UP Weather: झुलसाती गर्मी के बीच यूपी वालों के लिए गुड न्यूज, 25 जिलों में बारिश के आसार
मई और जून का महीना लू के लिए जाना जाता है। इस दौरान तापमान बढ़ता है और उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण हवा शुष्क हो जा जाती है। कूलर आदि से राहत मिल जाती है पर इस सीजन में लगातार पूर्वी हवाएं चल रही हैं। ये हवाएं बंगाल की खाड़ी से अपने साथ नमी ला रही हैं। तापमान अधिक होने से यह नमी भाप का रूप ले रही है।

यूपी में प्रचंड गर्मी पड़ रही है। लेकिन देह झुलसा देने वाली इस गर्मी के बीच प्रदेश वासियों के लिए राहत की खबर है। 14 जून को कुशीनगर, महराजगंज, सिद्धार्थ नगर,बलरामपुर,श्रावस्ती,बहराइच,लखीमपुर खीरी,सीतापुर,हरदोई, पीलीभीत, बरेली, रामपुर, बंदायू, संभल, इटावा, अलीगढ़ और हाथरथ में गरज चमक के साथ बारिश हो सकती है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार इस दौरान 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं भी चल सकती हैं।
वहीं 15 जून से पश्चिमी और पूर्वी यूपी दोनों में बूंदाबांदी और आंधी जैसी गतिविधियां शुरू हो सकती हैं। इससे तापमान में गिरावट की संभावना है। खासतौर पर गोरखपुर, आजमगढ़, बलिया, बस्ती, सिद्धार्थनगर, देवरिया सहित 25 जिलों में तेज हवाएं और गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है।
लखनऊ में तेज हवा ने शुक्रवार को तपिश में थोड़ी राहत दी लेकिन हवा में नमी के कारण हीट इंडेक्स बढ़ा रहा। मौसम विभाग के अनुसार तपिश का यह सिलसिला शनिवार तक चल सकता है। इसके बाद पूर्वी यूपी के ऊपर बनी मौसमी परिस्थितियों से बारिश शुरू होगी। आगे एक सप्ताह के भीतर मानसूनी फुहारें शहर को भिगोएंगी।
गुरुवार को राजधानी में पारा 44 डिग्री सेल्सियस पहुंचने की वजह से गर्म हवा तेजी से ऊपर उठी। नतीजतन रात से ही तेज हवा का सिलसिला चलने लगा। साथ ही स्थानीय स्तर पर एक वातावरण तैयार हुआ जिससे दिन में कई बार आसमान पर बादल छाए। इन दोनों कारणों से आज तपिश थोड़ी कम रही, बावजूद इसके बादलों की ओट से निकलकर धूप की तल्खी अपना असर दिखाती रही। दिन में 2 बजे के बाद आसमान साफ हो गया तो धूप ने कहर बरपाना शुरू कर दिया। अधिकतम तापमान 41.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह सामान्य से 2.6 डिग्री ज्यादा रहा। न्यूनतम तापमान सामान्य से 3.3 डिग्री अधिक 30.5 रहा। शनिवार को बादलों की आवाजाही रह सकती है। इस बीच अधिकतम तापमान 41 और न्यूनतम 29 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है। मौसम में 15 जून से बदलाव के आसार हैं।
वहीं कानपुर में तेज उत्तर-पूर्वी हवाओं के चलते बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी ने गर्मी में बेचैन कर दिया है। जून महीने में हीट वेव के दौरान लगातार पूर्वी हवाएं चल रही हैं जो गर्मी के अहसास को बढ़ा रही है। लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को हीट इंडेक्स 64 पर पहुंच गया जो रेड जोन में आता है। मौसम विज्ञान विभाग ने शनिवार को भी हीटवेव का अलर्ट जारी कर दिया है। इसके बाद बादल मेहरबान हुए तो ही राहत मिल सकेगी जिसकी संभावना कम दिख रही है।
मई और जून का महीना लू के लिए जाना जाता है। इस दौरान तापमान बढ़ता है और उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण हवा शुष्क हो जा जाती है। आम तौर पर लोगों को कूलर आदि से राहत मिल जाती है पर इस सीजन लगातार पूर्वी हवाएं चल रही हैं। पूर्वी हवाएं बंगाल की खाड़ी से अपने साथ नमी ला रही हैं। तापमान अधिक होने से यह नमी भाप का रूप ले रही है।
