संस्कार शिविर में बच्चों को दिया पंच परमेश्टि का ज्ञान
Meerut News - मेरठ के महावीर जैन मंदिर में चल रहे बाल संस्कार शिविर में बच्चों को पंच परमेश्टि का महत्व बताया गया। बच्चों को जैन धर्म के पंच परमेष्ठी के बारे में जानकारी दी गई, जिसमें अरिहंत, सिद्ध, आचार्य,...

मेरठ। महावीर जैन मंदिर कचहरी रोड में चल रहे बाल संस्कार शिविर में शनिवार को ज्ञान ले रहे बच्चों को पंच परमेश्टि का महत्व बताया। धर्मशिक्षा कक्षा में जैन धर्म के मूल सिद्धांतों की जानकारी देते हुए बच्चों से पूछा गया पंच परमेष्ठी कौन होते है, बच्चों को पंच परमेष्ठी की महिमा और उनका क्रम समझाते हुए बताया कि पंच परमेष्ठी पांच परम पूज्य व्यक्तित्व हैं, जिन्हें जैन धर्म में अत्यंत आदर के साथ नमस्कार किया जाता है। पहला अरिहंत जिन्होंने सारे कर्मों का नाश कर आत्मज्ञान प्राप्त किया। दूसरा सिद्ध वह आत्माएं जो मोक्ष प्राप्त कर चुकी हैं। तीसरा आचार्य सम्पूर्ण साधु संघ के प्रमुख।
चौथा उपाध्याय जो साधुओं को शास्त्रों की शिक्षा देते हैं और पांचवा साधु मुनि जो संयम और तपस्या के मार्ग पर चलते हैं। शिविर में बताया कि इन पंच परमेष्ठियों को स्मरण करते हुए ही हम णमोकार मंत्र का जाप करते हैं, जो जैन धर्म का सबसे पावन और शक्तिशाली मंत्र है। स्वीटी दीदी ने बच्चों को कहानियों के माध्यम से बच्चों को पंच परमेष्ठी के महत्व को समझाया। प्रतीक जैन ने बच्चों को पुरस्कार वितरण किया।
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