थाने के अंदर दरोगा की दबंगई, कैंसर पीड़ित को बर्बरता से पीटा, प्राइवेट पार्ट पर मारी लात
यूपी के कानपुर में पुलिस पर बर्बरता का आरोप लगा है। थाने के अंदर एक दरोगा ने कैंसर पीड़ित को बर्बरता से पीटा और उसके प्राइवेट पार्ट पर लात मारकर गिरा दिया गया। कैंसर पीड़ित को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

यूपी के कानपुर में काकादेव थाने के अंदर पुलिस पर बर्बरता का आरोप लगा है। एसबीआई के कैंस पीड़ित फील्ड अफसर ने आरोप लगाया है कि उसने भाई के धर्मांतरण का विरोध किया, तो उसे पीटा गया। बाद में पुलिस ने उसके बच्चों के सामने उसे बर्बरता के साथ पीटा। प्राइवेट पार्ट में लात मारकर गिरा दिया। सूचना के पहुंचे एसीपी के सामने अपनी बात रख रहा था कि कैंसर पीड़ित की हालत बिगड़ गई। बेहोश होने पर पुलिस ने निजी अस्पताल में भर्ती कराया। एसीपी ने कहा कि आरोप की जांच की जा रही है।
शास्त्री नगर निवासी जय सिंह उर्फ रिंकू एसबीआई में फील्ड अफसर हैं। उन्होंने बताया वह पेल्विक कैंसर से पीड़ित हैं। परिवार में पत्नी नेहा और दो बेटे सात वर्षीय सूर्यांश और चार वर्षीय शिवांश हैं। बेटे सूर्यांश को भी बोनमैरो कैंसर है। उसका इलाज पीजीआई, लखनऊ से चल रहा है। उनका आरोप है कि पड़ोस में रहने वाले मौसी के बेटे अवनीश सिंह ने ईसाई धर्म अपना लिया है। वह मुझ पर भी धर्म परिवर्तन करने का दबाव डालता है। मैंने धर्म परिवर्तन करने से मना किया तो वह रंजिश मानने लगा। गुरुवार सुबह मैं बेटे की जांच कराने लखनऊ जा रहा था। तभी मौसेरे भाई अवनीश सिंह ने मुझे और छोटे भाई अनूप को पीटना शुरू कर दिया। मामले की शिकायत काकादेव पुलिस से की तो मौके पर चौकी प्रभारी सचिन भाटी पहुंचे। उन्होंने आरोपित पक्ष से साठगांठ कर ली और दोनों पक्षों को थाने ले गए। भाई अनूप को थाने में बैठा लिया। मैंने विरोध जताया तो चौकी प्रभारी ने बच्चों को सामने मुझे थाने के अंदर पीटा। सिर दीवार से लड़ाने के साथ प्राइवेट पार्ट में लात मारकर गिरा दिया। हवालात में बंद कर दिया। जानकारी होने पर भाजपा के मंडल अध्यक्ष नवीन भाटिया, पूर्व पार्षद राघवेंद्र मिश्रा समेत परिजनों ने थाने के अंदर धरना शुरू दिया। सूचना पर एसीपी स्वरूप नगर आईपी सिंह पहुंचे। एसीपी को अपनी बात बता रहे पीड़ित रिंकू की हालत बिगड़ गई। उन्हें सर्वोदय नगर स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उनका इलाज चल रहा है।
बीमारी में लाभ की बात कह बनाया धर्मांतरण का दबाव
पीड़ित रिंकू ने बताया कि उनके पिता को भी कैंसर था। उनकी मौत हो चुकी है। कुछ दिनों बाद उन्हें भी पेल्विक कैंसर हो गया। इलाज पीजीआई से चल रहा है। सात वर्षीय बेटे सूर्यांश को भी बोन मैरो कैंसर हो गया है। वह तीन पीढ़ियों से कैंसर की बीमारी से परेशान है। इस बीच आरोपित अवनीश उनकी बीमारी में लाभ दिलाने का प्रलोभन देकर उनके पूरे परिवार पर ईसाई धर्म अपनाने के लिए दबाव डालता था। उधर थाना प्रभारी मनोज सिंह ने बताया कि ननिहाल की प्रापर्टी को लेकर दोनों पक्ष कई बार पहले भी झगड़ा कर चुके हैं। गुरुवार को हुए विवाद के बाद दोनों दोनों पक्षों को थाने लाया गया। थाने के अंदर पीटने का आरोप निराधार है। पीड़ित की मां उर्मिला की शिकायत पर रिपोर्ट दर्जकर कार्रवाई की जा रही है।
एसीपी स्वरूप नगर आईपी सिंह ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। वहीं पीड़ित द्वारा धर्मांतरण का दबाव बनाने और दरोगा पर मारपीट के आरोपों की जांच की जाएगी। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।