यूपी में पैर पसार रहा कोरोना! सांस की दिक्कत के साथ कानपुर में मिली मरीज, दोनों फेफड़ों में निमोनिया
कानपुर में कोरोना ने दस्तक दे दी है। कोरोना मरीज को सैफई मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। आइसोलेशन वार्ड में उसका इलाज चल रहा है। 59 वर्षीय महिला को फेफड़ों और सांस लेने में दिक्कत बताई गई है।

लंबे अरसे बाद यूपी के कानपुर में कोरोना ने दस्तक दे दी है। कोरोना मरीज को सैफई मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। आइसोलेशन वार्ड में उसका इलाज चल रहा है। 59 वर्षीया महिला को फेफड़ों और सांस लेने में दिक्कत के बाद पहले कानपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कोविड जांच में पॉजिटिव पाए जाने बाद परिजन उसे इटावा के सैफई मेडिकल कॉलेज ले गए हैं। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के मुताबिक कानपुर की मरीज को पहले से टाइप टू डायबिटीज है। पिछले पांच- छह दिन से बुखार और कमजोरी की शिकायत के साथ कई दिनों से पेट में दर्द था।
बताया जा रहा है कि उन्हें दो दिनों से सांस लेने में परेशानी हो रही थी। मरीज का शुरुआती इलाज कानपुर के एक निजी अस्पताल में हुआ था। वहां जांच में वह कोरोना पॉजिटिव निकलीं। परिजन मरीज को यूपीयूएमएस सैफई रेफर करा लाए। यहां चेस्ट एक्स-रे से पता चला कि उनके दोनों फेफड़ों में निमोनिया है। टाइप टू डायबिटीज, जो नियंत्रण में नहीं है और दिल की कमजोरी, दोनों फेफड़ों में निमोनिया, और सांस की गंभीर समस्या है। मरीज को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है और उनका इलाज दवाओं के जरिए चल रहा है।
चिकित्सा अधीक्षक डा. एसपी सिंह ने बताया, मरीज की हालत गंभीर है और उसे कोविड संदिग्ध मानकर इलाज किया जा रहा है। सैंपल जांच के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने तक सभी सतर्कताएं बरती जा रही हैं। इलाज की गंभीर मामलों में प्राइवेट जांच की रिपोर्ट को हम संदिग्ध मानकर इलाज करते हैं।
वहीं सैफई मेडिकल कॉलेज के पीआरओ अनिल कुमार पांडे ने बताया पहले से ही मेडिकल कॉलेज में 100 बेड का कोविड वार्ड बना हुआ है। आरटीपीसीआर जांच की सुविधा है। उन्होंने बताया की कोविड के संक्रमण सेबचने के लिए सख्त निर्देश दिए हैं कि न्यूरो गैस्ट्रो कार्डियोलॉजी वार्ड तथा इमरजेंसी में स्टाफ या अन्य किसी को भी बिना मास्क के प्रवेश न करने दें