बोले बेल्हा :बाबा बेलखरनाथ धाम में लगे हैंडपंप खराब, कैसे बुझे श्रद्धालुओं की प्यास
Pratapgarh-kunda News - बाबा बेलखरनाथ धाम, जो श्रद्धालुओं के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र है, यहां पानी, सफाई, शौचालय और पार्किंग जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। श्रद्धालु गर्मी में प्यासे रहते हैं और गंदगी के कारण असुविधा का...
दीवानगंज बाजार से तीन किलोमीटर दूर यहियापुर गांव स्थित ऊंचे टीले पर बना बाबा बेलखरनाथ धाम बेल्हा के ही नहीं बल्कि जौनपुर, सुलतानपुर, प्रयागराज, अमेठी व रायबरेली आदि जिलों के श्रद्धालुओं के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र बना है। सावन में यह कांवरियों से गुलजार रहता है। कांवर लेकर श्रद्धालु जल और दूध से बाबा का अभिषेक करने लिए आते हैं। किन्तु यहां सुविधाओं का अभाव है। आलम यह है कि श्रद्धालु को प्यास लग जाए तो हैंडपंप तक नहीं काम कर रहे हैं। जबकि यहां अधिकारियों से लेकर मंत्रियों तक का आना जाना लगा रहता है। बेलखरनाथधाम में पेयजल के लिए पांच इंडिया मार्का हैंडपम्प और पानी की दो टंकियां रखी गई हैं।
लेकिन पांच में से एक भी हैंडपंप पानी नहीं दे रहा है। इन पांच हैंडपंप के अलावा एक हैंडपंप मंदिर के भीतर लगा है। उसे कई बार चलाने पर पानी निकलता है किन्तु वह मंदिर के भीतर है इसलिए कई श्रद्धालु वहां तक नहीं जाना चाहते। टंकियों की टोंटियां टूट गई हैं और पानी बहता रहता है। इससे यहां आने वाले श्रद्धालु पानी के लिए दुकान से पानी खरीदने को मजबूर हो जाते हैं। किन्तु जिन श्रद्धालुओं के पास पानी की बोतल खरीदने के रुपये नहीं होते वे मन मसोसकर प्यास बर्दाश्त करने को मजबूर हो जाते हैं। घाट पर गंदगी बिखरी रहती है। इससे कई बार श्रद्धालुओं का मन खिन्न हो जाता है। सफाई व्यवस्था इतनी कमजोर है कि पानी में काई पड़ गई है। घाट नया बना है लेकिन सफाई न होने से वहां भी गंदगी फैली रहती है। हफ्ते में सिर्फ दो दिन शुक्रवार और सोमवार को सफाईकर्मी आता है। किन्तु नियमित सफाई न होने से गंदगी रहती है। श्रद्धालुओं की भीड़ खूब होती है लेकिन उनके बैठने तक का इंतजाम नहीं है। धर्मशाला है लेकिन वह जर्जर हालत में है। इसलिए श्रद्धालुओं को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। सई नदी किनाने स्थित बाबा बेलखरनाथधाम श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। इसका ऐसा स्वर्णिम इतिहास रहा है कि कई जिलों के लोग अपने कष्ट दूर करने यहां आते हैं। श्रद्धालुओं का विश्वास है कि बाबा बेलखरनाथ की कृपा से पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है। धाम में प्रत्येक सोमवार व शनिवार को मेला लगता है। धाम का प्राचीन नाम बल्विेश्वरनाथ धाम था। कहा जाता है कि प्राचीन काल में शिकार पर आए एक राजा को यहां पीपल के पेड़ के नीचे मिले सर्प ने बताया था कि उक्त स्थान पर भगवान बल्विेश्वन का वास है। तभी से वहां भगवान शिव की पूजा होने लगी। बताया जाता है कि यहां पर मंदिर का निर्माण नहीं हो पा रहा था। तब ब्रह्मर्षि शिवहर्ष ब्रह्मचारी ने भगवान की आराधना करते हुए अपनी तीन पीढ़ियों के साथ मिलकर मंदिर का निर्माण कराया। विश्वास किया जाता है कि यहां रुद्राभिषेक से काल सर्प दोष का भी नाश होता है। बाबा बेलखरनाथधाम में इतनी भीड़ होने के बावजूद एक भी शौचालय नहीं है। इससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं को बहुत परेशानी होती है। खासकर महिला श्रद्धालुओं को अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एक पुराना शौचालय था लेकिन घाट के निर्माण के दौरान उसे तोड़ा गया तो दोबारा नहीं बनाया गया। जबकि स्थानीय लोग भी कई बार इसके लिए मांग कर चुके हैं। बाबा बेलखरनाथ धाम में श्रद्धालुओं की संख्या चाहे जितनी अधिक हो लेकिन यहां सुरक्षा का कोई स्थायी इंतजाम नहीं किया गया है। प्रमुख धार्मिक पर्वों पर थाने से पुलिस बल तैनात किया जाता है। जबकि अन्य दिन यहां सुरक्षाकर्मी नजर नहीं आते। इससे श्रद्धालुओं को असुरक्षा महसूस होती है। शिकायतें 1-बाबा बेलखरनाथधाम में पेयजल का इंतजाम नहीं है। 