच्चा अच्छे वातावरण में शिक्षा व पोषण प्राप्त करे। आधुनिक सुविधाओं से युक्त हैं नए केंद्र: नवीन रूप से विकसित इन 49 केंद्रों में साफ-सुथरे रंगीन भवन, शौचालय, सुरक्षित पेयजल, दीवारों पर शैक्षिक चित्र, खेलकूद सामग्री, पुस्तकें और बैठने की समुचित व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है। बच्चों के खेलने के लिए बाल वाटिका, स्लाइडर, झूले व अन्य खेल संसाधनों की भी व्यवस्था की गई है। इससे बच्चों में सीखने की रुचि बढ़ी है और केंद्रों में उपस्थिति दर में सुधार हुआ है। आंकड़े भी दे रहे उम्मीद की किरण: जिले में कुल 3164 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं, जिनमें छह माह से तीन वर्ष तक के 1 लाख 28 हजार 668 और तीन से छह वर्ष आयु वर्ग के 1 लाख 66 हजार 780 बच्चे पंजीकृत हैं। कायाकल्प योजना के तहत प्रारंभिक 49 केंद्रों को मॉडल के रूप में विकसित किया गया है। अन्य केंद्रों में भी क्रमिक सुधार किया जाएगा। पंद्रहवें व पंचम वित्त से हुआ कायाकल्प: जिला पंचायतीराज अधिकारी श्रेया मिश्रा ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर आंगनबाड़ी केंद्रों को बच्चों के लिए शिक्षाप्रद, स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए पंद्रहवें व पंचम वित्त के माध्यम से केंद्रों का कायाकल्प कराया गया है। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि कायाकल्प से आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को बेहतर वातावरण मिल रहा है। इससे शिक्षा सेवाओं की गुणवत्ता में भी निखार आ रहा है।
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