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20 साल पहले बनी पिच सड़क गड्ढों में तब्दील, हिचकोले खाते निकलते हैं राहगीर

Santkabir-nagar News - संतकबीरनगर में बस्ती-महुली मार्ग से टिकुइकोल बाबू को जोड़ने वाली सड़क पिछले 20 वर्षों में पूरी तरह से खराब हो गई है। स्थानीय निवासी सड़क की मरम्मत के लिए प्रशासन से कोई मदद न मिलने की शिकायत कर रहे...

Newswrap हिन्दुस्तान, संतकबीरनगरThu, 12 June 2025 10:34 AM
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20 साल पहले बनी पिच सड़क गड्ढों में तब्दील, हिचकोले खाते निकलते हैं राहगीर

संतकबीरनगर। बस्ती-महुली मार्ग से टिकुइकोल बाबू को जोड़ने वाली लगभग छह किलोमीटर लंबी सड़क का 2004-05 में कार्यदायी संस्था गन्ना विभाग के मद से निर्माण किया गया था। आज के समय वह सड़क पूरी तरह से टूटकर कर गड्ढों में तब्दील हो गई है। सड़क का आस्तित्व लगभग समाप्ति की तरफ है। उक्त सड़क ग्राम पंचायत भगौतीपुर के महुलिया खुर्द, सिंघापुर पुरवों को जोड़ते हुए सीमा के गांव तक पहुंचती है। इन बीस सालों में सड़क की काया ही बदल गई है। इस मार्ग की पहचान डेंजर रूट के रूप में बन गई है। सड़क पर बने गड्ढे की स्थिति यह है कि इस पर से गुजरते समय वाहन चालकों के प्राण सूख जाते हैं।

महुलिया खुर्द, सिंघापुर गांव के निकट तो गहरे गड्ढों को देखकर इस बात की परिकल्पना भी नहीं हो पाती है कि उक्त मार्ग कभी पिच सड़क के रूप में था। पूर्व प्रधान वंशीधर पाण्डेय, सचिन, अनूप कुमार, अखिलेश, सूरज, पप्पू चौधरी ने बताया कि जानलेवा सड़क के पुनर्निर्माण कराने में जिला प्रशासन की बात तो छोड़िए जनप्रतिनिधि भी रुचि नहीं दिखा रहे हैं। बीस साल से अधिक समय पहले बनी पिच सड़क पर दोबारा कभी मरमत के नाम पर एक गिट्टी नहीं डाली गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश की खस्ताहाल सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने और उसकी काया बदलने का फरमान किया है। लेकिन जिले के अधिकारियों के नजर इस बदहाल सड़क पर नहीं पड़ रही है। ग्रामीणों का कहना है कि रोजी-रोटी के चक्कर से गांव से बाहर निकलने वालों को सुबह-शाम हिचकोले खाते हुह गंतव्य स्थल जाना पड़ता है। बीमार व्यक्ति को अस्पताल ले जाते समय मरीज को बड़ी समस्या झेलनी पड़ती है। सड़क मरम्मत क्यों नहीं कराई जा रही है, कोई जिम्मेदार इसका जवाब नहीं दे रहा है। वहीं कुछ लोग खतरे की पर्याप्त बन चुकी सड़क से निकलने के बजाए लम्बी दूरी तय करते हैं। बरसात का समय शुरू होने वाला है। ऐसे में टूटी पिच सड़क के बीच बने बड़े-बड़े गड्ढे में पानी इकट्ठा रहता है। वाहन चालक चपेट में आकर चुटहिल हो जा रहे हैं। कोई सुनने वाला नहीं है। हरिजन बस्ती में अधूरा पड़ा है भूमिगत नाली का कार्य डेढ़ महीने पहले भगौतीपुर के पिच सड़क से हरिजन बस्ती तक भूमिगत नाली निर्माण कार्य शुरू हुआ। लेकिन यह केवल खाना पूर्ति तक सिमट कर रह गया। ह्यूमपाइप बिछाने में तय मानक की अनदेखी की गई। पाइप को एक दूसरे से जोड़ने के बजाए बीच में काफी स्पेस रखा गया है। खुदाई करके बिछाने के बजाए उसे जमीन के ऊपर रखा गया है। कार्य ठप होने से ग्रामीणों की सहूलियत के बजाए दिक्कत बन गया है। बेतरतीब बिछाई गई पाइप दुर्घटना का सबब बन गई है। पाइप के बीच खाली जगह में लोग ईंट पत्थर टुकड़ा डालकर गुजर रहे हैं। अधूरे निर्माण से आवागमन बाधित है। कार्य पुनः कब शुरू होगा इसकी जानकारी किसी को नहीं है। कभी कभार खुलता है सामुदायिक शौचालय का ताला भगौतीपुर में सारे नियम कायदे को ताक पर रखकर एक ही कैम्पस में पंचायत भवन और सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया है। इतना ही नहीं एक ही गेट से दोनों का संचालन हो रहा है। ग्रामीणों की मानें तो पंचायत कार्यालय निर्धारित समय पर प्रति दिन खुलता है। लेकिन सामुदायिक शौचालय कभी कभार खुलता है। आबादी क्षेत्र से दूर होने की वजह से इसका उपयोग करने से लोग वंचित हो जा रहे हैं। अधिकतर ग्रामीण सामुदायिक शौचालय कर्मचारी को पहचानते भी नहीं हैं। दो गांव को जोड़ने वाली सड़क पर बनी पुलिया क्षतिग्रस्त भगौतीपुर-महुलिया खुर्द गांव को जोड़ने वाली सड़क पर बनी पुलिया मानक विहीन होने के वजह से क्षतिग्रस्त हो गई। साइड वाल टूट गई है। नींव दीवार जर्जर स्थिति में है। पुलिया के ऊपर से गुजरने का मतलब मौत को दावत देना है। बीस दिन बाद स्कूल खुल जाएंगे। इसके बाद इसी रास्ते का अधिकतर बच्चे घर से विद्यालय आने जाने के लिए प्रयोग करते है। टूटी पुलिया कभी भी इंसान के लिए घातक बन सकती है। देखरेख के अभाव में तालाब की बिगड़ी सूरत गांव के सीवान में स्थित तालाब की स्थिति काफी भयावक है। देखरेख में हालत काफी खराब है। ग्राम पंचायत स्तर से इसकी काया बदलने का प्रयास किया गया होता तो भीषण गर्मी में पशु पक्षी के अलावा आमजनमानस के लिए फायदेमंद होता। बेजुबान पशु प्यास बुझा सकते थे। ग्राम प्रधान जहीरुद्दीन उर्फ बब्बल ने कहा कि ग्राम पंचायत में विकास रूपी योजनाओं के संचालन में कोताही नहीं बरती गई है। योजनाओं का लाभ सीधे पात्रों तक पहुंचाया गया है। हालांकि गांव में विकास के कुछ कार्य अभी रह गए हैं। उन सभी कार्यों को जल्द ही प्राथमिकता के आधार पर पूरा कराकर तस्वीर बदल दी जाएगी। विधायक गणेश चंद्र चौहान ने कहा कि अपने क्षेत्र की समस्याओं का निदान कराने के लिए काम करा रहा हूं। सरकार द्वारा चलाई गई सभी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है। जहां से ज्यादा समस्या आ रही है वहां अधिकारियों से मिलकर काम कराया जा रहा है। बभनौली गांव की जो भी समस्याएं हैं उनका भी समाधान कराया जाएगा। ग्रामीणों को कोई दिक्कत नहीं होने दी जाएगी।

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