इतने बड़े हादसे के बाद भी सबक नहीं ले रहा शिक्षा निदेशालय
Prayagraj News - प्रयागराज के शिक्षा निदेशालय में आग लगने की घटना एक बार फिर हुई है। जर्जर तारों के कारण कार्यालय में आग लगी, जिसमें 5000 से अधिक महत्वपूर्ण फाइलें जल गईं। कर्मचारियों का कहना है कि शॉर्ट सर्किट और...

प्रयागराज। शिक्षा निदेशालय भवन में आग लगने की पहली घटना नहीं है। इसके पहले भी अगलगी की घटनाएं हो चुकी हैं।कार्यालयों में लगातार आग लगने की घटनाओं के बाद भी शिक्षा निदेशालय में जर्जर तारों के भरोसे बिजली सप्लाई जारी रही। कार्यालय में आग लगने के 24 घंटे बाद भी परिसर के तारों से चिंगारी निकल रही थी। कर्मचारियों का कहना था कि जर्जर तारों के शॉर्ट करने और चिंगारी निकलना आम बात हो गई है। शिक्षा निदेशालय के भूतल में रविवार सुबह तीन कमरों में आग लगी थी। आग में सामान्य प्रभाग प्रथम व द्वितीय में अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों की पांच हजार से अधिक महत्वपूर्ण फाइलें जलकर राख हो गईं। वहीं केंद्रीय रसीद अनुभाग व लेखा अनुभाग में भी रखी फाइलें जल गईं। प्रथम दृष्टया शॉर्ट सर्किट को आग की वजह बताया गया है। हालांकि जांच के लिए पांच सदस्यीय समिति गठित कर दी गई है। इधर, निदेशालय के अधिकतर विभागों व कक्षों में जर्जर बिजली के तार भविष्य में भी ऐसी घटनाओं का संकेत दे रहे हैं। जिन कमरों में आग लगी थी, उससे चंद कदम दूर बिजली की मेन बोर्ड से सोमवार दोपहर भी चिंगारी निकल रही थी। पूरे भवन में जगह-जगह कटे तारों में खुला जोड़ दिखा। कर्मचारियों ने बताया कि डर के साये में काम करना पड़ता है। हमेशा तारों के शॉर्ट होने से चिंगारी निकलती रहती है। दावा किया जा रहा है कि तीन साल पहले परिसर में केबिल बदले गए। अब आग लगने की जांच हो रही है। 15 दिन में रिपोर्ट मांगी गई है।
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