बीटीसी में फेल होकर भी नौकरी पाने वाली शिक्षिका बर्खास्त, 69000 शिक्षक भर्ती में हुई थी ज्वॉइनिंग
यूपी के अमेठी जिले में बीटीसी में फेल होकर भी नौकरी पाने वाली एक सहायक शिक्षिका को बर्खास्त कर दिया गया है। 69000 शिक्षक भर्ती में शिक्षिका की तैनाती 2021 में बलिया में हुई थी और वर्तमान में वह स्थानांतरण के बाद अमेठी जिले में कार्य कर रही थी।
यूपी के अमेठी जिले में भी फर्जीवाड़ा कर नौकरी पाने वाली वाली शिक्षिका पर कार्रवाई हुई है। बीटीसी परीक्षा में फेल होने के बावजूद नौकरी हासिल करने वाली शिक्षिका को जांच पड़ताल के बाद विभाग ने नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। 69000 शिक्षक भर्ती में शिक्षिका की तैनाती 2021 में बलिया में हुई थी और वर्तमान में वह स्थानांतरण के बाद अमेठी जिले में कार्य कर रही थी।
मुसाफिरखाना निवासी स्निग्धा श्रीवास्तव ने 69000 शिक्षक भर्ती में 12 मार्च 2021 को बलिया में ज्वाइन किया था। 2024 में अंतर्जनपदीय स्थानांतरण में उनका स्थानांतरण अमेठी में हो गया। उन्हें जगदीशपुर के प्राथमिक विद्यालय अतरोना में तैनाती दी गई थी। ज्वॉइनिंग के बाद ही स्निग्धा श्रीवास्तव के अभिलेखों की जांच कराई जा रही थी। बीएसए बलिया ने बीएसए अमेठी का अवगत कराया कि ज्वाइनिंग के समय स्निग्धा श्रीवास्तव के बीटीसी चतुर्थ सेमेस्टर का परिणाम फेल था। इस प्रकार वह अपात्र घोषित की गई। सचिव के आदेश के क्रम में व बीएसए बलिया के पत्राचार के आधार पर बीएसए अमेठी संजय तिवारी ने स्निग्धा श्रीवास्तव को तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास्त कर दिया।
बीएसए संजय तिवारी ने बताया कि उच्च अधिकारियों के आदेश के क्रम में प्रकरण की जांच खंड शिक्षा अधिकारी गौरीगंज अर्जुन सिंह से कराई गई थी। शिक्षिका को सुनवाई का पर्याप्त अवसर दिया गया। इसके बाद उन्हें सेवा से बर्खास्त किया गया है।
श्रावस्ती में फर्जीवाड़ा कर शिक्षक की नौकरी पाने वाला गिरफ्तार
वहीं श्रावस्ती जिले में शिक्षा विभाग में फर्जीवाड़ा कर नौकरी हथियाने के मामले में एक के बाद एक गिरफ्तारी हो रही है। शुक्रवार को फिर पुलिस ने कूटरचित दस्तावेज के सहारे नौकरी हासिल करने वाले एक जालसाज को गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया। अजय वर्मा उर्फ डम्पी पुत्र कृष्ण वर्मा निवासी मोहल्ला अब्दुलपुरवा कोतवाली देहात जनपद हरदोई ने बताया कि कूटरचित दस्तावेज तैयार कर राहुल वर्मा पुत्र कृष्ण कुमार वर्मा निवासी 108 राधानगर जिला हरदोई के नाम से शिक्षा विभाग में शिक्षक की नौकरी हासिल की थी। उसकी तैनाती श्रावस्ती के जमुनहा के प्राथमिक विद्यालय त्रिलोकपुर में सहायक शिक्षक के पद पर हो गई। सत्यापन के दौरान उसके अभिलेख संदिग्ध मिले। इस पर अभिलेखों की बारीकी से जांच कराई गई जो वह फर्जी पाए गए। इस पर वर्ष 2024 में बीएसए की ओर से बर्खास्त करते हुए संबंधित आरोपी के विरुद्ध हरदत्त नगर गिरंट थाने में 14 दिसम्बर 2024 को मामला दर्ज कराया गया। तब से आरोपी फरार चल रहा था।