Revival of Aril River A Historic Transformation from Fear to Hope कभी बदमाशों की थी शरणस्थली, अब सिंचाई में सहायक बनेगी अरिल नदी, Rampur Hindi News - Hindustan
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कभी बदमाशों की थी शरणस्थली, अब सिंचाई में सहायक बनेगी अरिल नदी

Rampur News - अरिल नदी को पुनर्जीवित करने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। यह नदी पहले बदमाशों की शरणस्थली थी, लेकिन अब इसके अस्तित्व को वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। डीएम ने काम का निरीक्षण किया और किसानों को...

Newswrap हिन्दुस्तान, रामपुरSat, 14 June 2025 05:12 AM
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कभी बदमाशों की थी शरणस्थली, अब सिंचाई में सहायक बनेगी अरिल नदी

अरसे पहले सूख चुकी अरिल नदी को पुनर्जीवित करने का काम युद्धस्तर पर छिड़ चुका है। अरिल नदी के नाम के साथ ही इसके जुड़े मामले ताजा हो गए हैं। कई जिलों में बहने वाली अरिल नदी का नाम कभी खौफ से जोड़ा जाता था। दरअसल, सूख कर कंटीले पेड़-झाड़ियां उगने के कारण यह अरसे तक बदमाशों की शरणस्थली रही। बियांबान जंगली क्षेत्र में लोग जाने से खौफ खाते थे। रामपुर के शाहबाद में पड़ोसी जिले बदायूं, बरेली, मुरादाबाद और संभल की सीमा के चलते बदमाश कहीं भी वारदात के बाद दूसरे जिले की सीमा में अरिल नदी में जाकर छुप जाते थे।

शाम होते ही खौफ के चलते लोग वहां से गुजरने में गुरेज करते थे। लूटपाट आम बात थी। पुलिस सीमा विवाद में फंसी रह जाती थी। हालांकि डायल-112 और सत्ता बदलाव के बाद वहां वारदात थमीं और अरिल नदी का नाम खौफ से अलग होता चला गया। अब जब अरिल नदी का अस्तित्व वापस लाने की कोशिश हो रही है। तो एक बारगी फिर से लोगों की जुबां पर पुराने किस्से लौट आए हैं। अरिल नदी में इन टॉप बदमाशों का रहा डेरा: अरिल नदी में टॉप के बदमाशों का डेरा रहा। पुराने लोगों की माने तो ये हथियारधारी बदमाशों से टकराने में पुलिस के भी पसीने छूटते थे। पुलिस भी अरिल नदी के जंगल में अंधेरे में पहुंचने से कतराती थी। लोगों के मुताबिक इल्यास, हरिगिरी, तेजा, मुनीमा, सहित कई टॉप बदमाशों की गैंग अरिल नदी में सक्रिय रही। डीएम ने देखा अरिल नदी में चल रहा काम: शाहबाद। हर संबंधित जिले में अरिल नदी को पुनर्जीवित करने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। शुक्रवार काे रामपुर डीएम जोगिंदर सिंह ने मौके पर पहुंचकर काम का जायजा लिया। अधीनस्थों को खास निर्देश जारी किए। नदी की खुदाई के साथ ही नदी किनारे पैदल पटरी और वृक्षारोपण काम तेजी से चल रहा है। किसानों की होगी बल्ले-बल्ले, सिंचाई के जरिए मिलेंगे: शाहबाद। अरिल नदी की खुदाई शुरू होने से किसानों की बांछें खिल उठी हैं। नदी अस्तित्व में आते ही उनकी बल्ले-बल्ले शुरू हो जाएगी। 15 किमी की की दूरी में शाहबाद तहसील क्षेत्र के तीन ग्राम पंचयात खंजीपुरा, नादरगंज, भगवतीपुर में काम चल रहा है। किसानों को सिंचाई में फायदा होगा। पर्यावरण भी स्वस्थ होगा।

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