यूपी के रामपुर में 36 पाक नागरिकों के लांग टर्म वीजा रद, जानें क्या हैं नियम
ऑपरेशन सिंदूर के तहत केंद्र सरकार ने भारत में लांग टर्म वीजा (एलटीवी) पर रह रहे पाकिस्तान नागरिकों के खिलाफ सख्ती शुरू कर दी है। इसी क्रम में रामपुर में रह रहे 36 पाकिस्तानी नागरिकों के एलटीवी रद्द कर दिए गए हैं।

ऑपरेशन सिंदूर के तहत केंद्र सरकार ने भारत में लांग टर्म वीजा (एलटीवी) पर रह रहे पाकिस्तान नागरिकों के खिलाफ सख्ती शुरू कर दी है। इसी क्रम में रामपुर में रह रहे 36 पाकिस्तानी नागरिकों के एलटीवी रद्द कर दिए गए हैं। अब इन सभी को दोबारा केंद्रीय गृह मंत्रालय के पोर्टल पर आवेदन करना होगा।
खुफिया सूत्रों के मुताबिक, इन नागरिकों को सूचना फोन और नोटिस के माध्यम से दी जा रही है। रामपुर के कई परिवारों के पाकिस्तान से रिश्तेदाराना संबंध हैं। कुछ ने अपनी बेटियों की शादी पाकिस्तान में की है, जबकि कुछ पाकिस्तान से विवाह कर यहां अपनी पत्नियों को लाए हैं। ऐसे में कई पाकिस्तानी नागरिक वर्षों से रामपुर में लांग टर्म वीजा पर रह रहे थे।
पहलगाम अटैक के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान को लेकर तमाम तरह की पाबंदियां गा दी है। एलटीवी पर या सालों से रह रहे पाक नागरिकों पर भी शिकंजा कस गया है। सुरक्षा कारणों से अब इन नागरिकों की मौजूदगी की पुनः जांच की जा रही है और एलटीवी को शून्य मानते हुए उन्हें नए सिरे से आवेदन करने को कहा गया है। खुफिया विभाग के एक अफसर ने बताया कि रामपुर में लांग टर्म वीजा पर रह रहे 36 पाक नागरिकों के एलटीवी रद हो गए हैं।
जानें लांग टर्म वीजा नियम
लांग टर्म वीजा एक सीमित अवधि के लिए जारी किया जाता है। जिसकी समय सीमा पूरी होने से पहले या तो इसे बढ़वाने को आवेदन किया जाता है, अन्यथा मुल्क छोड़ना होता है।
भारतीय व्हाट्सऐप नंबर यूज कर रहे पाक खुफिया अफसर
ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियां भारत में सूचनाएं एकत्र करने की कोशिश में जुटी हैं। इसी कड़ी में भारत के एक सक्रिय व्हाट्सऐप नंबर 7340921702 के जरिए लोगों से संपर्क साधने की कोशिश की जा रही है। अपडेट मिलने के बाद जिलाधिकारी ने लोगों से अपील की है कि वे इस नंबर को इग्नोर करें।
खुफिया एजेंसियों को मिले इनपुट के अनुसार, यह नंबर पाकिस्तान की ओर से भारत की सैन्य और खुफिया गतिविधियों की जानकारी जुटाने में इस्तेमाल हो रहा है। रामपुर स्थित खुफिया इकाई के एक अधिकारी ने बताया कि यह पहला मौका नहीं है जब पाकिस्तान इस तरह की हरकत कर रहा हो। पूर्व में भी महिलाओं या लड़कियों के नाम से, भारतीय नागरिकों को हनीट्रैप में फंसाने की कोशिशें होती रही हैं।