Residents Suffer from Poor Sanitation and Crime in Varanasi s Kaushalesh Nagar बोले काशी : असि नाला कागज में साफ, मौके पर झाड़ियां बेहिसाब, Varanasi Hindi News - Hindustan
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बोले काशी : असि नाला कागज में साफ, मौके पर झाड़ियां बेहिसाब

Varanasi News - वाराणसी के कौशलेश नगर में नाले की सफाई के नाम पर सिर्फ दिखावा हो रहा है। स्थानीय लोग सफाई न होने, गंदगी, और नशेड़ियों की बढ़ती गतिविधियों से परेशान हैं। 2017 से पाइपलाइन बिछाने के बावजूद पीएनजी सप्लाई...

Newswrap हिन्दुस्तान, वाराणसीWed, 11 June 2025 02:01 AM
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बोले काशी : असि नाला कागज में साफ, मौके पर झाड़ियां बेहिसाब

वाराणसी। वाराणसी शहर में नाला सफाई के नाम पर किस तरह आंखों में धूल झोंकी जा रही है, इसका ताजा उदाहरण नरिया वार्ड के कौशलेश नगर में दिखता है। कॉलोनी से गुजरने वाले असि नाले की 60 प्रतिशत सफाई का दावा है जबकि नाला कचरा और झाड़ियों से पटा है। गंदगी से वह संकरा हो गया है। बाशिंदों के मुताबिक पिछले वर्ष भी इसी तरह सफाई हुई थी। यहां गेल पाइप्ड नेचुरल गैस की सप्लाई भूल गया लगता है। लोगबाग सात वर्षों से पीएनजी पर रोटी पकाने का इंतजार कर रहे हैं। कौशलेश नगर में लगभग 100 मकान हैं। आबादी एक हजार के आसपास है।

