भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच यूपी में रेड अलर्ट, मेरठ जोन में डेढ़ हजार से ज्यादा बवालियों पर पुलिस की नजर
भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच यूपी में रेड अलर्ट घोषित किया गया है। पुलिस-प्रशासन समेत तमाम आपातकालीन सुविधाएं देने वाले विभागों की तैयारी परखी जा रही है।

भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच यूपी में रेड अलर्ट घोषित किया गया है। पुलिस-प्रशासन समेत तमाम आपातकालीन सुविधाएं देने वाले विभागों की तैयारी परखी जा रही है। पिछले 10 साल में मेरठ जोन में चिह्नित उपद्रवियों और बवालियों पर पुलिस ने निगरानी बढ़ा दी है, ताकि स्थानीय स्तर पर माहौल खराब न होने पाए। निर्देश दिया गया है जैसे ही कोई बवाली सक्रिय हो तुरंत मुचलका पाबंद कर निरुद्ध किया जाए। सोशल मीडिया पर भी निगरानी बढ़ा दी गई है।
भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव है। यूपी में भी रेड अलर्ट किया गया है। तमाम पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों को चौकसी बढ़ाने का आदेश दिया है। सोशल मीडिया के अलावा बवालियों पर भी निगरानी बढ़ा दी गई है। पूर्व में हुई दो पक्षों की भिड़ंत और अन्य घटनाओं में जिन आरोपियों के नाम सामने आए थे, उन्हें इस लिस्ट में शामिल किया है। पिछले 10 साल में चिह्नित करीब डेढ़ हजार बवालियों को रडार पर लिया है। इन सभी का थानावार सत्यापन और हिदायत देने का आदेश दिया गया है। इसके अलावा इनके मोबाइल नंबर भी लिस्ट बनाकर अपडेट किए जा रहे हैं। अपराधिक रिकार्ड पता किया जा रहा है। आदेश दिया गया है कि स्थिति बिगड़ने पर सभी को मुचलका पाबंद किया जाए।
मेरठ, सहारनपुर और मुजफ्फरनगर में सबसे ज्यादा चिन्हित
मेरठ, सहारनपुर और मुजफ्फरनगर में सबसे ज्यादा बवाली चिह्नित किए गए हैं। इनकी लिस्ट बनाई गई है। इन जिलों में खासतौर पर एहतियात बढ़ाई गई है। वेस्ट यूपी में इन जिलों में एसटीएफ, एटीएस और इंटेलीजेंस टीम को सक्रिय किया गया है। बुलंदशहर पर भी खुफिया विभाग की नजर है। मेरठ रेंज डीआईजी कलानिधि नैथानी ने बताया, सोशल मीडिया पर पुलिस लगातार निगरानी कर रही है। वहीं पूर्व में चिह्नित उपद्रवियों और बवालियों पर सख्ती बढ़ा दी है, ताकि कोई अफवाह न फैला पाए। इस दौरान पुलिस को निर्देश है कि हर छोटी सूचना पर तुरंत संज्ञान लेकर कार्रवाई करें।