Siblings Omakishan Yadav s Children Achieve Military Officer Ranks in Indian Army मेरठ : रोडवेज में लिपिक के बेटा-बेटी सेना में बनेंगे अधिकारी, Meerut Hindi News - Hindustan
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मेरठ : रोडवेज में लिपिक के बेटा-बेटी सेना में बनेंगे अधिकारी

Meerut News - भैंसाली डिपो मेरठ के ओमकिशन यादव के बेटे ओमांश और बेटी मीरा ने भारतीय सेना में अधिकारी बनने की सफलता हासिल की है। ओमांश ने सीडीएस में 16वीं और मीरा ने एनडीए में 179वीं रैंक प्राप्त की है। दोनों का...

Newswrap हिन्दुस्तान, मेरठThu, 12 June 2025 05:48 AM
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मेरठ : रोडवेज में लिपिक के बेटा-बेटी सेना में बनेंगे अधिकारी

भैंसाली डिपो मेरठ में रोडवेज के वरिष्ठ लिपिक ओमकिशन यादव के बेटा-बेटी भारतीय सेना में अधिकारी बनकर देशसेवा करेंगे। बेटे ओमांश यादव ने सीडीएस में 16वीं और बेटी मीरा यादव ने एनडीए में 179वीं रैंक पाते हुए इंटरव्यू एवं मेडिकल में सफलता पा ली है। मीरा यादव ने महिला वर्ग में राष्ट्रीय स्तर पर 15वीं रैंक हासिल की है। ओमांश यादव देहरादून और मीरा यादव पुणे में प्रशिक्षण हासिल करेंगी। ओमांश और मीरा परिवार से पहली बार सेना में शामिल हो रहे हैं और वह भी अधिकारी पद पर। मीरा योग ट्रेनर भी हैं और अपना यूट्यूब चैनल चलाती हैं। ओमांश सीएसआईएफ में सब इंस्पेक्टर पद पर चयनित होकर प्रशिक्षण पा रहे हैं।

ओमांश अब भारतीय सेना को ज्वाइन करेंगे। परिवार में चार बेटा-बेटी, दो सेना में मुल्तान नगर निवासी ओमकिशन यादव के एक बेटा और तीन बेटियां हैं। बेटे ओमांश यादव सबसे बड़े हैं। ओमांश ने डीयू से स्नातक किया। ओमांश एवं मीरा ने गोल्डन बेल शहीद मंगल पांडे इंटर कॉलेज से इंटर तक की पढ़ाई की। मूल रूप से लुहारा सराय बागपत निवासी ओमकिशन यादव के अनुसार मीरा परिवार में तीसरे नंबर पर हैं। उनका शुरुआत से ही भारतीय सेना में जाने का मन था। निरंतर योग एवं ध्यान का अभ्यास करने वाली मीरा ने चयन की सूचना सबसे पहले मां शीला यादव को दी। मीरा के अनुसार भाई ओमांश की प्रेरणा से वह इस मुकाम तक पहुंची हैं। मीरा के अनुसार आईटी कंपनी में अच्छा पैकेज तो मिल सकता है, लेकिन देश सेवा और सम्मान नहीं। सेना ना केवल देश सेवा का मौका देती है बल्कि सम्मान भी देती है। मीरा के अनुसार यदि लक्ष्य तय कर मेहनत की जाए तो कुछ भी असंभव नहीं है। ओमांश ने 24 और मीरा यादव ने 18 साल की उम्र में यह सफलता हासिल की है। ओमकिशन लुहारा सराय और मेरठ में निशुल्क योग प्रशिक्षिण शिविर चलाते हैं। ओम किशन के अनुसार उनके लिए यह गर्व, गौरव और खुशी की बात है कि परिवार से बेटा एवं बेटी दोनों भारतीय सेना के लिए सफल हुए हैं। एक बेटी बीटेक कर रही हैं, दूसरी 11वीं में बॉयोलॉजी की छात्रा हैं। ओमकिशन के अनुसार योग एवं ध्यान का दोनों बच्चों की सफलता में विशेष योगदान रहा। दोनों निरंतर योग-ध्यान करते हैं। इससे वे अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित रहे।

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