जनपद के पहले सांसद आदर्श गांव की भी नहीं बदली तस्वीर
Santkabir-nagar News - संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले का पहला सांसद आदर्श गांव साड़े खुर्द आज भी
संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले का पहला सांसद आदर्श गांव साड़े खुर्द आज भी बदहाल स्थिति में है। इतने वर्ष में इस गांव की आज तक तस्वीर नहीं बदल सकी। लोग अभी भी बदहाली का दंश झेल रहे हैं। गांव की सड़क हालत न तो अच्छी और न ही जल निकासी की व्यवस्था है। हर घर नल योजना के तहत बनी पानी की टंकी भी हाथी का दांत साबित हो रही है। लोगों को शुद्ध पेयजल नहीं मिल पा रहा है। बरसात के समय में स्कूल जाने वाला रास्ता ही बंद हो जाता है। गांव में बनी पीएचसी भी बदहाल है।
आंगनबाड़ी केन्द्र को देख लगा रहा है कि महीनों से ताला नहीं खुला है। मेंहदावल ब्लाक की ग्राम पंचायत साड़े खुर्द से पूर्व सांसद स्वर्गीय शरद त्रिपाठी का खास लगाव था। वे अपना नामांकन यहीं के मन्दिर से दर्शन करने के बाद ही करते थे। इस गांव पर उनकी हमेशा विशेष नजर रही। 2014 का लोकसभा चुनाव जीतने के बाद जब सांसद आदर्श गांव चुनने की बारी आई तो उन्होंने साड़े कला का ही चयन किया। उस समय प्रदेश में सपा की सरकार थी, इस कारण विशेष कार्य नहीं हो पाए। लेकिन सांसद ने अपने प्रयास से कुछ कार्य जरूर कराए। इसके बाद प्रदेश में भाजपा सरकार बनी तो कार्यों में थोड़ी तेजी जरूर आई, लेकिन कुछ समय बाद ही जिम्मेदार अधिकारी इस गांव को भूल गए। सारी कार्ययोजना बेकार हो गई। गांव की स्थिति जैसी पहले थी उससे भी बदहाल हो गई। साड़े खुर्द में बने परिषदीय विद्यालय की तस्वीर तो थोड़ी बदली, लेकिन यहां जाने के लिए रास्ता नहीं है। बरसात के समय में पानी भर जाता है, इस कारण बच्चे स्कूल पहुंच ही नहीं पाते हैं। इसके अलावा मुख्य मार्ग जो अस्पताल व जूनियर हाई स्कूल होते हुए ऐतिहासिक मंदिर बाबा रक्षानाथ तक जाता है, उस पर भारी जल जमाव हो जाता है। बरसात के समय में चलना कठिन हो जाता है। अस्पताल परिसर में भी व्यवस्था नहीं है। बरसात में जल भराव हो जाता है। खराब हैं सड़कें, पसरा है कीचड़ गांव की सड़कें पूरी तरह से बदहाल हैं। बरसात के दिनों में तालाब का पानी सड़क पर आ जाता है। जल निकासी की व्यवस्था न होने के कारण करीब चार महीने तक पानी सड़क पर जमा रहता है। लोगों के घरों में भी घुस जाता है। इस कारण स्थानीय लोग काफी परेशान होते हैं। इसके अलावा गांव की कच्ची सड़कें दल-दल बन जाती हैं। पूरे बरसात यहां के लोग अपने वाहन तक नहीं निकाल पाते हैं। स्थिति यह होती है कि एंबुलेंस भी गांव में नहीं पहुंच पाता है। लोगों ने कहा कि गांव की सबसे बड़ी समस्या जल निकासी की है। इसको लेकर किसी ने ध्यान नहीं दिया है। पेयजल की समस्या स्वच्छ पेयजल साड़े खुर्द की एक बड़ी समस्या है। गर्मियों में पानी की कमी हो जाती है और ग्रामीण अक्सर दूषित पानी पीने को मजबूर होते हैं। हर घर नल योजना के तहत पानी की टंकी बनाई गई है। पाइप घर-घर तक पहुंचाए गए हैं, लेकिन वह भी हाथी का दांत साबित हो रहा है। लोगों के घर तक नियमित पानी की सप्लाई नहीं हो पाती है। इस कारण लोग देशी हैंडपंप का जल पीने के लिए मजबूर हैं। खराब हो गईं स्ट्रीट लाइटें साड़े खुर्द के कई घरों में आज भी बिजली का कनेक्शन नहीं है। गांव को रोशन करने के लिए स्ट्रीट लाइटें लगाई गईं लेकिन वह भी महज दो से तीन माह के भीतर ही खराब हो गईं। जिससे फिर गांव में अंधेरा हो गया। रक्षानाथ मंदिर परिसर में लगी पांच सोलर स्ट्रीट लाइट में से चार खराब हो गई हैं। केवल एक ही संचालित हो रही है। रात होते ही पूरा गांव अंधेरे में डूब जाता है, जिससे सुरक्षा संबंधी चिंताएं भी बढ़ती हैं। यदि सोलर लाइटें लग जातीं तो ग्रामीणों को इस समस्या से कुछ राहत मिल जाती। शौचालय और स्वच्छता का अभाव स्वच्छता को आदर्श ग्राम का प्रमुख बिन्दु है, लेकिन साड़े खुर्द में इसका भी अभाव है। आज भी यहां के लोग खुले में शौच जाते हैं। पूर्व में बने शौचालय बदहाल हैं। इसके अलावा कूड़ा का निस्तारण भी नहीं हो रहा है। इसके लिए इकाई स्थापित की गई है, लेकिन सड़कों के किनारे ही कूड़ा डंप पड़ा रहता है। गंदगी से लोग काफी परेशान हैं। बीमारियों का भी खतरा मड़रा रहा है। साड़े कला जाने वाला मार्ग कच्चा साड़े खुर्द गांव से साड़े कला गांव को जाने वाला मार्ग आज भी 50 मीटर कच्चा है। इससे राहगीरों को काफी परेशानी होती है। बरसात के समय में अवागमन में काफी दिक्कत होती है। प्रधान प्रतिनिधि जयनाथ सिंह ने कहा कि वर्ष 2016-17 में पेयजल की टंकी बनी लेकिन आज तक शुद्ध पेयजल ग्रामीणों को नहीं मिला। बरसात में तालाब का पानी सड़क पर आ जाता है साथ ही कुछ घरों में घुस जाता है। इसके निदान के लिए प्रयास किया जा रहा है। लेकिन धन न मिलने के कारण कार्य नहीं हो पा रहे हैं। जरूरत है वृहद कार्ययोजना बनाकर कार्य कराया जाए। विधायक मेंहदावल अनिल त्रिपाठी ने कहा कि सांसद आदर्श गांव साड़े खुर्द की समस्याओं को दूर कराने का प्रयास किया जाएगा। वृहद कार्ययोजना के तहत उच्चाधिकारियों से मिलकर उसे स्वीकृति भी दिलाई जाएगी। हमारी सरकार तेजी से प्रदेश में विकास कार्य को आगे बढ़ा रही है। विधान सभा क्षेत्र की सभी ग्राम पंचायतों को विकसित बनाया जा रहा है।
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