अलीगढ़ मीट विक्रेताओं को पीटने के आरोपियों की तलाश में तीन टीमें, वायरल वीडियो से कर रहे पहचान
यूपी के अलीगढ़ में हरदुआगंज थाना क्षेत्र में हुए बवाल के आरोपियों को पुलिस वीडियो के आधार पर तीन और आरोपियों को चिह्नित कर लिया है। इनकी तलाश में तीन टीमें लगी हुई हैं। बुधवार देररात पुलिस ने दबिश देकर कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया, जिनसे पूछताछ की जा रही थी।

यूपी के अलीगढ़ में हरदुआगंज थाना क्षेत्र में हुए बवाल के आरोपियों को पुलिस वीडियो के आधार पर तीन और आरोपियों को चिह्नित कर लिया है। इनकी तलाश में तीन टीमें लगी हुई हैं। बुधवार देररात पुलिस ने दबिश देकर कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया, जिनसे पूछताछ की जा रही थी। 24 मई को गांव अलहदादपुर के पास हिन्दूवादी संगठन के लोगों ने मांस से लदी मैक्स में तोड़फोड़ कर आग लगा दी थी। चालक अकील और मीट विक्रेता कदीम, अरबाज और अकील को बेरहमी से पीटा था। चारों का जेएन मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। मामले में दोनों ओर से मुकदमा दर्ज हुआ।
मथुरा से आई रिपोर्ट में ये स्पष्ट हुआ कि मांस प्रतिबंधित (गाय या गोवंश) का नहीं था। इस आधार पर पुलिस चारों पर दर्ज मुकदमे से गोवंश की धाराएं हटा रही है। मंगलवार रात को पुलिस ने घायलों के बयान भी दर्ज किए। वहीं, मारपीट के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इसमें पुलिस ने कई आरोपियों को चिह्नित किया है। अब तक चार लोगों को जेल भेजा जा चुका है। एसओ हरदुआगंज धीरज कुमार ने बताया कि अन्य आरोपियों की तलाश में दबिश जा रही है।
पशु क्रूरता के बिंदुओं पर होगी जांच
रिपोर्ट के आधार पर मुकदमे से गोवध की धाराएं हटने के बाद पुलिस की विवेचना जारी है। इसमें पशु क्रूरता से जुड़े सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। देखा जा रहा है कि मैक्स में मांस को ले जाने के लिए क्या लापरवाही बरती जा रही थीं। इसके लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से विवरण लिया जा रहा है। इसमें लापरवाही सामने आने पर पशु क्रूरता अधिनियम की धाराएं बढ़ाई जाएंगी।
खुली हुई गाड़ी में न ले जाया जाए मीट
अखिल भारत हिन्दू महासभा के पदाधिकारियों ने खुले में मीट ले जाने को लेकर एडीएम सिटी अमित भट्ट को ज्ञापन सौंपा है। राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक कुमार पाण्डेय के मुताबिक कुछ फुटकर मीट व्यवसाइयों द्वारा मेटाडोर में खुले में मीट खरीदकर अतरौली ले जाया जा रहा था। मानक के अनुसार कोई भी मीट खुले वाहन में लादकर नहीं ले जाया सकता। 24 मई को यही हुआ मीट खुले में मेटाडोर से लादकर ले जाया रहा था। तभी ग्राम अल्हदादपुर के पास कुछ ग्रामीणों की खुले मीट पर नजर पड़ी तो तो उन्हें शक हुआ कि गोकशी करने वाले प्रतिबंधित गाय का मीट ले जा रहे हैं।
इसी अफवाह को लेखकर ग्रामीणों ने मेटाडोर को रोकने की कोशिश की मेटाडोर चालक ने गाड़ी नहीं रोकी और ग्रामीणों को कुचलने का प्रयास किया जिससे गाड़ी पलट गई। गाड़ी में बैठे व्यक्तियों के साथ ग्रामीणों ने मारपीट कर दी। ज्ञापन में मांग की कि खुले में मीट सप्लाई करने वाली मीट फैक्ट्री को तुरंत सील लगाकर कानूनी कार्रवाई की जाए। अनुरोध किया कि घटना संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों पर तत्काल कार्रवाई की जाए कि उन्होंने किन मानकों के आधार पर खुला मीट ले जाने वाली गाड़ी को जाने दिया था।