संभल हिंसा: जांच आयोग ने 2 दिनों में 45 लोगों के बयान दर्ज किए, अब तक 160 से अधिक गवाही
संभल हिंसा की जांच कर रहे तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग ने अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान कुल 45 लोगों के बयान दर्ज किए। दौरे के दूसरे दिन जिला मजिस्ट्रेट डॉ. राजेंद्र पैंसिया, उपजिला मजिस्ट्रेट (एसडीएम) वंदना मिश्रा समेत 16 लोगों से पूछताछ की गई।

संभल हिंसा की जांच कर रहे तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग ने अपने दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन डीएम-एसडीएम समेत 16 लोगों के बयान दर्ज किए। दोनों दिनों में आयोग ने कुल 45 लोगों के बयान दर्ज किए हैं। संभल के चार दौरों में अब तक आयोग 160 से अधिक लोगों के बयान दर्ज कर चुका है। इनमें 77 वे आरोपी भी शामिल हैं जो हिंसा के आरोप में गिरफ्तार हैं और जेल में हैं। उनके बयान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दर्ज किए गए। इसके अलावा, शाही जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी के अधिवक्ता मकसूद अली, अधिवक्ता कासिम जलाल और हाजी लड्डन खां ने भी अपने बयान दर्ज कराए।
संभल हिंसा की जांच के लिए शासन की ओर से गठित हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त जज देवेंद्र अरोड़ा की अध्यक्षता वाली टीम ने अब तक चार दौरों में हिंसा को लेकर विस्तृत जांच की है। इस टीम में पूर्व डीजीपी अरविंद जैन और सेवानिवृत्त अपर मुख्य सचिव अमित मोहन भी शामिल हैं। आयोग की टीम शनिवार को सुबह साढ़े दस बजे पीडब्लूडी गेस्ट हाउस में पहुंच गई थी। सबसे पहले डीएम डा. राजेंद्र पैंसिया, फिर एसडीएम वंदना मिश्रा, चिकित्सक आदि के बयान दर्ज किए गए। आयोग के सदस्य अरविंद जैन ने बताया कि अब शपथ देने वाले बचे हुए लोगों के बयान दर्ज करने की प्रक्रिया जल्द पूरी होगी। इसके लिए आयोग या तो संबंधित लोगों को लखनऊ बुलाएगा या जरूरी होने पर नई तिथि घोषित करके सदस्य फिर संभल आएंगे।
हिंसा में हुई थी चार लोगों की मौत
24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद में दूसरे दौर के सर्वे के दौरान हुई हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 29 पुलिसकर्मी घायल हुए थे। हालात बेकाबू होने के कारण भारी सुरक्षा बल तैनात करना पड़ा था। घटना के तुरंत बाद सरकार ने न्यायिक जांच आयोग का गठन किया था। आयोग की विस्तृत जांच और शपथपत्रों की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अंतिम रिपोर्ट सरकार को सौंपी जाएगी, जिससे इस मामले में आगे की कार्रवाई का रास्ता साफ होगा।
कब कब आई टीम
1 दिसंबर: आयोग ने हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर अधिकारियों से जानकारी ली।
21 जनवरी: आयोग ने शाही जामा मस्जिद क्षेत्र और विदेशी कारतूस मिलने वाले स्थान का निरीक्षण किया, जहां 21 पुलिसकर्मियों समेत 60 लोगों के बयान दर्ज किए गए।
30 जनवरी: तीसरी बार आए आयोग ने स्वास्थ्य, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियोंके बयान दर्ज किए, जिनमें एएसपी श्रीशचंद्र और डिप्टी कलेक्टर रमेश बाबू शामिल रहे।
28 फरवरी व एक मार्च : चौथी बार संभल पहुंचे आयोग ने दो दिन में डीएम-एडीएम, एसडीएम, सर्वे टीम समेत 45 लोगों के बयान दर्ज किए।