पीएचसी में कहीं डॉक्टर नहीं तो कहीं बंद मिला दरवाजा
Rampur News - मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले का आयोजन कागजों तक ही सीमित रह गया है। कई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सक मौजूद नहीं थे, जिससे मरीजों को लाभ नहीं मिल सका। शहजादनगर और पटवाई पीएचसी में डाक्टरों की...

मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले का आयोजन अब कागजों में ही सिमट कर रह गया है। शहर से लेकर गांव तक जन आरोग्य मेलों में चिकित्सक तो पहुंच ही नहीं रहे हैं। केंद्र का अन्य स्टाफ मरीजों को दवा बांट रहा है। ऐसे में लोगों को जन आरोग्य मेला का लाभ नहीं मिल पा रहा है। रविवार को जिले भर में 38 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला का आयोजन हुआ था। इसमें संबंधित स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्साधिकारी, डाक्टर, वार्ड ब्वाय से लेकर अन्य स्टाफ की सुबह में 10 बजे से दोपहर में दो बजे तक की ड्यूटी रहती है।
जिले भर में हमेशा की तरह रविवार को भी जन आरोग्य मेला कागजों में सिमटा नजर आया। कई जगह तो सुबह दस बजे तक स्वास्थ्य केंद्र का ताला नहीं खुला। शहर में नगरीय स्वास्थ्य केंद्र पर लगे जन आरोग्य मेले में मरीज नजर ही नहीं आए और ओपीडी रजिस्टर में मरीजों की लंबी सूची दर्ज रही। शहजादनगर पीएचसी पर नहीं थे चिकित्साधिकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शहजादनगर में जन आरोग्य मेला का आयोजन केवल खानापूर्ति तक सिमटा। यहां पर चिकित्साधिकारी की कुर्सी खाली पड़ी थी। जानकारी करने पर स्टाफ ने बताया कि चिकित्साधिकारी ईद की छुट्टी पर गए हुए हैं। आश्चर्य इस बात से हुआ कि उनके स्थान पर किसी अन्य डाक्टर की यहां ड्यूटी भी नहीं लगाई गई थी। ऐसे में मरीजों को देखेगा कौन, इस सवाल का स्टाफ के पास जवाब नहीं था। सुबह 10.36 तक बंद था पटवाई का स्वास्थ्य केंद्र पटवाई। स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सुबह 10.36 बजे तक बंद था। यहां पर एक मरीज खड़ा था जो स्वास्थ्य केंद्र बंद होने पर वापस लौट गया। जानकारी की तो मालूम हुआ कि इस स्वास्थ्य केंद्र पर कभी भी स्टाफ समय से नहीं बैठता है। इस वजह से मरीजों को उपचार कराने में परेशानी होती है। हालांकि, दोपहर 12 बजे तक यहां डाक्टर बैठ चुके थे और मरीजों ने डाक्टर को दिखाकर परामर्श लिया। बुखार और त्वचा रोगियों की अधिक रही संख्या आंकड़ों के अनुसार जन आरोग्य मेला में बुखार और त्वचा रोगियों की संख्या अधिक रही। मेले में कुल 1685 मरीज पहुंचे थे। इनमें बुखार के 130 रोगी उपचार को पहुंचे। 320 रोगी त्वचा से जुड़ी समस्याओं के थे। मेला में 222 बच्चों का भी उपचार किया गया है। सभी डाक्टरों को मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला में समय पर बैठकर मरीजों को देखने के दिशा-निर्देश हैं। जो डाक्टर या स्टाफ इसमें लापरवाही कर रहा है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पटवाई और शहजादनगर पीएचसी पर डाक्टर न होने की मुझे जानकारी नहीं है। -डा.एसपी सिंह, सीएमओ। मेला की स्थिति एक नजर कुल मरीज-1685 पुरुष-702 महिला-761 बच्चे-222 बुखार-130 त्वचा-320
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