गोरखपुर में एनआईए की छापेमारी, बैंकॉक से संदिग्ध लेन-देन में एक्शन; मनी लॉन्ड्रिंग का है शक
पन्नेलाल यादव का परिवार 30 वर्षों से थाईलैंड में कारोबार से जुड़ा है। इस छापेमारी का संबंध उनके विदेशी कारोबारी लेनदेन से हो सकता है। हालांकि,अभी तक एनआईए ने कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। इस छापेमारी का संबंध उनके विदेशी कारोबारी लेनदेन से हो सकता है।

यूपी के गोरखपुर में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने छापेमारी की है। शहर के आजाद चौक स्थित पन्नेलाल यादव नामक शख्स के यहां छापेमारी हुई है। माना जा रहा है कि मनी लॉन्ड्रिंग के शक में यह कार्रवाई की गई है। गोरखपुर के खजनी थाना क्षेत्र के रावतडाड़ी गांव में शनिवार तड़के 4 बजे एनआईए टीम पन्नेलाल यादव के घर पर पहुंची। करीब 6 घंटे से चल रही कार्रवाई में टीम ने गांव और शहर के मकान की गहन तलाशी ली। इस दौरान पन्नेलाल के बड़े भाई मुन्नीलाल यादव को हिरासत में लिया गया है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक टीम ने मुन्नीलाल यादव की निशानदेही पर गोरखपुर के आजाद नगर पूर्वी स्थित जीडीए कॉम्प्लेक्स के पास मकान पर भी गहन जांच की। पन्नेलाल यादव का परिवार पिछले 30 वर्षों से थाईलैंड में कारोबार से जुड़ा है। इस छापेमारी का संबंध उनके विदेशी कारोबारी लेनदेन से हो सकता है। हालांकि,अभी तक एनआईए ने कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। बताया जा रहा है कि टीम ने घर की गहन तलाशी ली और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, लेपटॉप, मोबाइल आदि की जांच की।
परिवार ने लगाया बदसलूकी का आरोप
पन्नेलाल यादव के भतीजे दीपक यादव ने मीडिया से बातचीत में कार्रवाई के दौरान बल प्रयोग का आरोप लगाया। परिवार घर में मौजूद महिलाओं के साथ कथित तौर पर अभद्र भाषा के इस्तेमाल का भी आरोप लगा रहा है। दीपक ने दावा किया कि 6 घंटे की कड़ी पूछताछ के बावजूद टीम को कोई ठोस सबूत नहीं मिला। पन्नेलाल के बड़े बेटे अमन यादव ने भी परिवार पर हुए कथित उत्पीड़न की शिकायत की। हालांकि इन आरोपों की पुष्टि नहीं हो सकी है। पुलिस ऐसी किसी बात से इनकार कर रही है। कार्रवाई के दौरान पूरे समय खजनी थाने की पुलिस भी टीम के साथ रही।
लखनऊ से आई विशेष टीम
छापेमारी का नेतृत्व लखनऊ से आई विशेष टीम ने किया, जिसके प्रमुख राजेश कुमार पांडेय थे। उनके साथ मनीष कुमार, वकील खान और खजनी के एसडीएम राजेश प्रताप सिंह सहित स्थानीय पुलिस मौजूद रही।