रजापुर सरैया में जन सुविधाएं बदहाली का हैं शिकार
Santkabir-nagar News - संतकबीरनगर जिले के रजापुर सरैया गांव में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। गंदगी और बदहाली से गांव का वातावरण खराब हो गया है। नालियों की सफाई नहीं होने से गंदा पानी जमा है, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ गया...

संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले के विकास खण्ड सेमरियावां क्षेत्र की ग्राम पंचायत रजापुर सरैया गांव में सुविधाओं का अभाव बना हुआ है। यहां पर गांव में घुसते ही शिव मंदिर किनारे से गंदगी व बदहाली दिखने लगती है। सड़क के किनारे दोनों तरफ बनी नालियों में गंदा पानी जमा होने से सड़को पर ही बदबू आ रही है। ग्रामीणों की सुविधा के लिए गांव से बाहर बना सामुदायिक शौचालय भी बदहाली का शिकार हो गया है। नालियों की सफाई काफी दिनों से नहीं हुई है। इन सब का खामियाजा रजापुर सरैया गांव के ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। चुरेब बाजार से होकर नौवा गांव होते हुए ब्लाक को जाने वाली सड़क रजापुर सरैया गांव से होकर गुजरी है।
लेकिन गांव में कोई ब्रेकर न होने से अक्सर रोड किनारे बने घरों के छोटे-छोटे बच्चे गलती से सड़क पर चले जाते हैं तो दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं। जिसे आए दिन गांव में कोई न कोई बाइक की ठोकर से मासूम बच्चे घायल हो जाते हैं। सड़क के किनारे दोनों तरफ पानी निकासी के लिए नालियां बनाई गई हैं। जो गंदगी से भठी होने के कारण अक्सर उफना जाती हैं। इसी से होकर राहगीरों व ग्रामीणों को गुजरना पड़ता है। गंदा पानी जमा होने से सबसे ज्यादा समस्या छोटे-छोटे बच्चों को होती है। इस मार्ग से प्रतिदिन सैकड़ों छात्र-छात्राएं पढ़ने के लिए जाते हैं। नालियों की सफाई न होने से गंदगी के चलते बजबजाहट से हमेशा बदबू निकल रही है। यही नहीं गंदगी के चलती मच्छर भी पनप रहे हैं। मच्छरों के प्रकोप से लोगों को बीमारियां फैलने का डर बना रहता है। गांव में सफाई कर्मी कभी-कभार ही आते हैं। थोड़ी-बहुत सफाई करके चले जाते हैं। इससे हर तरफ गंदगी पसरी हुई है। गांव की हालत देखकर लगता ही नहीं यहां पर पिछले माह स्वच्छता अभियान चलाया गया है। ------------------ मूलभूत सुविधाओं का अभाव रजापुर सरैया चार हजार से अधिक आबादी वाला गांव है। लेकिन मूलभूत सुविधाओं का अभाव होने के कारण यहां के ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नाली के साथ-साथ गांव के अंदर से गुजरी सड़क बदहाली का शिकार है। पीने के लिए पानी आदि की सुविधाएं पर्याप्त नहीं हैं। इसके कारण लोगों को तकलीफ उठानी पड़ रही है। गांव के विकास के लिए तमाम योजनाएं सरकार ला रही है लेकिन लोगों को ये सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। वहीं विकास के नाम पर पूरी तरह बदहाल ही दिख रहा है। ---------------------------------------------- गांव में सफाई व्यवस्था पूरी तरह बदहाल रजापुर सरैया गांव में सफाई व्यवस्था पूरी तरह बदहाल है। गांव में शिव मंदिर बना है। यहां शिवरात्रि के दिन मंदिर पर दर्जनों गांव से लोग हजारों की संख्या में जल चढ़ाने और मेला देखने आते हैं। मंदिर के किनारे भी कचरे का ढेर जमा हुआ है। मंदिर के पास पीपल का पेड़ है। इससे मंदिर के सामने छांव मिलती है। लेकिन बगल में गड्ढे से बदबू आती है। इसकी वजह से लोग चाह कर भी मंदिर के पास नहीं रुक पाते हैं। सरकार ने गांव की स्वच्छता के लिए सफाई कर्मियों की नियुक्ति की थी। उन्हें गांव में रहकर सफाई कार्य करना था। लेकिन वर्तमान में सफाई कर्मचारी गांव में नहीं आ रहे हैं। गांव में महीने में एक-दो बार सफाई का रोस्टर भी लगता है। तब भी सफाई कर्मियों को मंदिर के किनारे गंदगी नहीं दिखाई पड़ती है। ------------------------------------ अधूरी पड़ी है पेयजल परियोजना रजापुर सरैया गांव के लोगों के लिए शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं है। लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए गांव में जल जीवन मिशन योजना के तहत काम शुरू हुआ है। पेयजल योजना के तहत कुछ ही कार्य करके अधूरा छोड़ दिया गया है। लोगों के घर-घर तक पानी पहुंचाने के लिए पाइप लाइन बिछाई गई है। इसे बिछाने के लिए गांव में बनी बनाई सीसी रोड को तोड़कर छोड़ दिया है। इसके चलते लोगों को आने जाने काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ------------------------------------------ देसी हैंडपंप का पानी प्रयोग कर रहे लोग गांव में पानी पीने के लिए लगे इंडिया मार्का हैंडपंप बदहाल हैं। इनसे प्रदूषित जल निकल रहा है। गांव के बाहर सड़क किनारे लगा हैंडपंप खराब पड़ा है। उसके चारों तरफ झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है। हैंडपंपों के दुरुस्त न होने के चलते लोग पेयजल के लिए लोग देशी हैंडपंप का प्रयोग करने को मजबूर हैं। कुछ लोगों ने घरेलू आरओ मशीन लगा रखी है। उसका प्रयोग कर रहे हैं। ---------------------------------------------- बेमतलब साबित हो रहा गांव में बना सामुदायिक शौचालय गांव के लोगों को खुले में शौच जाने से रोकने के लिए रजापुर सरैया गांव में सामुदायिक शौचालय बना है। इसे गांव के बाहर बनाया गया है। यह बेकार साबित हो रहा है। सामुदायिक शौचालय के सामने व आसपास गंदगी फैली हुई है। इसके बगल में लगा हैंडपंप खराब पड़ा है। इसकी हालत देखने से यही लगता है कि यह शायद ही कभी खुलता हो। देखरेख के अभाव व प्रयोग न होने से इसके बनने का कोई मतलब ही साबित नहीं हो रहा है। ---------------------------------------- पंचायत भवन के सामने लगा है कचरे का ढेर ग्रामीणों की सुविधा के लिए रजापुर सरैया गांव के बाहर पंचायत भवन बनाया गया है। इस भवन के सामने चारो तरफ कचरा व गंदगी की भरमार है। सफाई का अभाव बना हुआ है। इसे देखने से यह साफ जाहिर हो रहा है कि पंचायत भवन पर आकर कितने कर्मचारी बैठते हैं। यह कभी खुलता ही नहीं है। यही कारण है गांव के लोगों को परिवार रजिस्टर की नकल लेना हो या मृत्यु प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र लेना हो उसे बनवाने व अन्य कार्यों के लिए ब्लाक का चक्कर लगाना पड़ता है। यहां से कोई कार्य होता ही नहीं है। ग्राम प्रधान श्याम सुंदर गौड़ ने कहा कि गांव की समयाओं के निदान के लिए योजनाओं के माध्यम से काम कराया जा रहा है। गांव में सफाई कर्मी पिछले कुछ महीने से नहीं हैं जिसके लिए सेमरियावां खण्ड विकास अधिकारी से सफाई कर्मी की मांग की गई है। जल्द ही गांव की बाकी समस्या का निस्तारण किया जाएगा। विधायक अंकुर राज तिवारी ने कहा कि पूरे विधान सभा क्षेत्र की समस्याओं का निदान कराया जा रहा है। जहां से ज्यादा समस्या आ रही है वहां अधिकारियों से मिलकर काम कराया जा रहा है। रजापुर सरैया गांव की जो भी समस्याएं हैं उनका भी समाधान कराया जाएगा। ग्रामीणों को कोई दिक्कत नहीं होने दी जाएगी।
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