Police Bust Bullet Smuggling Gang Linked to Neeraj Bawana in Lal Kurti मेरठ में तीन कारतूस तस्कर गिरफ्तार, दिल्ली के नीरज बवाना गैंग से जुड़े तार, Meerut Hindi News - Hindustan
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मेरठ में तीन कारतूस तस्कर गिरफ्तार, दिल्ली के नीरज बवाना गैंग से जुड़े तार

Meerut News - लालकुर्ती पुलिस ने कारतूसों की तस्करी के गिरोह का भंडाफोड़ किया है। गिरोह के तीन बदमाश गिरफ्तार हुए हैं, जिनसे 234 कारतूस बरामद हुए हैं। इनका संबंध दिल्ली के नीरज बवाना गैंग से है। पुलिस मुख्य आरोपी...

Newswrap हिन्दुस्तान, मेरठMon, 12 May 2025 02:32 AM
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मेरठ में तीन कारतूस तस्कर गिरफ्तार, दिल्ली के नीरज बवाना गैंग से जुड़े तार

लालकुर्ती पुलिस और एसपी सिटी की स्वॉट टीम ने कारतूसों की तस्करी के खेल का भंडाफोड़ किया है। गैंग के तीन बदमाश गिरफ्तार किए हैं, इनके पास से 234 कारतूस बरामद हुए हैं। गिरोह के तार दिल्ली के नीरज बवाना गैंग से जुड़ रहे हैं। मुख्य आरोपी समेत पांच और लोगों के नाम सामने आए हैं, जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि गिरोह करीब डेढ़ साल से नॉन लीथल कारतूसों को लीथल में बदलकर सप्लाई कर रहा था। पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता के दौरान एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि शहर में लगातार निगरानी की जा रही थी।

इसी दौरान पुलिस ने तीन संदिग्धों को चेकिंग के लिए रोका। तलाशी में उनके पास से भारी संख्या में कारतूस बरामद हुए। पूछताछ में तीनों की पहचान शारिब निवासी सठला मवाना, उवैद खान निवासी मवाना और हैदर खान निवासी सठला मवाना के रूप में हुई। जांच में सामने आया कि यह तीनों कारतूस तस्कर हैं, जिनके तार दिल्ली के नीरज बवाना गैंग से जुड़े हैं। शारिब मवाना के मदरसे से हाफिज की पढ़ाई कर रहा है। उसके साथ उसका भाई शाकिर और जीजा कदीम भी कारतूस तस्करी से जुड़े हैं। शाकिर, कदीम, जोनी, अहद उर्फ राजा और भूरा के नाम भी सामने आए हैं, जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। गिरफ्तार आरोपियों के फोन लैब भेजे जा रहे हैं, ताकि डिलीट मैसेज रिकवर हो सकें। शूटिंग के ट्रैप इवेंट में प्रयोग होते हैं यह कारतूस एसपी सिटी ने बताया कि इस गिरोह के तार शूटिंग रेंज से जुड़ रहे हैं। जो कारतूस मिले हैं वह शूटिंग के ट्रैप इवेंट में प्रयुक्त होते हैं। बरामद 234 कारतूसों में 204 कारतूस 12 बोर और 30 कारतूस 315 बोर के हैं। यह गिरोह इन कारतूसों को खोलकर उसके छोटे छर्रे निकाल देता है और उनकी जगह साइकिल की गोलियों का प्रयोग करता है, जिससे वह घातक हो जाते हैं। 50 से 80 रुपये का कारतूस 200 रुपये में बेचते हैं। अहद की गिरफ्तारी खोलेगी राज पुलिस इस गिरोह के मुख्य सरगना अहद को पकड़ नहीं पाई है। अहद इन कारतूसों की व्यवस्था करता था। जितनी संख्या में कारतूस मिले हैं, उसे देखकर पता चलता है कि कोई शूटर भी इनके गिरोह का सदस्य है। कारतूस कौन उपलब्ध कराता था, किनको बेचे जाते थे। अभी तक कहां बेचे गए इन सभी सवालों के जवाब अहद की गिरफ्तारी से मिलेंगे।

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