गंदगी, अराजकता, जर्जर सड़क जैसी समस्याओं से परेशान बाशिंदों ने ‘हिन्दुस्तान से अपनी पीड़ा साझा की। बताया कि कूड़ा-कचरा और झाड़-झंखाड़ से असि नाला सकरा हो रहा है। दवाओं का छिड़काव नहीं होता है। बदबू से घरों में रहना मुश्किल हो जाता है। लोग घरों की खिड़कियां नहीं खोलते। डॉ. अनिल कुमार सिंह, वरुण सिंह की बातों से लगा कि कॉलोनी में न सफाई पटरी पर है, न रोज कूड़ा उठाया जाता है। लोगबाग खुले में कूड़ा फेंकते हैं। शशिप्रकाश ने कहा कि गंदगी से बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है। कॉलोनी में जगह-जगह कूड़े का देखा जा सकता है। हफ्ते में एक या दो दिन सफाई होती है। राजीव माथुर ने स्वच्छता अभियान के तहत प्रतिदिन झाड़ू लगने के साथ रोज कूड़ा उठान पर जोर दिया। पीएनजी का 2017 से इंतजार गेल ने कौशलेश नगर में पीएनजी सप्लाई के लिए 2017 में पाइप लाइन बिछाई थी। कनेक्शन के लिए लोगों ने पैसे भी जमा किए थे, लेकिन अब तक सप्लाई शुरू नहीं हुई है। कैलाशनाथ श्रीवास्तव और अलख कुमार श्रीवास्तव बोले, उम्मीद थी कि पीएनजी की सप्लाई शुरू होने पर सिलेंडर लाने का झंझट खत्म होगा लेकिन हम कॉलोनी के लोग सात-आठ वर्षों से इंतजार ही कर रहे हैं। मलिका सिंह, शैलजा श्रीवास्तव और हेमा सिंह ने बताया कि कई बार गेल के अधिकारियों से संपर्क किया गया। सप्लाई शुरू कराने का आग्रह किया गया। बोले, आसपास के कई इलाकों में पीएनजी पर भोजन पक रहा है। सौरभ सिंह, रवि सिंह ने कहा कि पीएनजी की सप्लाई शुरू होने से बहुत राहत मिलेगी। नशेड़ियों का अड्डा बनी कॉलोनी कॉलोनी नशेड़ियों का अड्डा बन गई है। वे असि नाले की तरफ से रोज आते हैं और कॉलोनी के अलावा पार्क में बैठकर नशा करते हैं, जुआ खेलते हैं। मना करने पर मारपीट की स्थिति बन जाती है। अंकित, प्रमिल पांडेय ने बताया कि कुछ दिन पहले अराजक तत्वों को टोका गया तो वे मारपीट करने लगे। इसमें कुछ लोग घायल भी हो गए। आरएस पांडेय ने कहा कि यह एक दिन की बात नहीं है। अक्सर ऐसा होता रहता है। रास्ता बंद कराने के लिए नाले को चौड़ा कराया गया था लेकिन अराजकतत्वों की आवाजाही जारी है। भगवत सिंह ने कहा कि इस माहौल में महिलाओं-बेटियों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। इसका स्थायी समाधान होना चाहिए। पुलिस गश्त नहीं होती कॉलोनी में पुलिस गश्त नहीं होती। फतेहबहादुर सिंह, महादेव सिंह ने बताया कि किसी घटना पर फोन करने पर पुलिस आती है। प्रतिदिन गश्त न होने से चोरी की घटनाएं भी बढ़ गई हैं। आए दिन किसी न किसी परिवार का सामान चोरी हो जाता है। विपिन सिंह ने कहा कि रात में पुलिस गश्त हो तो अराजक तत्वों में भय रहेगा। चोरी की घटनाओं पर रोक लगेगी। लोगों को राहत मिलेगी। कैसे चलते हैं इस सड़क पर कॉलोनी में अंदर की सड़क जर्जर हो चुकी है। इससे आवागमन लोगों के लिए चुनौतीपूर्ण होता है। मलिका सिंह, हेमा ने कहा कि बारिश के दिनों में आवागमन और मुश्किल हो जाता है। वाहन सवारों के साथ पैदल चलने वाले भी चोटिल होते रहते हैं। बच्चों को इस रास्ते पर भेजने में डर लगता है। डॉ. केदारनाथ ने कहा कि सड़कों के गुणवत्तापूर्ण निर्माण पर ध्यान दिया जाए तो ऐसी स्थिति न हो। समय पर मरम्मत ही करा दिया जाए तो इससे भी राहत मिलेगी। मवेशियों से डर, गंदगी भी कॉलोनी के लोग छुट्टा पशुओं से भी परेशान हैं। वे आए दिन किसी न किसी को घायल कर देते हैं। पार्क का गेट खुला रहने पर मवेशी उसमें भी पहुंच जाते हैं। सौरभ सिंह, रवि सिंह ने कहा कि मवेशियों का झुंड पूरी कॉलोनी में गंदगी भी फैलाता है। चारों ओर गंदगी बनी रहती है। कई बार शिकायत के बाद भी इस समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। कम्युनिटी सेंटर की जमीन पर गलत नजर बाशिंदों ने दिखाया कि कॉलोनी में विकास प्राधिकरण ने कम्युनिटी सेंटर के लिए जमीन छोड़ी है। उस पर अवैध कब्जा हो रहा है। अलख कुमार श्रीवास्तव ने उक्त जमीन से अतिक्रमण हटाने पर