तकादे से बचने को कारोबारी ने कर्ज देने वाले को ही फंसाने की रच दी साजिश, पुलिस ने खोल दी कहानी
- शुक्रवार शाम करीब साढ़े सात बजे कलेक्टर गंज से गुड़ की उधारी के 3 लाख रुपये लेकर बाइक से लौटते समय पुल के पास उनके बेटे सोनू का अपहरण हो गया। शनिवार सुबह 9:24 बजे बेटे के मोबाइल से उनके मोबाइल पर मैसेज में बदमाशों ने 15 लाख रुपये फिरौती की मांगते हुए धमकी दी कि होशियारी मत करना वरना ठीक नहीं होगा।

पुलिस ने अलीगढ़ के गुड़ व्यापारी के बेटे के फिरौती को अपहरण की घटना का खुलासा कर दिया है। कर्ज के तकादे से बचने को दोनों ने मिल कर फिरौती को अपहरण की कहानी गढ़ी थी। पुलिस ने अपहृत गुड़ व्यापारी और उसके बेटे को जयपुर में रेलवे स्टेशन के समीप से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को गुमराह कर अपने कर्ज देने वालों को फंसाने की योजना बनाने के आरोप में दोनों का चालान किया है।
गौरतलब है कि शनिवार रात गांव पिथैर (भगत) इगलास, अलीगढ़ निवासी गुड़ व्यापारी नवाब सिंह ने थाना जमुनापार में तहरीर देते हुए आरोप लगाया था कि शुक्रवार शाम करीब साढ़े सात बजे कलेक्टर गंज से गुड़ की उधारी के तीन लाख रुपये लेकर बाइक से लौटते समय पुल के पास उनके बेटे सोनू का अपहरण हो गया। शनिवार सुबह करीब 9:24 बजे बेटे के मोबाइल से उनके मोबाइल पर मैसेज में बदमाशों ने 15 लाख रुपये फिरौती की मांगते हुए धमकी दी कि होशियारी मत करना वरना ठीक नहीं होगा। जमुनापार पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर बदमाशों की तलाश में जुट गयी थी।
खुलासे में जुटी टीमों ने सीसीटीवी, सीडीआर और लोकल इंटेलीजेंस की मदद से कथित रूप से अपहृत सोनू व उसके पिता नबाव को जयपुर रेलवे स्टेशन के पास से रविवार शाम को हिरासत में ले लिया और मथुरा ले आयी। सोमवार को खुलासा करते हुए एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि पूछताछ में पता लगा कि कर्ज देने वालों के तकादे से परेशान हो दोनों पिता-पुत्र ने मिलकर फिरौती के लिये अपहरण की कहानी गढ़ी थी, ताकि अपहरण में कर्ज देने वालों को फंसा कर रुपया न देना पड़े। पुलिस ने दोनों पिता-पुत्र (सोनू-नबाव सिंह) के कब्जे से 22600 रुपये, रेलवे टिकिट और तीन मोबाइल बरामद कर जेल भिजवाया है।
तीन लाख नहीं 29200 रुपये का किया कलेक्शन
पुलिस ने बताया कि नबाव सिंह ने तीन लाख रुपये तकादे के लेकर जाने की तहरीर दी थी। जब मामले की जानकारी की तो पता चला कि तीन लाख का कलेक्शन नहीं किया गया। सोनू ने बलदेव क्षेत्र के व्यापारी बॉबी से 24 हजार 200 रुपये व पंकज से पांच हजार रुपये फोन पे के माध्यम से कलेक्शन किया था। इसमें से दो हजार रुपये खर्च हो गये। शेष रकम 22600 रुपये इनके पास से बरामद कर ली।
कर्ज देने वाले कर रहे थे तकादा
एसएसपी ने बताया कि पूछताछ में नबाव सिंह ने बताया कि उसने बेटों की शादी के लिये फरवरी में गांव के विजय पाल से चार लाख रुपये तीन रुपये सैकड़ा तो प्रेमी से एक लाख रुपये दो रुपये सैकड़ा ब्याज पर लिये थे। आये दिन विजयपाल व प्रेमी घर आकर रुपये मांगने के साथ ही बेइज्जती करते थे। अपनी बेइज्जती से बचने और कर्ज देने वालों को फंसाने को उसने बेटे के साथ मिलकर अपहरण की कहानी रची थी, ताकि कर्ज भी न देना पड़ेगा। बेटे से कहा था कि करीब 10-15 दिन बाद लौटे।
खाटू श्याम हो जयपुर पहुंचा कथित अपहृत
एसएसपी ने बताया कि गुड़ व्यापारी के अपहृत बेटे की सकुशल बरामदगी को लगीं टीम ने अपहृत सोनू की कलेक्टर गंज से यमुनापार पुल तक व शहर के अन्य मार्गों पर लगे सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल की कॉल डिटेल, सर्विलांस व लोकल इंटेलीजेंस की मदद से तलाश शुरु की। पिता-पुत्र के मोबाइल की सीडीआर निकलवायी तो एक मोबाइल की लोकेशन धौलीप्याऊ क्षेत्र में मिली। सोनू होटल आदित्य गेस्ट हाउस में रुका था। इसके बाद उसकी लोकेशन खाटूश्याम से जयपुर की ओर मिली। इस पर पुलिस टीमें खाटू श्याम व जयपुर गयीं। रविवार शाम छह बजे जयपुर रेलवे स्टेशन के समीप से कथित अपहृत सोनू व उसके पिता नबाव सिंह को पकड़ लिया और पूछताछ की तो अपहरण का राजफाश हुआ।