लखनऊ में ऑफिस खोल कई जिलों में बिछाया जाल, लखपती दीदी के नाम पर 1200 महिलाओं से ठगी
गोरखपुर की शाहपुर पुलिस की जांच में जालसाजी के सभी आरोपित बिहार के दरभंगा जिले के निकले हैं। बिहार पुलिस की मदद से उन्हें पकड़ने के लिए पुलिस ने कोशिश शुरू कर दी है। पीड़ित महिलाओं का आरोप है कि लखनऊ में ऑफिस खोलकर जालसाजों ने गोरखपुर ही नहीं, प्रदेश के कई जिलों से करोड़ों रुपये हड़पे हैं।

केंद्र सरकार की लखपति दीदी योजना के नाम पर गोरखपुर और आसपास के जिलों की 1200 से ज्यादा महिलाओं के झांसा देकर बिहार के जालसाजों ने ठगी की है। शाहपुर पुलिस की जांच में जालसाजी के सभी आरोपित बिहार के दरभंगा जिले के निकले हैं। बिहार पुलिस की मदद से अब उन्हें पकड़ने के लिए शाहपुर पुलिस की कोशिश शुरू कर दी है। पीड़ित महिलाओं का आरोप है कि लखनऊ में ऑफिस खोलकर जालसाजों ने गोरखपुर ही नहीं, प्रदेश के कई जिलों से करोड़ों रुपये हड़पे हैं।
शाहपुर पुलिस के मुताबिक, राप्ती नगर की सीमा यादव की तहरीर पर लखनऊ के एनबीसीएफडीसी सेक्टर ए के तीन आरोपियों मैनेजर राजेश उर्फ राजेश जायसवाल, असिस्टेंट लोन नोडल ऑफिसर रमेश चंद्र और गीता सैनी पर केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई है। जांच में पता चला है कि आरोपियों ने पता ठिकाना बदलकर लखनऊ में ऑफिस खोलकर ठगी की और पोल खुलने पर यहां से कहीं भाग गए। अब उनके मोबाइल नंबर भी बंद हैं, सीडीआर की मदद से अन्य सहयोगियों के बारे में भी पता लगाकर पुलिस टीम उनकी तलाश में जुट गई है।
सीमा यादव ने पुलिस को बताया कि हम लोग एक विज्ञापन के माध्यम से जालसाजों के संपर्क में आए। गोरखपुर के अलावा कुशीनगर, देवरिया, महराजगंज और सिद्धार्थनगर जिलों की महिलाएं भी जालसाजी का शिकार हुई हैं। सीमा यादव ने बताया कि फर्जी कंपनी के मैनेजर राजेश जायसवाल, असिस्टेंट लोन नोडल ऑफिसर रमेश चंद्र और गीता सैनी ने शहर में आकर मुझे सुपरवाइजर बनाया था। इसके अलावा मेरे नीचे चंद्रलेखा, अनीता चौधरी, सुशीला, अंजली साहनी, किरन, मीना, आशा, शालिनी, क्रान्ति, हिना, अनीता गुप्ता और हेवंता को लोन मित्र बनाया था। सभी की नौ-नौ हजार रुपये सैलरी भी तय हुई थी।
सीमा यादव के अनुसार, हम लोग चार ग्रुप बनाकर शहर और देहात क्षेत्र में घूम-घूमकर जरूरतमंद महिलाओं को योजना के तहत लोन दिलाने के लिए रजिस्ट्रेशन करते थे। इसके बदले उन्हें आई कार्ड देते थे। कार्ड पर पीएम मोदी की फोटो के साथ ही महिला की फोटो, मोबाइल नंबर, उम्र समेत अन्य विवरण लिखा हुआ है।
सीमा ने बताया कि पीपीगंज, सहजनवा, कैंम्पियरगंज, पिपराइच जंगल धूसड़, झुगियां, सिंघड़ियां, जंगल मातादीन भगवानपुर, बिचऊपुर के साथ ही कुशीनगर, देवरिया, महराजगंज और सिद्धार्थनगर की कुल 1200 महिलाओं से एक-एक हजार रुपये लेकर योजना का लाभ दिलाने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था। यह रकम एनबीसीएफडीसी के बैंक खाते में भेजे गए थे। मैनेजर ने बताया था कि 20 अप्रैल तक 12 सौ महिलाओं के खाते में लोन के एक लाख रुपये आ जाएंगे।
पिपराइच की दो महिलाओं ने भी दिया प्रार्थना पत्र
पुलिस ऑफिस में एसपी उत्तरी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव से मिलकर पिपराइच की दो महिलाओं ने भी प्रार्थना पत्र दिया है। दोनों महिलाओं का आरोप है कि पीएम की लखपति दीदी योजना के नाम पर लाभ दिलाने के लिए एक-एक लाख रुपये जमा कराए गए। इसी बीच मैनेजर समेत पूरी टीम के भागने की सूचना मिली। संपर्क नहीं होने पर कार्रवाई के लिए प्रार्थना पत्र दिया है।
क्या बोली पुलिस
एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि लखपति दीदी योजना के तहत महिलाओं से जालसाजी करने वाले आरोपितों की जानकारी जुटा ली गई है। उनकी तलाश की जा रही है जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।