आयुष्मान से इलाज में गड़बड़झाले का खुलासा, 39 अस्पतालों पर ऐक्शन; 34 ने लौटाया पैसा
इस मामले में एक ओर दोषी अस्पतालों पर शिकंजा कसा जा रहा है तो दूसरी ओर पूरे मामले की जांच की जा रही है। अनियमित भुगतान लेने वाले 34 अस्पतालों ने अभी तक 7.46 करोड़ रुपये लौटा दिए हैं। जबकि पांच अस्पतालों ने अभी पैसे वापस नहीं किए हैं।

आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत फर्जीवाड़ा कर गलत भुगतान पाने वाले 39 अस्पतालों की संबद्धता साचीज ने निलंबित कर दी है। फिलहाल निलंबन अवधि में वे आयुष्मान योजना के मरीजों का इलाज नहीं कर सकेंगे। उधर, गड़बड़झाले के खुलासे के बाद शिकंजा कसने पर इनमें से 34 अस्पतालों ने गलत ढंग से लिए गए भुगतान की राशि वापस कर दी है। जबकि पांच अस्पतालों ने पैसे भी नहीं लौटाए हैं।
बीते दिनों साचीज के अधिकारियों और कर्मचारियों की आईडी का दुरुपयोग कर योजना में पंजीकृत 39 अस्पतालों को करीब 9.94 करोड़ की राशि भेजी गई थी। मामले की जानकारी होने पर साचीज प्रबंधन ने इसकी प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इस मामले में एक ओर दोषी अस्पतालों पर शिकंजा कसा जा रहा है तो दूसरी ओर पूरे मामले की जांच भी की जा रही है।
अनियमित भुगतान लेने वाले 34 अस्पतालों ने अभी तक 7.46 करोड़ रुपये लौटा दिए हैं। जबकि पांच अस्पतालों ने अभी पैसे वापस नहीं किए हैं। पैसे न लौटाने वाले अस्पतालों में पैनेसिया अस्पताल वाराणसी, हिंदुस्तान चाइल्ड अस्पताल बहराइच, सनराइज हॉस्पिटल, न्यूलाइफ हॉस्पिटल हापुड़ तथा सकीना अस्पताल मुरादाबाद शामिल है। साचीज की सीईओ अर्चना वर्मा ने कहा दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
पेशेवर डोनर, अवैध ब्लड बैंकों पर शिकंजा
यूपी में अब अवैध ब्लड बैंकों और प्रोफेशनल रक्त दाताओं के खिलाफ मुहिम चलेगी। इन्हें चिन्हित किया जाएगा। गड़बड़ी साबित होते ही इन पर कार्यवाही की जाएगी। ऐसे अवैध ब्लड बैंकों का लाइसेंस भी निरस्त किया जाएगा। दरअसल, प्रोफेशनल ब्लड डोनरों और अवैध स्रोतों से खून लेकर बेचने वाले ब्लड बैंकों को लेकर शिकायत मुख्यमंत्री तक पहुंची थी। मुख्यमंत्री ने इनके खिलाफ सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। अब ब्लड बैंकों को लेकर मानक और सख्त होंगे। सभी ब्लड बैंकों के बाहर सीसीटीवी लगवाने को कहा गया है ताकि खून बेचने के लिए आने वालों को चिन्हित किया जा सके।