रामजी लाल सुमन अपनी सुरक्षा स्वयं करें, बृजभूषण शरण सिंह बोले- सपा सांसद की सिक्योरिटी वापस ले सरकार
पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने सपा सांसद रामजी लाल सुमन पर निशाना साधते हुए कहा कि जिन लोगों के कारण समाज में तनाव पैदा होता हो, वे चाहे हिन्दू बयानवीर हों या मुसलमान, इन बयानवीरों को सरकारी सुरक्षा नहीं दी जानी चाहिए। जो बयान देता है, वह अपनी सुरक्षा स्वयं करे।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व सांसद और बृजभूषण शरण सिंह ने सोमवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के राज्यसभा सदस्य रामजी लाल सुमन पर निशाना साधते हुए कहा कि धर्म, जाति या महापुरुषों के नाम पर समाज में तनाव फैलाने वाले ऐसे 'बयानवीर' को सरकारी सुरक्षा का लाभ नहीं मिलना चाहिए। सोमवार को बिश्नोहरपुर स्थित अपने आवास पर सिंह ने रामजीलाल सुमन के राणा सांगा पर दिए गए बयान को 'सोची-समझी राजनीति' करार दिया और कहा कि अब सरकार को स्पष्ट नीति बनानी होगी कि किसे सुरक्षा दी जाए और किसे नहीं। कहा कि सुमन को अपनी सुरक्षा खुद करनी चाहिए।
पूर्व सांसद ने कहा कि ये जो बयानवीर हैं, वे किसी धर्म के खिलाफ, मजहब के खिलाफ, जाति के खिलाफ या किसी के व्यक्तिगत जीवन के बारे में अनावश्यक टिप्पणी करते हैं और फिर उससे तनाव पैदा होता है, ऐसे में केंद्र एवं उत्तर प्रदेश सरकार को इनको कम से कम सरकारी सुरक्षा नहीं देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के कारण समाज में तनाव पैदा होता हो, वे चाहे हिन्दू बयानवीर हों या मुसलमान, इन बयानवीरों को सरकारी सुरक्षा नहीं दी जानी चाहिए। जो बयान देता है, वह अपनी सुरक्षा स्वयं करे।
उन्होंने कहा कि आज कुछ लोग महापुरुषों की छवि धूमिल कर समाज में टकराव पैदा कर रहे हैं जो खतरनाक प्रवृति है और इससे राष्ट्रीय एकता पर सीधा प्रहार होता है। उन्होंने कहा कि बयानवीरों की यह फौज जब तक राजनीतिक संरक्षण पाती रहेगी, तब तक समाज में तनाव का जहर फैलता रहेगा।
गौरतलब है कि रामजी लाल सुमन ने राज्यसभा में राणा सांगा पर जो बयान दिया था उसे लेकर क्षत्रिय संगठनों ने जबरदस्त आक्रोश जताया है। 26 मार्च को सुमन के घर पर करणी सेना ने हमला भी किया था। 12 अप्रैल को भी सुमन के घर पर कूच का ऐलान करते हुए राणा सांगा की जयंती के नाम आगरा में सम्मेलन किया गया। हालांकि भारी पुलिस फोर्स के कारण करणी सेना इसमें सफल नहीं हो सकी थी।