‘जब-जब घटिया सड़क बनेगी, तब-तब उधेड़ुंगा
स्याल्दे बिखौती के मुख्य मेले का आयोजन मंगलवार को हुआ। इस दौरान ग्रामीणों ने ढोल नगाड़ों और रणसिंघों के साथ पारंपरिक गाने गाए। मेले में सैकड़ों लोगों की भीड़ उमड़ी और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन...

स्याल्दे बिखौती के मुख्य मेले का मंगलवार को आयोजन हुआ। ढोल नगाड़ों की थाप व रणसिंघों की गर्जना के बीच आल और गरख धड़े ने ओड़ा भेटा। इस दौरान ग्रामीणों ने झोड़ा, चांचरी आदि का भी गायन किया। मंगलवार को स्याल्दे बिखौती के मुख्य मेले में ओड़ा भेटने के लिए ग्रामीण अपने गांवों से ढोल नगाड़ों, निशानों के साथ पहुंचे। इस दौरान रणसिंघों की गर्जना हुई। साथ ही बीन बाजे की मधुर धुनों ने भी लोगों को आकर्षित किया। वीररस के प्रतीक सरंकार खेलते हुए ग्रामीण मंदिर में पहुंचे। हुड़के व चिमटे आदि वाद्य यंत्रों के साथ झोड़े व भगनौल गीतों का गायन भी किया गया। सैकडों रणबांकुरों के हूजूम ने बारी-बारी से ओड़ा भेटा। पहली बारी में गरख धड़े ने ओड़ा भेटा। वहीं, दूसरी बारी में आल धड़े ने ओड़ा भेटा। गरख धड़े में सलना, बसेरा, असगोली, कोटीला, छतगुल्ला, कूना, धन्यारी, गुपटली, बूंगा, सिमलगांव, बेढूली, कुई, नौरी व गवाड़ शामिल रहे। वहीं, दूसरी बारी में आल धडे के 6 जोड़ी नगाड़े निशानों ने प्रतिभाग किया। इसमें विजयपुर, डढोली, मल्ली मिरई, तल्ली मिरई, किरोली व पिनोली गांवों ने शिरकत की। इस दौरान मंदिर में लोगों की काफी भीड़ उमड़ी।
ये रहे मौजदू
क्षेत्रीय विधायक मदन बिष्ट, नपं अध्यक्ष संगीता आर्या, उपाध्यक्ष हेम रावत, थानाध्यक्ष अवनीश कुमार, गिरीश चौधरी, पूर्व विधायक पुष्पेश त्रिपाठी, महेश नेगी, दीपक किरौला, राजेंद्र किरौला, पूर्व नपं अध्यक्ष अनिल चौधरी, नंदिता भट्ट, रमेश पुजारी, नारायण रावत, नरेंद्र अधिकारी, जगत रौतेला, अनिल शाही, मुकुल साह, भूपेंद्र काण्डपाल, उदय किरौला, चारु तिवारी, उपपा अध्यक्ष पीसी तिवारी आदि रहे।
‘सरकारी स्कूला बंद हुणि छन, नान लगूनी सूट
मेले में लोगों युवाओं और लोगों की एक टोली ने हुड़के की थाप के साथ राज्य की वर्तमान परिस्थितियों को झोड़ो-भगनौलों के माध्यम से बयां किया। पव्वा दुकाना जागि जागि खुली, पांणी की हैगे पट्ट, सरकारी स्कूला बंद हुणि छन, नान लगूनी सूट, तली बै ऐगे मोटर कारा, मली बै ऐगो ठ्यल, जैल सिलेंडरा क रेट बढाईं वीक नी ह भल, उत्तराखंड देवभूमि ओ रेखा तू ऐजा पहाड़ा, ओ चना हाई चना तू भलिकै रै गों पना आदि की प्रस्तुति दी। यहां दीपा तिवारी, उदय किरौला, भवानी राम, शंकर दत्त तिवारी, केपीएस अधिकारी, नंद लाल आदि रहे।
देर रात तक लोक गीतों ने बांधा समां
सोमवार रात शीतलापुष्कर मैदान सांस्कृतिक मंच में गेवाड़ सांस्कृतिक कला मंच, कुरुच्ची, घनश्याम अधिकारी असगोली, विनोद, नन्द राम, स्वर लहरी उत्तराखंड लोक संस्कृति विरासत पाली पछांऊ टीम, यूनिवर्सल कान्वेंट स्कूल, एमडी तिवारी इंटर कालेज, राबाइंका द्वाराहाट ने आंचलिक संस्कृति पर आधारित प्रस्तुतियां दी। सोमनाथ महावीर सांस्कृतिक समिति सोमेश्वर टीम ने गोलू गाथा व अमित बोरा ग्रुप गगोलीहाट की सांस्कृतिक टीमों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए। देर रात तक कुमाउनी, गढ़वाली लोक गीतों व लोकनृत्यों की प्रस्तुति हुई।
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