फतेहपुर ट्रिपल मर्डर केस में थानेदार समेत दो पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज, SIT करेगी जांच
फतेहपुर में हुए तिहरे हत्याकांड की जांच के लिए एसआईटीगठित कर दी गई है। एएसपी के नेतृत्व वाली एसआईटी में सीओ और क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर समेत सात पुलिसकर्मी शामिल हैं। इसके अलावा शनिवार को एसपी ने लापरवाही पर थानेदार और हल्का इंचार्ज को निलंबित कर दिया है।

फतेहपुर के हथगाम थाना क्षेत्र के अखरी गांव में मंगलवार सुबह हुए तिहरे हत्याकांड की जांच के लिए एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) गठित कर दी गई है। एएसपी के नेतृत्व वाली एसआईटी में सीओ और क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर समेत सात पुलिसकर्मी शामिल हैं। इसके अलावा शनिवार को एसपी ने लापरवाही पर थानेदार और हल्का इंचार्ज को निलंबित कर दिया है। घटना के दिन मौके पर पहुंचे एडीजी ने भी थानेदार पर नाराजगी जताई थी। माना जा रहा कि और भी पुलिसकर्मियों पर गाज गिर सकती है।
मंगलवार सुबह अखरी गांव में चुनावी रंजिश में प्रधान पुत्र एवं भाकियू के जिला उपाध्यक्ष विनोद सिंह उर्फ पप्पू, उनके बेटे अभय सिंह और भाई अनूप सिंह की गांव के बाहर गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने मृतक अनूप की पत्नी मनीषा की तहरीर पर गांव के ही पूर्व प्रधान सुरेश सिंह उर्फ मुन्नू सिंह, उसके दो बेटों पीयूष, भूपेंद्र और गांव के विपुल सिंह, सज्जन सिंह व विवेक उर्फ पाठक पासी निवासी तहिरापुर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। लंबे समय से दोनों पक्षों में चली आ रही रंजिश और कई बार मारपीट होने के बाद भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की थी। इसके बाद हत्याकांड हो गया।
इसमें पुलिस की लापरवाही मानते हुए एसपी धवल ने थानेदार निकेत भारद्वाज और हल्का इंचार्ज रविंद्र सिंह को निलंबित कर दिया। उधर, परिजनों और भाकियू नेताओं ने बुधवार को शव रखकर एसआईटी जांच की मांग की थी। इसके चलते एसआईटी गठित कर दी गई है।