2-धाम में पार्किंग की व्यवस्था न होने से दूर के श्रद्धालुओं को परेशानी होती है। 3-बाबा बेलखरनाथ धाम में हफ्ते में सिर्फ दो दिन सफाईकर्मी आते हैं। 4-धाम में श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए बनी धर्मशाला जर्जर हो चुकी है। 5-धाम में एक भी शौचालय न होने से श्रद्धालुओं को बहुत परेशानी होती है। सुझाव 1-बाबा बेलखरनाथ धाम में स्वच्छ पेयजल का इंतजाम होना चाहिए। 2-धाम में वाहन पार्किंग की व्यवस्था होनी चाहिए। 3-सफाईकर्मी रोज आने चाहिए और सफाई की गुणवत्ता बढ़ानी चाहिए। 4-जर्जर धर्मशाला का जीर्णोद्धार होना चाहिए। 5-श्रद्धालुओं के लिए पर्याप्त संख्या में शौचालय बनाए जाने चाहिए। जरा हमारी भी सुनिए.... बाबा बेलखरनाथ धाम में दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधाओं के अभाव में बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। न तो श्रद्धालुओं के ठहरने का कोई इंतजाम है और न ही वाहन खड़े करने के लिए पार्किंग की व्यवस्था है। इससे लोगों को परेशानी होती है। -सचिन सिंह धाम में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक भी शौचालय की व्यवस्था नहीं है। जो पुराना शौचालय था वह घाट के सौंदर्यीकरण की भेंट चढ़ गया है। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए यहां पर्याप्त संख्या में शौचालय बनने चाहिए। -ओम प्रकाश पुष्पजीवी यहां मुख्य मंदिर के बाहर पूरे परिसर में पांच इंडिया मार्का हैंडपंप लगाए गए हैं। लेकिन एक भी हैंडपंप पानी नहीं दे रहा है। पानी की जो दो टंकियां लगाई गई हैं उनकी टोंटी की मरम्मत न कराने से पानी बर्बाद हो रहा है। किन्तु इसे दुरुस्त कराने की तरफ किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। -शिव प्रसाद सिंह बाबा बेलखरनाथ धाम बहुत पवित्र धर्मस्थल माना जाता है। किंतु यहां सफाई की व्यवस्था चरमरा गई है। हफ्ते में सिर्फ दो दिन सफाईकर्मी आते हैं। इससे सफाई नहीं हो पाती और चारों ओर गंदगी बिखरी रहती है। पुजारियों ने कई बार सफाई व्यवस्था दुरुस्त कराने की मांग की किन्तु उनकी बात अनसुनी कर दी जा रही है। -शिव मूरत सिंह प्रमुख धार्मिक पर्वों को छोड़कर यहां सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं दिखता। जबकि यहां 100 किलोमीटर दूर तक के श्रद्धालु दर्शन और जलाभिषेक करने आते हैं। किन्तु उनकी सुरक्षा के लिए यहां कोई इंतजाम नहीं किया जा रहा है। इससे श्रद्धालुओं में असुरक्षा की भावना बनी रहती है। चोर उचक्कों व नशेड़ियों का भय परेशान करता है। -दयाशंकर सिंह बाबा बेलखरनाथ धाम पर पेयजल और सफाई की व्यवस्था बहुत दिन से कमजोर बनी हुई है। स्थानीय लोगों ने इसके लिए कई बार प्रयास किया। किंतु जिम्मेदार लोग इस तरफ ध्यान ही नहीं दे रहे हैं। इससे समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। जबकि इससे श्रद्धालुओं को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। -सूबेदार सिंह बाबा बेलखरनाथ धाम में पार्किंग की व्यवस्था न होने से बाइक और कार सवार लोग परेशान हो जाते हैं। बाइक वाले बंद दुकानों पर पार्किंग कर काम चला लेते हैं किंतु उन्हें वाहन चोरी का भय सताता रहता है। क्योंकि यहां सुरक्षा का भी कोई इंतजाम नहीं है। पार्किंग के अभाव में चार पहिया वाहन वालों को और परेशानी हो रही है। -अजय तिवारी बाबा बेलखरनाथ धाम में श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं किन्तु उनके ठहरने का यहां कोई इंतजाम नही है। एक धर्मशाला है लेकिन वह जर्जर है। इससे भोलेनाथ का दर्शन पूजन करने आने वाले श्रद्धालुओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। फिर भी न पुरानी धर्मशाला का जीर्णोद्धार हो रहा है न नया कोई इंतजाम हो रहा है। -माताफेर शर्मा श्रद्धालुओं के लिए बैठने तक का इंतजाम बाबा बेलखरनाथ धाम में नहीं किया गया है। जबकि यह जिले के