मैं नहीं मारता तो प्रेमी संग मिल मुझे मार देती, पत्नी-बच्चों पर गोलियां बरसाने वाला BJP नेता योगेश रोहिला बोला
- योगेश रोहिला ने पुलिस को बताया कि पत्नी को पिछले एक महीने से समझा रहा था, लेकिन वह मानने को तैयार नहीं थी। उसे डर था कि वह पत्नी को नहीं मारता तो वह प्रेमी संग मिलकर उसे मार देती। पुलिस ने जेल भेजने से पहले कई घंटे तक उससे पूछताछ की।

BJP leader Yogesh Rohila after firing bullets on his wife and children: भाजपा नेता योगेश रोहिला ने अपने तीन बच्चों की गोली मारकर हत्या कर दी, लेकिन उसे इस जघन्य अपराध को अंजाम देने का कोई पछतावा नहीं और उसके माथे पर जरा भी शिकन नहीं दिखाई दी। पुलिस आरोपी को जब घर से गिरफ्तार किया तो पुलिस एक जोड़ी कपड़े ले रही थी, तभी वह पुलिस से बोला, पेंट शर्ट नहीं, कुर्ता पायजामा ले लें। वह पसंद करता हूं।
योगेश रोहिला ने पुलिस पूछताछ में बताया कि पत्नी को पिछले एक महीने से समझा रहा था, लेकिन वह मानने को तैयार नहीं थी। ऐसे में उसे डर था कि वह पत्नी को नहीं मारता तो वह प्रेमी संग मिलकर उसे मार देती। पुलिस ने जेल भेजने से पहले कई घंटे तक उससे पूछताछ की। कोतवाली गंगोह के सांगठाड़ा निवासी योगेश रोहिला बड़े ठाठ-बाट से रहता था। पुलिस कस्टडी में भी आरोपी ने हनक दिखाई। पुलिस आरोपी को रविवार को जब अदालत में पेश करने गई, तब भी उसने कुर्ता पायजामा पहन रखा था।
पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि वह पत्नी को बार बार समझा रहा था। बीच में उसने पत्नी को किसी के संग देखा भी था, लेकिन कई बार समझाया, लेकिन वह नहीं माना। उसने पुलिस को बताया कि वह पत्नी को न मारता ंको पत्नी उसको प्रेमी संग मिलकर मार देती। पुलिस पूछताछ में सामने आये सभी बिंदुओं को विवेचना में शामिल कर रही है।आरोपी मानसिक रोगी भी था और इसका ईलाज भी हुआ है। 2008 में परिवार के पांच सदस्यों की मौत हुई थी, योगेश पर ही आरोप लगे थे।
चंडीगढ़ में वेंटीलेटर पर नेहा हालत गंभीर
बच्चों की मां नेहा चंडीगढ़ में भर्ती है, वह वेंटीलेटर पर है। चिकित्सकों के अनुसार उसकी हालत नाजुक बनीं हुई है। उसके मायके पक्ष के लोग चंडीगढ़ में ही हैं। अब हर कोई नेहा के जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहा है।
चिकित्सक बोले-पहले नहीं किया ऐसा पोस्टमार्टम
सहारनपुर कोतवाली गंगोह क्षेत्र के गांव सांगाठेड़ा में अपनी बेटी और दो बेटों की हत्या करने वाले भाजपा नेता योगेश रोहिला का दिल सनसनीखेज वारदात को अंजाम देते हुए भले ही न पसीजा हो, लेकिन पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर, फार्मासिस्ट और शव सिलने व चीरने वाले चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी का कलेजा दहल गया। डाक्टर बोले कि बड़ी बेरहमी से तीनों बच्चों को मारा गया है। पहले कभी इस तरह एक साथ मासूम बच्चों का पोस्टमार्टम नहीं किया है। तीनों बच्चों की कनपटी को टारगेट कर गोली मारी गई। तीनों को एक-एक गोली लगी है।