नैनो उर्वरक पर्यावरण के लिए अनुकुल और उत्पादन से भरपूर
Sonbhadra News - सोनभद्र में खरीफ फसल उत्पादन के लिए उर्वरकों के संतुलित और दक्षता पूर्ण प्रयोग को बढ़ावा देने हेतु एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इफको के अधिकारियों ने नैनो यूरिया और नैनो डीएपी के लाभों पर चर्चा की।...
सोनभद्र, संवाददाता। जनपद में खरीफ फसल उत्पादन में उर्वरकों के संतुलित एवं दक्षता पूर्ण प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए उप कृषि निदेशक कार्यालय में मंगलवार को एक कार्यशाला व प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस दौरान इफको के अधिकारियों ने नैनो यूरिया, नैनो डीएपी, नैनो जिंक के प्रयोग से संबंधित विभिन्न आयामों पर विस्तार से चर्चा की। उप कृषि निदेशक जय प्रकाश ने समस्त सहायक विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि नैनो उर्वरकों के लाभ को कृषकों को प्रसारित करें। जिला कृषि अधिकारी डा. हरि कृष्ण मिश्रा ने कार्यशाला में बताया कि नैनो उर्वरक पर्यावरण के अनुकूल, उत्पादन एवं उर्वरकों के संतुलित के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए कृषकों के लिए अपरिहार्य है।
जिला कृषि अधिकारी ने कृषकों से अपील की गई कि नैनो यूरिया, नैनो डीएपी का प्रयोग अवश्य करें। उर्वरकों का अंधाधुंध प्रयोग करने से बचें। इससे कृषि उपज जैसे अनाज, सब्जी, फल आदि में उर्वरकों की विषाक्तता से बचाव होगा तथा उच्च गुणवत्ता के कृषि उत्पाद प्राप्त हो सकेंगे। वर्तमान मे नैनो डीएपी 650 रुपये एवं नैनो यूरिया 225 रुपये में एक बोतल दर पर समितियों पर उपलब्ध हैं। जिसे एक एकड़ में लगाई गई फसल में वृद्धि के समय तथा पुष्प आने के एक सप्ताह पूर्व किया जा सकेगा। कार्यशाला में भूमि संरक्षण अधिकारी, समस्त सहायक विकास अधिकारी, इफको के अधिकारी एवं अन्य प्रसार कार्मिकों की तरफ से प्रतिभाग किया गया।
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