श्रद्धालुओं के लिए ही नहीं बल्कि कई अन्य जिलों के श्रद्धालुओं का भी आस्था का प्रमुख केन्द्र रहा है। साइकिल से भी कई श्रद्धालु बहुत दूर-दूर से आते हैं। किन्तु उनके बैठने का भी कोई इंतजाम नहीं है। -कृष्ण प्रसाद सोनी बाबा बेलखरनाथ धाम में श्रद्धालुओं के रूप में कई वीआईपी भी आते हैं। किन्तु वे भी यहां की अव्यवस्थाओं के निस्तारण के लिए कोई प्रभावी प्रयास नहीं कर रहे हैं। इससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं को कई अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ रहा है। जबकि स्थानीय लोग अधिकारियों से मंत्रियों तक से समस्या के समाधान की मांग कर चुके हैं। -नंदन सोनी बाबा बेलखरनाथ धाम पर घाट भले ही नया बना दिया गया है किन्तु वहां सफाई की व्यवस्था बहुत कमजोर हो गई है। घाट पर इतनी गंदगी है कि धीरे-धीरे लोग वहां स्नान करना भी बंद करते जा रहे हैं। जबकि सफाई व्यवस्था दुरुस्त कर दी जाए तो यहां श्रद्धालुओं की भीड़ और बढ़ सकती है। -अवनीश सिंह बाबा बेलखरनाथ धाम आने वाले श्रद्धालुओं के लिए स्वच्छ पानी का पूरा इंतजाम होना चाहिए। लेकिन इस समय पड़ रही भीषण गर्मी में भी वहां लगे पांच हैंडपंप खराब पड़े हैं। पानी की टंकी की अधिकांश टोटियां काम नहीं कर रही हैं। टंकियों के आसपास सफाई न होने से गंदगी पड़ी रहती है। इससे श्रद्धालुओं को पेयजल की परेशानी झेलनी पड़ रही है। -आनंद शुक्ला बाबा बेलखरनाथ धाम जिले का प्रमुख धार्मिक स्थल है। यहां सफाई की व्यवस्था इतनी खराब है कि सबको परेशान करती है। पुजारी भी कई बार सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग कर चुके हैं। किन्तु इस पर कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हो रही है। इससे घाट से मंदिर परिसर के बाहर तक सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। -सूर्य नारायण मिश्र बाबा बेलखरनाथधाम में सई नदी किनारे पक्का घाट भले ही बन गया है लेकिन सफाई की कमी से वहां कोई बैठना नहीं चाहता। जबकि सफाई दुरुस्त हो जाए तो वह बहुत ही सकून देने वाला स्थान बन सकता है। लोग वहां बैठकर भगवान भोलेनाथ पर ध्यान लगा सकते हैं। किन्तु गंदगी के चलते वहां कोई बैठना ही नहीं चाहता है। -विपिन मिश्र इतने पवित्र और धार्मिक आस्था के केंद्र बाबा बेलखरनाथधाम में श्रद्धालुओं की सुरक्षा का कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किया गया है। इससे श्रद्धालुओं को वाहन पार्क करने से लेकर कई तरह की सुरक्षा चिंताएं घेरे रहती हैं। वहां की कमजोर सुरक्षा व्यवस्था देख श्रद्धालुओं को लगता ही नहीं कि वे इतने महत्वपूर्ण धर्मस्थल पर आए हैं। -श्रीनारायण पांडेय बाबा बेलखरनाथ धाम में श्रद्धालुओं के लिए वाटर कूलर तो दूर जो सामान्य हैंडपंप लगे उन्हें ही दुरुस्त नहीं कराया जा रहा है। पानी की टंकी की हालत भी ठीक नहीं है। सफाईकर्मी हफ्ते में सिर्फ दो दिन ही आते हैं। ऐसे में मंदिर परिसर की सफाई चुनौती बन गई है। -पुजारी राधेश्याम बाबा बेलखरनाथ धाम की वजह से कई जिलों के श्रद्धालु यहां आते हैं। इससे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलता है। यदि धाम में श्रद्धालुओं के लिए पर्याप्त इंतजाम कर दिए जांए तो धार्मिक पर्यटन को खूब बढ़ावा मिलेगा। जिसका फायदा स्थानीय दुकानदारों से लेकर जिले की अर्थव्यवस्था तक सभी को लाभ होगा। -कृष्ण प्रताप सिंह जिले के इतने प्रमुख धार्मिक स्थल पर पेयजल, शौचालय, पार्किंग, सुरक्षा आदि मूलभूत जरूरतों पर ध्यान देते हुए पर्याप्त इंतजाम किए जाने चाहिए। ताकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को भगवान भोलेनाथ के दर्शन पूजन में किसी तरह की परेशानी न महसूस हो। -अरुण प्रताप सिंह बोले जिम्मेदार पौराणिक स्थल बाबा बेलखरनाथ धाम पर पेयजल की उपलब्धता के लिए बीडीओ को निर्देशित कर दिया गया है। धाम की शेष समस्याओं की जानकारी कर शीघ्र समाधान किया जाएगा। तनवीर अहमद, एसडीएम पट्टी
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