यूपी में सड़क हादसों की विवेचना का तरीका बदला, 3 या अधिक मौतों पर सीओ-एएसपी करेंगे जांच
अधिक मौतों वाले हादसे में एएसपी और सीओ देखेंगे कि एक्सीडेंट की मुख्य वजह क्या थी। रोड इंजीनियरिंग गड़बड़ थी या सड़क पर गड्ढे थे। या ओवर स्पीडिंग अथवा नशे में गाड़ी चलाने की वजह से हादसा हुआ। सीएम के निर्देश पर सड़क हादसों में 50 प्रतिशत कमी लाने के लिए यह पहल एडीजी ट्रैफिक के. सत्यनारायण ने की है।

यूपी में सड़क हादसों की वजह पता करने के लिए यातायात निदेशालय ने विवेचना सेल बनाया है। इसका प्रभारी डीआईजी ट्रैफिक को बनाया गया है। इसके साथ ही तीन या अधिक मौतों वाले हादसे की विवेचना एएसपी की निगरानी में सीओ करेंगे। अभी तक ऐसे हादसों की विवेचना भी सब इंस्पेक्टर अथवा हेड कांस्टेबिल कर रहे हैं।
एएसपी और सीओ अधिक मौतों वाले हादसे में देखेंगे कि एक्सीडेंट की मुख्य वजह क्या रही। रोड इंजीनियरिंग गड़बड़ थी अथवा सड़क पर गड्ढे थे या ओवर स्पीडिंग अथवा नशे में गाड़ी चलाने की वजह से हादसा हुआ। मुख्यमंत्री के निर्देश पर सड़क हादसों में 50 प्रतिशत कमी लाने के लिए यह पहल एडीजी ट्रैफिक के. सत्यनारायण ने की है। विवेचना सेल का आफिस पुलिस मुख्यालय में ही चतुर्थ तल पर बनाया गया है। डीआईजी ट्रैफिक अरविन्द कुमार इसके प्रभारी हैं। साथ ही एएसपी अनूप कुमार और सीओ सरोज कुमार भी इस सेल में हैं।
किस वजह से हुआ हादसा
विवेचना सेल यह देखेगा कि आखिर हादसे की मुख्य वजह क्या थी। हादसा किन परिस्थितियों में हुआ है। कहीं चालक नशे में तो नहीं था। रांग साइड और ओवर स्पीडिंग की वजह से तो वाहन नहीं भिड़े हैं। ऐसे ही रोड इंजीनियरिंग, चौराहे की डिजाइन और अन्य वजहों को भी देखा जाएगा। हादसों की वजह को लेकर विवेचना सेल अपनी रिपोर्ट तैयार करेगा। फिर इस रिपोर्ट पर ट्रैफिक और परिवहन विभाग के अफसरों के साथ विचार-विमर्श कर समाधान निकाला जाएगा।
यूपी सड़क दुर्घटना जांच योजना बनी थी
प्रदेश सरकार ने सड़क दुर्घटना जांच योजना- 2023 लागू की थी। इसके तहत प्रदेश में सड़क हादसे में तीन या अधिक मौत होने पर जांच समिति बनाई जाएगी। अब जरूरत महसूस हुई कि एक ऐसा सेल बनाया जाए जो लगातार ऐसे मामलों की वृहद मानीटरिंग करें।
क्या बोले एडीजी
एडीजी ट्रैफिक के.सत्यनारायण ने कहा कि विवेचना सेल के बनने से हादसों की वजह पता करने में काफी मदद मिलेगी। सड़क हादसों में 50 प्रतिशत कमी लाने के लक्ष्य को पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं।