पीएम रिपोर्ट से नहीं सुलझ पाई गोरखपुर के युवक की मौत की गुत्थी, रहस्य बरकरार
Santkabir-nagar News - गोरखपुर जिले के हरपुर बुदहट थाना क्षेत्र में सुबरन की मौत का रहस्य बरकरार है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं है और बिसरा सुरक्षित रखा गया है। राम अशीष की मौत दम घुटने से हुई, लेकिन...

संतकबीरनगर, शोभित कुमार पांडेय। गोरखपुर जिले के हरपुर बुदहट थाना क्षेत्र के रानीपुर के रहने वाले सुबरन की मौत की गुत्थी पोस्टमार्टम रिपोर्ट से नहीं सुलझ पाई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं है और रिपोर्ट बिसरा सुरक्षित है। ऐसे में सुबरन के मौत का रहस्य बरकरार है। अब सबकी निगाहें बिसरा रिपोर्ट पर टिक गई है। वहीं पीड़ित बेटे के मन में तमाम तरह के सवाल उपज रहे थे। गोरखपुर जिले के हरपुर बुदहट थाना क्षेत्र के रानीपुर के रहने वाले 45 वर्षीय सुबरन पुत्र भागीरथी 09 जून को गांव के तीन अन्य युवकों के साथ शाम साढ़े चार बजे घर से हिमांचल जाने के लिए निकले थे।
रात 8:20 बजे गोरखपुर से ट्रेन पकड़नी थी। 12 जून की देर शाम सुबरन की लाश मगहर नगर पंचायत के मोहिउद्दीनुर में मिली थी। पीड़ित बेटे अर्जुन ने बताया कि पिता के साथ हिमांचल जाने के लिए घर से गांव के जो तीन लोग गए थे, उसमें से दो लोग 09 जून की शाम 07 से 08 बजे के बीच घर पहुंच गए थे। वे लोग उसके घर पहुंच कर बताए भी थे कि मगहर में सुबरन का साथ छूट गया था। गांव में उसकी किसी से दुश्मनी नहीं है। उसके गांव से घटनास्थल की दूरी करीब ढाई से तीन किलोमीटर होगी। यह सच है कि उसके पिता सुबरन शराब का सेवन करते थे, लेकिन मौके वारदात की परिस्थिति से तमाम तरह के प्रश्न उठ रहे है। परिवार में उसकी मां के अलावा वह दो भाई और दो बहन है। मुखिया की मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। कोतवाल पंकज कुमार पांडेय ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सुबरन की मौत की वजह स्पष्ट नहीं है। डॉक्टर ने रिपोर्ट बिसरा सुरक्षित किया है। बिसरा रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की वजह स्पष्ट होगी। दम घुटने से हुई थी बनकटवा के युवक की मौत संतकबीरनगर। कोतवाली खलीलाबाद क्षेत्र के बनकटवा के रहने वाले राम अशीष की मौत की वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दम घुटने से होना आया है। वहीं दूसरी तरफ परिवार के मुखिया की मौत से पत्नी और बच्चों का रो-रो कर बुरा हाल था। 40 वर्षीय राम अशीष पुत्र स्वर्गीय बैजनाथ परिवार के साथ गोरखपुर जिले के सहजनवा क्षेत्र के पनिका में ससुराल में मिले नेवासे पर रहते हैं। 11 जून को राम अशीष ससुराल से सुबह घर आए थे और शाम को लापता हो गए थे। उनकी मोबाइल बंद थी। पीड़ित पत्नी तीजा देवी ने कोतवाली में पति की गुमशुदगी दर्ज करवाई थी। पीड़ित बड़े भाई राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि 12 जून को बनकटवा चौराहे से 400 मीटर दूरी पर महुआ के पेड़ के नीचे रामअशीष के घर की चाभी मिली थी। 13 जून को चौराहे के पास पुलिया के नीचे कचरे के ढेर में भाई की लाश मिली। उनका सवाल है कि चाभी यदि महुआ के पेड़ के नीचे मिली तो आखिर भाई की लाश उतनी दूर कचरे के ढेर में कैसे पहुंची। राम अशीष शराब पीने के आदी थे। कोतवाल पंकज कुमार पांडेय ने बताया कि जहां पुलिया के पास रामअशीष की लाश मिली थी, वहां गंदा पानी और कूडे कचरे का ढेर था। गंदे पानी में मुंह के बल लाश पड़ी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह दम घुटने से होना आया है।
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