मुस्कान-सौरभ और रजिया-नौशाद की कहानी में बस इतना फर्क; पढ़ें पत्नी के हाथों कत्ल की इनसाइड स्टोरी
- पति की गैरमौजूदगी में मुस्कान का अपने क्लासमेट रहे साहिल से अफेयर हुआ तो रजिया का भांजे रोमान से। सौरभ को भी लंदन से लौटने पर पत्नी ने अपनी अय्याशी में खलल मानते हुए प्रेमी की मदद से बेरहम मौत दी। रजिया ने भी दुबई से लौटने पर नौशाद का वैसा ही हश्र किया।

देवरिया की रजिया सुल्तान (उम्र 33 साल ) भी मेरठ की मुस्कान (उम्र 28 साल) जैसी निकली। पत्नी मुस्कान और उसके प्रेमी साहिल (उम्र 28 साल) के हाथों मारे गए सौरभ राजपूत (उम्र 29 साल) और पत्नी रजिया सुल्तान और उसके प्रेमी रोमान (उम्र 28 साल) और रोमान के दोस्त हिमांशु के हाथों कत्ल किए गए नौशाद (उम्र 35 साल) की कहानी भी मिलती जुलती है। सौरभ और नौशाद दोनों अच्छी तनख्वाह और उससे परिवार की बेहतर होने वाली जिंदगी के लिए विदेश गए थे। पति की गैरमौजूदगी में मुस्कान का अपने क्लासमेट रहे साहिल से अफेयर हुआ तो रजिया का भांजे रोमान से। सौरभ को भी लंदन से लौटने पर पत्नी ने अपनी अय्याशी में खलल मानते हुए प्रेमी की मदद से बेरहम मौत दी और रजिया ने भी दुबई से लौटने पर नौशाद का वैसा ही हश्र किया। फर्क सिर्फ इतना है कि मुस्कान-साहिल, सौरभ के कत्ल के बाद उसके शव के टुकड़े कर नीले रंग के ड्रम में सीमेंट से पैक कर घूमने के लिए उत्तराखंड चले गए, जबकि रजिया-रोमान और हिमांशु ने नौशाद को मारने के बाद कत्थई रंग के उसी के सूटकेस में उसकी लाश को पैक किया और करीब 50 किलोमीटर दूर एक खेत में फेंक आए।
फर्क ये भी है कि सौरभ की हत्या का खुलासा 20 दिन बाद तब हुआ जब सौरभ के भाई की पूछताछ से घबराई मुस्कान ने अपने मायके जाकर मां-बाप के सामने सारी सच्चाई उगल दी। वहीं रजिया-रोमान और हिमांशु ने सपने में भी नहीं सोचा था कि लाश मिलने चंद घंटों के अंदर उनका राज खुल जाएगा। रजिया तो लाश ठिकाने लगाने के बाद दोनों से हुई बात से इतनी निश्चिंत हो गई थी कि उसे लगने लगा था कि अब वो समाज को नौशाद के दुबई लौट जाने की जो कहानी सुनाएगी उस पर हर कोई एतबार कर लेगा। लेकिन हुआ ठीक उल्टा। वो कहते हैं कि जुर्म करने वाला कितना भी होशियार हो अपने पीछे कोई न कोई सबूत छोड़ ही देता है। रजिया-रोमान और हिमांशु ने सूटकेस में टैग और नौशाद के पासपोर्ट की फोटो कॉपी जैसे दो अहम सबूत गलती से छोड़ दिए थे। इन सबूतों के चलते पुलिस को नौशाद की शिनाख्त करने में देर नहीं लगी। पुलिस ने रजिया को गिरफ्तार कर लिया है जबकि उसके प्रेमी रोमान और वारदात में साथ देने वाले रोमान के दोस्त हिमांशु की तलाश में जुटी है।
पुलिस सीधे रजिया के घर पहुंची और पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया। यह बात और कि पूछताछ के दौरान रजिया ने पुलिस को उलझाने और घुमाने की भरपूर कोशिश की लेकिन पुलिस के सवालों के सामने आखिरकार टूट गई और सब कुछ उगल दिया। रजिया ने पुलिस को जो कहानी सुनाई उसके आधार पर सोमवार की दोपहर देवरिया के एसपी विक्रांत वीर ने प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर पूरे घटनाक्रम की जानकारी मीडिया को दी। अब तक सामने आई जानकारी के मुताबिक देवरिया के मईल थाना क्षेत्र के भटौली गांव का रहने वाला नौशाद दुबई में एक प्राइवेट कंपनी में काम करता था। वह 15 दिन की छुट्टी पर घर आया था। दो दिन बाद ही उसे वापस जाना था। नौशाद और रजिया की 2015 लव मैरेज हुई थी लेकिन नौशाद के बाहर