सावधानट्रैफिक जाम के दौरान एक व्यक्ति ने उनक! देहरादून में ‘ठक-ठक’ गैंग फिर एक्टिव, लाखों ठगने का यह होता है शातिर प्लान
- ट्रैफिक जाम के दौरान एक व्यक्ति ने उनकी कार का शीशा खटखटाकर पैर पर गाड़ी चढ़ने का बहाना बनाया। उसने बातों में उलझाया। कार के दूसरी ओर खड़े व्यक्ति ने उनका सीट पर रखा मोबाइल उठाया। इसके बाद दोनों फरार हो गए।

देहरादून में ‘ठक-ठक’ गैंग एक बार फिर सक्रिय हो गया है। गैंग के दो सदस्यों ने ट्रैफिक जाम का फायदा उठाकर तीन कार चालकों के फोन चोरी किए। 10 और 11 अप्रैल को घटी तीन घटनाओं को लेकर 13 अप्रैल को अलग-अलग थानों में केस दर्ज कर इसी रात यूपी के रहने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया पटेलनगर कोतवाली और नेहरू कॉलोनी थाने में ठक-ठक गैंग के खिलाफ तीन केस दर्ज हुए। पहला मामला नेहरू कॉलोनी थाने में वीर सिंह पंवार ने दर्ज कराया। वीर सिंह ने बताया कि 11 अप्रैल को शाम करीब 6:15 बजे वह रिस्पना पुल तिराहे से गुजर रहे थे।
ट्रैफिक जाम के दौरान एक व्यक्ति ने उनकी कार का शीशा खटखटाकर पैर पर गाड़ी चढ़ने का बहाना बनाया। उसने बातों में उलझाया। कार के दूसरी ओर खड़े व्यक्ति ने उनका सीट पर रखा मोबाइल उठाया। इसके बाद दोनों फरार हो गए।
दूसरा मामला पटेलनगर कोतवाली की आईएसबीटी चौकी में गयूर मलिक ने दर्ज कराया। गयूर ने बताया कि 10 अप्रैल को शाम 7:25 बजे वह शिमला बाईपास चौक की रेड लाइट पर अपनी कार से रुके थे। दो लोग उनकी कार के पास आए।
एक ने जानबूझकर गाड़ी से टकराने का नाटक किया और दूसरा शीशा खटखटाकर उनका ध्यान भटकाने लगा। इस दौरान कार में रखा उनका आईफोन चोरी किया और दोनों फरार हो गए।तीसरी घटना 11 अप्रैल को शाम 6:50 बजे ट्रांसपोर्ट नगर से आईएसबीटी की ओर आते हुए मनमोहन सिंह बिष्ट के साथ घटी।
मनमोहन ने बताया कि पिटकुल ऑफिस के पास ट्रैफिक में एक अज्ञात व्यक्ति ने उनसे बहस शुरू की। वह कार के शीशे नीचे कर उससे बात करने लगे। तभी उनका भी फोन चोरी किया गया।
तीनों मामले में रविवार को मुकदमा दर्ज होने बाद पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी। पुलिस ने रविवार रात ही चंद्रबनी चौक से आदेश कुमार उम्र 34 वर्ष निवासी एलम थाना कांधला जिला शामिली और ईनाम उम्र 45 वर्ष निवासी फतलापुर रोड शिव मंदिर के पास थाना लिसाड़ी गेट जिला मेरठ यूपी को गिरफ्तार किया।
आरोपियों के कब्जे से तीनों कारों से चोरी किए गए मोबाइल फोन बरामद हुए। गिरफ्तार आरोपी नशे के आदी हैं। अपने नशे की जरूरत पूरी करने के लिए इन्होंने अपराध का यह रास्ता चुना।
ट्रैफिक जाम का फायदा उठाता है गैंग
ठक-ठक गैंग ट्रैफिक जाम या रेड लाइट पर कार चालकों को निशाना बनाता है। एक सदस्य शीशा खटखटाकर या बहस शुरू करके चालक का ध्यान भटकाता है। जबकि दूसरा साथी मोबाइल या अन्य कीमती सामान चुराकर फरार हो जाता है। ये वारदातें इतनी तेजी से होती हैं कि पीड़ित को तुरंत चोरी का आभास भी नहीं होता। आरोपी उन कारों को निशाना बनाते हैं, जिनमें चालक अकेले बैठा हो और महंगा मोबाइल फोन पास की सीट पर रखा हुआ हो।
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