शनिवार को हीट वेव के बीच सीएसए में दिन का पारा 43.1 के स्थान पर 42.7 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। सात जून से अधिकतम पारा 40 के ऊपर बना हुआ है। हीटवेव से राहत नहीं मिल पा रही है। एयरफोर्स वेदर स्टेशन पर यह तापमान 44 डिग्री रहने की संभावना है। सर्वाधिक पारा अब तक के घोषित तापमानों के अनुसार झांसी 44.9 डिग्री है। प्रयागराज 43.8 डिग्री रहा।
रात का तापमान प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में लगातार अधिक बना हुआ है। कानपुर के एयरफोर्स वेदर स्टेशन पर यह 32.4 डिग्री रहा जो सीजन का सर्वाधिक है। सीएसए में भी रात का तापमान 31 डिग्री रहा। झांसी में 32.4, हमीरपुर में 32.2 और मथुरा में 32 डिग्री रहा। यहां रातें बेचैन करने वाली और बेहद गर्म रहीं। इन जिलों में रात के तापमान कम होने की संभावना नहीं है। कुछ जनपदों में आंधी-पानी के कारण दिन का पारा 40 डिग्री के नीचे गया।तापमान के साथ नमी का प्रतिशत भी रिकॉर्ड तोड़े हुए हैं। अधिकतम नमी का प्रतिशत 63 और न्यूनतम 38 रहा। इस कारण उमस ने अपना रिकॉर्ड तोड़ दिया।
17 जून तक आंधी-पानी का अलर्ट जारी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, शनिवार को भी हीटवेव का अलर्ट बना रहेगा। मौसम की गतिविधियां अभी ऐसी हैं जिससे प्रदेश के दक्षिण क्षेत्र में कोई राहत नहीं मिल रही है। आसपास आंधी-पानी का के कारण तापमान में मामूली गिरावट हो रही है। कानपुर और आसपास रविवार को तेज हवाएं चल सकती हैं। इस दौरान आंधी-पानी भी संभव है पर इसकी अधिक संभावना नहीं है। हवा की गति 20-25 किमी प्रति घंटा बनी हुई है। मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि रविवार से मामूली राहत की संभावना है पर जो स्थितियां हैं, आंधी-पानी की संभावना कम है। यदि तम दबाव का क्षेत्र बनता है तो ही राहत मिलेगी अन्यथा उमस भरी गर्मी का दौर खिंच सकता है। आईएमडी ने रविवार से 17 जून तक आंधी-पानी का अलर्ट जारी किया है। वहीं वाराणसी में भी 17 जून से बारिश की संभावना बन रही है। मौसम वैज्ञानिक प्रो.मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि वातावरण में फिलहाल कोई ऐसा सिस्टम सक्रिय नहीं है जो राहत दे सके। ऐसे में अगले तीन दिनों तक यही हालात रहेंगे। वैसे पश्चिमी विक्षोभ की हलचल शुरू हुई है। ऐसे में 17 जून से बारिश की संभावना बन रही है।
गोरखपुर में हुई बारिश
गोरखपुर में शुक्रवार को दिन में बदली और बारिश के बाद तपिश से राहत मिली। जिले में जून के पहले 12 दिन में रात की गर्मी ने बीते 27 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। वर्ष 1998 में पहले 12 दिन में रात का न्यूनतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस पहुंचा था। उसके बाद इस वर्ष जून में गुरुवार(12 जून) को न्यूनतम तापमान 30.5 डिग्री सेल्सियस रहा। हालांकि शुक्रवार को दिन में मौसम के मिजाज में बदलाव हुआ है। गुरुवार से छाए बादल शुक्रवार को गहरे हुए। बादलों का रंग भी काला हुआ। शुक्रवार को आसमान में बादलों की मौजूदगी से सूरज की तपिश काफी कम रहीं। दिन में तेज हवाएं चली। गरज-चमक के साथ रिमझिम फुहारें गिरी।
मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार को 4.2 मिलीमीटर बारिश हुई है। शुक्रवार को दिन का अधिकतम तापमान 38.4 डिग्री सेल्सियस रहा है। यह सामान्य से 1.4 डिग्री सेल्सियस अधिक है। बीते 24 घंटे में दिन के तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई।
रात में जारी है सितम
शुक्रवार को रात का न्यूनतम तापमान 29.2 डिग्री रहा है। यह सामान्य से 3.2 डिग्री अधिक है। बादलों की मौजूदगी के कारण चली ठंडी हवाओं के कारण रात की गर्मी से आंशिक राहत मिली है। मौसम विभाग के मुताबिक तीन दिन अभी आसमान में बादल मौजूद रहेंगे। रुक-रुक कर बूंदाबांदी होगी।