दुधवा से सटे गांवों में शुरू होगा होम स्टे, गांव के माहौल में ठहर सकेंगे पर्यटक
यूपी के लखीमपुर स्थित दुधवा नेश्नल पार्क से सटे गांवों में स्टे होम की सुविधा शुरू होगी। इसकी कवायद शुरू हो गई है। गांव वालों को जागरूक किया जा रहा है। जंगल के करीब स्थित नौ गांवों को पहले चरण में चिह्नित किया गया है।

यूपी के लखीमपुर स्थित दुधवा नेश्नल पार्क से सटे गांवों में स्टे होम की सुविधा शुरू होगी। इसकी कवायद शुरू हो गई है। गांव वालों को जागरूक किया जा रहा है। जंगल के करीब स्थित नौ गांवों को पहले चरण में चिह्नित किया गया है। पर्यटन विभाग के अनुसार सुविधाएं मुहैया होने से गांव के माहौल में पर्यटक रुक सकेंगे। साथ ही गांव वालों की आमदनी भी बढ़ेगी। पर्यटन विभाग दुधवा से सटे गांवों को पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित कर को गांव वालों को रोजगार जिगार से जोड़ने की तैयारी कर रहा है।
पर्यटन सत्र के दौरान दुधवा नेशनल पार्क के सभीगेस्टहाउस, हट फुल हो जाते हैं। इससे बाहर से आने वाले पर्यटकों को दिक्कत होती है। पर्यटन विभाग के अनुसार दुधवा से सटे नौ गांवों में स्टे होम बनाए जाएंगे। सैलानियों के रुकने के लिए कमरे, ट्वायलेट आदि बनवाने के साथ ही अन्य सुविधाएं मुहैया कराने पर जोर है। सूचना पर्यटन अधिकारी सुचित चौधरी का कहना है कि गांवों में स्टे होम की व्यवस्था के साथ ही थारू नृत्य, खानपान, कल्चर, क्राफ्ट आदि को भी प्रमोट किया जाएगा।
इन गांवों में स्टे होम बनाने की तैयारी
पलिया के नौ गांवों में स्टे होम की सुविधा पर्यटकों को देने के लिए गांव वालों को स्टे होम के बारे में बताया जा रहा है। इसमें बनकटी, छेदिया पूरब मजरा हिम्मतनगर, पिपरौला व पुरैना शामिल है। इसके अलावा सिंगहिया, परसिया, सूरमा मजरा गोबरौला, नझौटा और चंदनचौकी गांव शामिल है। इन गांव के लोगों को पर्यटन से होने वाले फायदे बताए जा रहे हैं।