आस्था के सिर की तलाश के लिए गोताखोरों की टीम लगाई
Meerut News - मेरठ के दादरी गांव में हुई एक सनसनीखेज हत्या में 17 वर्षीय आस्था का सिर अभी तक बरामद नहीं किया जा सका है। उसकी मां और छोटे भाई ने प्रेम प्रसंग के चलते उसकी हत्या कर दी थी। पुलिस ने आरोपियों को...

मेरठ। दौराला के दादरी गांव में हुई सनसनीखेज हॉरर किलिंग की वारदात में मृतका आस्था का सिर पुलिस अभी तक बरामद नहीं कर पाई है। आस्था की सिर कटी लाश तो परतापुर के रजवाहे से बरामद हो गई थी, लेकिन आरोपियों ने सिर को भोला झाल पर फेंका था। अभी तक सिर बरामद नहीं हो सका है। मेरठ पुलिस ने गोताखोरों की टीम और बोट को गंगनहर में उतारा है। गाजियाबाद पुलिस और बुलंदशहर पुलिस से भी संपर्क किया गया है। मामले में पुलिस आरोपियों को रिमांड पर लेकर दोबारा पूछताछ कर सकती है। दादरी गांव में 17 वर्षीय किशोरी आस्था की प्रेम प्रसंग के चलते चार जून को मां राकेश देवी और 15 वर्षीय छोटे भाई ने मिलकर हत्या कर दी थी।
इसके बाद राकेश देवी ने परतापुर के महरौली निवासी अपने भाइयों कमल सिंह और समर सिंह को बुला लिया। कमल सिंह का बेटा मनजीत उर्फ मोनू और मौसेरा भाई गौरव निवासी गढ़मुक्तेश्वर भी दादरी पहुंचे। इसके बाद देर रात लाश को पहले परतापुर ले आए, यहां धारदार हथियार से आस्था का सिर काटकर धड़ रजवाहे में फेंक दिया। वहीं, कटे सिर को भोला झाल के पास नहर में फेंक दिया। पुलिस ने पूरे केस का खुलासा करते हुए आस्था की मां राकेश देवी, दोनों मामा समर सिंह व कमल सिंह निवासीगण महरौली, ममेरे भाई मनजीत सिंह निवासी महरौली और 15 वर्षीय छोटे भाई को गिरफ्तार किया। आस्था का हत्यारोपी मौसेरा भाई गौरव निवासी गढमुक्तेश्वर अभी फरार है। दूसरी ओर, पुलिस ने इस मामले में आस्था के पिता रमेश को भी साक्ष्य छिपाने की साजिश में आरोपी बनाया है। दूसरी ओर, गोताखोरों की टीम को सिर बरामद करने के लिए लगाया गया है। इसके अलावा एक बोट को भी लगाया गया है। पुलिस अधिकारियों का दावा है कि सिर नहीं मिला तो एसडीआरएफ की टीम की भी मदद ली जाएगी। फिलहाल पुलिस मृतका के डीएनए सैंपल का मिलान कराने की प्रक्रिया शुरू कर चुकी है और सैंपल को मिलान के लिए फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा।
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