लोको पायलट को बड़ी राहत: अब हर स्टेशन का समय नोट करना नहीं होगा जरूरी
Prayagraj News - उत्तर मध्य रेलवे ने 9092 सहायक लोको पायलटों के लिए ट्रेन संचालन के दौरान समय दर्ज करने की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया है। अब उन्हें केवल महत्वपूर्ण जानकारियाँ जैसे तकनीकी खराबी और गति प्रतिबंध ही...

प्रयागराज। उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) के 9092 सहायक लोको पायलटों (एएलपी) को अब ट्रेन संचालन के दौरान हर स्टेशन पर समय दर्ज करने की आवश्यकता नहीं होगी। रेल मंत्रालय ने ‘कागजी कार्यवाही कम करने की समिति की सिफारिशों को लागू करते हुए यह बड़ा फैसला लिया है, जिससे प्रयागराज, झांसी और आगरा मंडलों के हजारों एएलपी को सीधा लाभ मिलेगा। इस फैसले से प्रयागराज मंडल के 5352, झांसी मंडल के 2459 और आगरा मंडल के 1281 एएलपी को राहत मिलेगी, जिनमें 656 महिला एएलपी भी शामिल हैं। अब उन्हें केवल निर्धारित ठहराव, लोकोमोटिव की तकनीकी खराबी, असामान्य ठहराव और गति प्रतिबंध जैसी महत्वपूर्ण जानकारियां ही दर्ज करनी होंगी।
पहले हर स्टेशन पर समय दर्ज करना जरूरी था, जिससे एएलपी और लोको पायलट के बीच समन्वय में बाधा आती थी और इससे मानसिक दबाव भी बढ़ता था। नए दिशा-निर्देशों से चालक दल की ड्यूटी डायरी का प्रारूप सरल कर दिया गया है और ऊर्जा खपत से जुड़ी प्रविष्टियां हटा दी गई हैं। रेलवे बोर्ड ने इस संबंध में सभी जोनल मुख्यालयों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) स्तर पर इन आदेशों के कार्यान्वयन की जिम्मेदारी तय की गई है। साथ ही, कुछ जोनल रेलवे में डिजिटल डायरी सिस्टम को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू करने की योजना भी बनाई गई है। नॉर्थ सेंट्रल रेलवे एम्प्लॉइज यूनियन ने इस कदम का स्वागत करते हुए कहा है कि इससे एएलपी अब सुरक्षा और परिचालन पर बेहतर फोकस कर सकेंगे।
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