जाने के बाद उसी गांव के रहने वाले उसके भांजे रोमान के साथ रजिया का अफेयर हो गया। गांववाले बताते हैं कि करीब एक साल पहले नौशाद ने दोनों को रंगे हाथों पकड़ लिया था। तब पंचायत में इस पर सुलह-सफाई हो गई थी। फिर नौशाद दुबई चला गया। नौशाद दुबई से वापस लौटा तो रजिया और रोमान को अपनी अय्याशी में खलल महसूस होने लगा। तभी दोनों ने उसे हमेशा के लिए रास्ते से हटाने का प्लान बना लिया। रजिया ने सोचा कि यदि हत्या के बाद नौशाद की शिनाख्त नहीं हुई और उसने सबको बता दिया कि वो दुबई लौट गया है तो किसी को कभी इस गुनाह के बारे में पता नहीं चल पाएगा।
कत्ल के वक्त दूसरे कमरे में सो रहे थे नौशाद के पिता और आठ साल की बेटी
नौशाद के कत्ल के वक्त उनकी आठ साल की मासूम बेटी और बुजुर्ग पिता उसी घर में दूसरे कमरे में सो रहे थे। उन्हें इस घटना का पता तब चला जब पुलिस घर आ गई। अब तक सामने आई बातों के अनुसार रजिया-रोमान और हिमांशु ने कत्ल में कुल्हाड़ी, मूसल और स्टील के चापड़ का इस्तेमाल किया। पुलिस ने ये सारी चीजें बरामद कर लीं। नौशाद को कई बार वार कर बड़ी बेरहमी से मौत के घाट उतारा गया। इसके बाद उसकी लाश को एक बैग में पैक करने का प्रयास किया गया लेकिन बैग छोटा होने की वजह से ऐसा नहीं हो सका। तब जल्दी-जल्दी नौशाद का ही बड़ा बैग खाली कर उसमें लाश पैक की गई। यह बैग नौशाद दुबई से लाया था। फिर भी बैग में नौशाद की पूरी लाश नहीं समा पाई। पैर बाहर रह गए तो कातिलों ने उसे बोरे से बांध दिया और उस पर बेड शीट लगा दी। रोमान और उसके दोस्त हिमांशु ने लाश को ठिकाने लगाने के लिए एक बोलेरो का इंतजाम किया था। इसी बोलेरो से लाश को लेकर वे 50 किलोमीटर दूर देवरिया के तरकुलवा थाना क्षेत्र के पकड़ी छापर पटकौली गांव में पहुंचे। रविवार की भोर में चार बजे के करीब उन्होंने वहां एक खेत में लाश को फेंक दिया। इसके बाद फोन करके रजिया सुल्तान को इसकी जानकारी दे दी। उधर, घर पर बिखरे खून की रजिया ने सफाई कर दी। रजिया ने अकेले ही घर को पूरी तरह से साफ किया।
नौशाद की बुआ की बेटी है रजिया
रजिया सुल्तान, नौशाद की बुआ की बेटी है। उसका मायका बलिया में है। नौशाद कुल तीन भाई थे। बड़े भाई भी दुबई में रहते हैं जबकि छोटा भाई मुंबई में रहता है। नौशाद ने डेढ़ साल पहले ही गांव से बाहर अपना मकान बनवाया था। उसकी गैरहाजिरी में रोमान का इस घर में आना-जाना हुआ और रजिया से उसका अफेयर शुरू हो गया। नौशाद के बुजुर्ग पिता कभी नौशाद के परिवार तो कभी उसके भाइयों के परिवार के साथ रहा करते थे।
कहां रहेगी नौशाद की मासूम बेटी
नौशाद का कत्ल हो गया और मां रजिया सुल्तान कत्ल के इल्जाम में जेल चली गई। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि अब नौशाद-रजिया की आठ साल की बेटी का क्या होगा? वह कहां रहेगी और उसकी पढ़ाई-लिखाई-परवरिश का जिम्मा कौन लेगा? घटना की सूचना पर रजिया की मौसी यानी नौशाद की दूसरी बुआ और नौशाद की बहन घटनास्थल पर पहुंची थीं। नौशाद की बहन ने मीडिया से कहा कि रजिया-रोमान और हिमांशु ने जो किया है उसके लिए उन्हें सजा-ए-मौत होनी चाहिए।
रोमान और हिमांशु की तलाश में जुटी पुलिस
नौशाद हत्याकांड में पुलिस ने उसकी पत्नी रजिया को गिरफ्तार कर लिया है जबकि उसके प्रेमी रोमान और वारदात में साथ देने वाले रोमान के दोस्त हिमांशु की तलाश में जुटी है। नौशाद के शव को खेत में फेंकने के बाद दोनों ने रजिया को फोन किया था। इसके बाद वे फरार हो गए।