जोर दिया। बोले कि जिस काम के लिए जमीन छोड़ी गई है, उसका उसी के लिए उपयोग सुनिश्चित होना चाहिए। शशिप्रकाश, अनिल ने बताया कि कॉलोनी के लोग अतिक्रमण हटाने की बात करते हैं तो झगड़े की स्थिति पैदा हो जाती है। फतेह बहादुर सिंह ने कहा कि वीडीए अतिक्रमण हटवाकर कम्युनिटी सेंटर का निर्माण कराए ताकि कॉलोनी के लोग उसका इस्तेमाल कर सकें। यह सेंटर बनने से विशेष आयोजनों के लिए लॉन आदि के बड़े खर्च से राहत मिल जाएगी। तारों का जाल, स्ट्रीट लाइटें खराब कैलाशनाथ श्रीवास्तव ने दिखाया कि नेटवर्क कंपनियों ने कॉलोनी में किस कदर तारों का जाल फैला रखा है। ज्यादातर तार लटक रहे हैं। कई जगह घरों से गुजर रहे हैं। अलख कुमार श्रीवास्तव ने ध्यान दिलाया कि कई बार स्ट्रीट लाइटें खराब होने पर महीनों नहीं बन पातीं। हम शिकायत करते-करते थक चुके हैं। हेमा सिंह के मुताबिक लाइटों की मरम्मत की समय सीमा तय होनी चाहिए। तभी समस्या का समाधान हो सकेगा। हमें भी सुनें सफाई न होने से असि नाला सकरा हो रहा है। उसमें झाड़ियां उग गई हैं। बदबू से लोग परेशान हैं। - डॉ. अनिल कुमार सिंह कॉलोनी में न सफाई होती है, न ही कूड़ा उठान होता है। यह स्वच्छता अभियान को धोखा है। - शशि प्रकाश कॉलोनी में हफ्ते में एक या दो दिन ही झाड़ू लगती है। कूड़ा उठान तो हफ्तों तक नहीं होता है। - हेमा सिंह कॉलोनी में पीएनजी सप्लाई के लिए 2017 में पाइपलाइन बिछाई गई थी। अब तक उसका इंतजार है। - शैलजा श्रीवास्तव कॉलोनी में नशेड़ियों ने अड्डा बना लिया है। वे अराजकता फैलातै हैं। मना करने पर मारपीट करते हैं। - मलिका सिंह किसी घटना के बाद फोन करने पर ही पुलिस आती है। चोरी की घटनाएं बढ़ गई हैं। -प्रमिल पांडेय कॉलोनी की सड़क जर्जर हो चुकी है। बारिश के दिनों में आवागमन में दिक्कत बढ़ जाती है। -अलख कुमार छुट्टा मवेशी आए दिन किसी न किसी को घायल कर देते हैं। बच्चे का घरों से निकलना मुश्किल होता है। -डॉ. केदारनाथ कॉलोनी में वीडीए ने कम्यूनिटी सेंटर के लिए जमीन छोड़ी है। इस पर अवैध कब्जा हो रहा है। - भगवत सिंह नेटवर्किंग कंपनियों के बेतरतीब केबिल से बहुत परेशानी होती है। कई जगह वे नीचे लटक रहे हैं। - कैलाशनाथ श्रीवास्तव सुझाव और शिकायतें 1- कॉलोनी से गुजर रहे असि नाले की 60 प्रतिशत सफाई का दावा किया जा रहा है जबकि मौके पर वह कूड़ा और झंखाड़ से पटा है। 2- कॉलोनी में अराजकतत्वों का आए दिन किसी न किसी से झगड़ा होता है। पुलिस गश्त न होने से समस्या विकट हो रही है। 3- 2017 में गेल ने पीएनजी सप्लाई के लिए पाइप लाइन बिछाई लेकिन आज तक सप्लाई शुरू नहीं हो सकी है। 4- कॉलोनी में न झाड़ू लगती है, न ही कूड़ा उठान होता है। खुले में लोग कूड़ा फेंकते हैं। मच्छरों और बीमारियों का प्रकोप बढ़ रहा है। 5-जर्जर सड़क पर आवागमन मुश्किल हो गया है। बारिश के दिनों में समस्या बढ़ जाती है। वाहन चालकों के साथ पैदल चलने वाले भी परेशान होते हैं। सुझाव 1- कॉलोनी से गुजर रहे असि नाला की सही ढंग से सफाई हो तो लोगों को राहत मिलेगी। इसके साथ ही नाला ढंका जाना चाहिए। 2- प्रतिदिन पुलिस गश्त होनी चाहिए। नाले की तरफ का रास्ता बंद करा दिया जाए तो समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी। 3- कॉलोनी में जल्द से जल्द पीएनजी की सप्लाई शुरू होनी चाहिए। इससे लोगों को राहत मिलेगी। 4-कॉलोनी में प्रतिदिन झाड़ू लगने के साथ ही कूड़ा उठान होना चाहिए। तभी स्वच्छता का सपना साकार होगा। 5- सड़कों की गुणवत्तापूर्ण मरम्मत कराई जाए ताकि वे लंबे समय तक जर्जर न हों। इससे लोगों को आवागमन में सहूलियत होगी। बोले जिम्मेदार गश्त के लिए करेंगे निर्देशित इलाकाई पुलिस को गश्त के लिए निर्देशित किया जाएगा। कॉलोनियों में पुलिस की मौजूदगी से लोगों में सुरक्षा का भाव रहता है। चोरी की शिकायत मिलने पर पुलिस कार्रवाई करती है। डॉ. ईशान सोनी, एसीपी भेलूपुर

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