प्रयागराज में दबंगों ने मजदूरी के बहाने बुलाकर की दलित युवक की हत्या, शव भी जलाया
प्रयागराज में शनिवार देर रात एक दलित युवक की बेरहमी से हत्या के बाद उसका शव जला दिया गया। रविवार सुबह उसका अधजला शव मिला। जानकारी होने पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल में जुट गई। परिजनों ने 7 लोगों के खिलाफ तहरीर दी है।

यूपी के प्रयागराज से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां शनिवार की देर रात एक दलित युवक की बेरहमी से हत्या के बाद उसका शव जला दिया गया। रविवार सुबह उसका अधजला शव मिला। जानकारी होने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। उधर, परिजनों ने सात लोगों पर मामला दर्ज कराया है।
ये घटना यमुना नगर के करछना थाना क्षेत्र के इटौरा गांव का है। सहायक पुलिस आयुक्त वरुण कुमार ने बताया कि रविवार सुबह सूचना मिली कि असौटा गांव में एक बाग में अधजला शव मिला है जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने उसकी पहचान 35 साल के देवी शंकर के रूप में की। मृतक के पिता द्वारा दी गई तहरीर में शंकर की हत्या का आरोप दिलीप सिंह और अन्य पर लगाया गया है। शिकायत में कहा गया कि दिलीप ने शंकर को गेहूं की ढुलाई के लिए बुलाया था।
पुलिस के मुताबिक शिकायत के आधार पर कुल सात लोगों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। जबकि छह लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। वहीं, शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। वहीं, फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्रित किए। पुलिस उपायुक्त (यमुना नगर) विवेक चंद्र यादव ने बताया कि शंकर की हत्या कर उसका शव भी जलाने का प्रयास किया गया था। आरोप है क शंकर जिस शख्स के घर पर मजदूरी करने गया था उसी ने उसे मौत के घाट उतार दिया।
दलित की हत्या पर मायावती ने जताया दुख
इस हत्याकांड को लेकर बसपा प्रमुख मायावती ने भी दुख प्रकट किया है। उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा कि सामंती तत्वों द्वारा एक दलित की गई हत्या की घटना अति-दुखद और चिंतनीय है। प्रदेश में बेलगाम हो रहे ऐसे आपराधिक, असमाजिक व सामंती तत्वों के खिलाफ सरकार ज़रूर सख्त कार्रवाई करके कानून के राज को कायम करे। साथ ही, संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहेब डा.भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा के अनादर की घटनाओं को भी सरकार पूरी गंभीरता से ले और समाज में तनाव एवं हिंसा पैदा करने वाले ऐसे गुनहगारों के विरुद्ध सरकार सख़्त कार्रवाई करे। ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृति रूक सके।