पत्रकारिता के प्रोफेसर को टीटीई ने 2 घंटे भटकाया, फिर 700 रुपए घूस लेकर ट्रेन में दी सीट
डॉ. विशाल शर्मा का आरोप है कि पैसे लेने के बावजूद TTE ने उनके साथ बदसलूकी भी की। उन्होंने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और नार्थ रेलवे के जीएम को एक्स पर पोस्ट कर जानकारी भी दी। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। हालांकि लाइव हिन्दुस्तान इसकी पुष्टि नहीं करता है।

संगम एक्सप्रेस से मेरठ जा रहे सीएसजेएमयू के पत्रकारिता विभाग के हेड डॉ. विशाल शर्मा को टीटीई ने 700 रुपये घूस लेकर ट्रेन में रिजर्व सीट दे दी। पहले उन्हें दो घंटे तक कोच में भटकाया, फिर जनरल टिकट होने के बावजूद पैसा लेकर सीट आवंटित कर दी। पैसे टीटीई की जेब में चले गए और यात्री को इसकी रसीद भी नहीं दी गई। गौर करने वाली बात है कि सीट तनु नाम की महिला को आवंटित थी।
महिला दूसरे एसी थ्री कोच में 23 नंबर सीट पर सफर कर रही थी और उनके नाम रिजर्व सीट एम-1 कूपे में 33 नंबर खाली थी। कन्फर्म न होने के संदेह में महिला ने इकोनॉमिक औऱ एसी थ्री कूपे में रिजर्वेशन करा रखा था। विशाल का आरोप है कि पैसे लेने के बावजूद टीटीई ने उनके साथ बदसलूकी भी की। उन्होंने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और नार्थ रेलवे के जीएम को एक्स पर पोस्ट कर जानकारी भी दी। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। हालांकि लाइव हिन्दुस्तान इसकी पुष्टि नहीं करता है।
शनिवार को प्रोफेसर विशाल शर्मा मेरठ स्थित घर जाने के लिए रात नौ बजे सेंट्रल स्टेशन पहुंचे। प्लेटफार्म पर दो टीटीई मिले। वे लोग संगम एक्सप्रेस में जाने के लिए एसी थ्री कोच के सामने खड़े थे। विशाल ने उनसे सीट देने की बात कही पर वे लोग पहले आनाकानी करने लगे। ट्रेन चलने को हुई तो वे टीटीई के साथ विशाल भी चढ़ गए। टीटीई से बात न बनी तो एसी थ्री कोच में बैठी तनु ने कहा कि एम-1 कोच में 33 नंबर मेरी सीट खाली है।
टीटीई ने एक हजार मांगे तो असमर्थता जताई। दूसरा टीटीई बोला कि आठ सौ रुपये दे दो। 700 रुपये विशाल ने दे दिए। इस प्रकरण का अन्य यात्रियों ने वीडियो बना लिया। वहीं वायरल वीडियो में दो टीटीई और एक अटेंडेंट दिख रहा है और उनके हाथों में हैंड हेल्ड मशीन भी है पर कोई भी टीटीई नेम प्लेट नहीं लगाए था।