जेनरिक दवाएं लिखें डॉक्टर : डीएम
जिलाधिकारी डॉ. संदीप तिवारी ने स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने और सस्ती दवाइयां उपलब्ध कराने के लिए सरकारी चिकित्सकों को जेनरिक दवाइयां लिखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अस्पतालों में जागरूकता...

जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने और आमजन को सस्ती दवाइयां उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिलाधिकारी डॉ. संदीप तिवारी ने सरकारी चिकित्सकों को जन औषधि केंद्रों और अस्पतालों में उपलब्ध जेनरिक दवाइयां लिखने के निर्देश दिए हैं। शुक्रवार को आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी और प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि गोपेश्वर और कर्णप्रयाग के अस्पतालों में कार्यरत सभी चिकित्सक मरीजों को जेनरिक दवाएं ही लिखें। उन्होंने कहा कि जन औषधि केंद्रों की उपयोगिता तभी सार्थक होगी, जब चिकित्सक स्वयं इन दवाओं के प्रयोग को बढ़ावा देंगे। डीएम ने जन औषधि केंद्रों के संचालकों को निर्देश दिए कि वे अस्पताल परिसरों में जन औषधि योजना से संबंधित जागरूकता बैनर लगवाएं।
इसका उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों तक सस्ती और गुणवत्तापूर्ण दवाओं की जानकारी पहुंचाना है। डॉ. तिवारी ने कहा, जेनरिक दवाओं के प्रयोग से न केवल मरीजों को वित्तीय राहत मिलेगी, बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में भी सुधार होगा। उन्होंने बताया कि मरीज महंगी ब्रांडेड दवाओं की जगह कम कीमत पर समान गुणवत्ता वाली जेनरिक दवाएं खरीद सकेंगे, जिससे उनका इलाज अधिक सुलभ और किफायती होगा। गौरतलब है कि भारत सरकार की प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना के तहत संचालित जन औषधि केंद्रों का मुख्य उद्देश्य आम नागरिकों को 50% से 80% तक सस्ती दरों पर उच्च गुणवत्ता की जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध कराना है। चमोली जिले के गोपेश्वर और कर्णप्रयाग में पहले से ही जन औषधि केंद्र संचालित किए जा रहे हैं। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अभिषेक गुप्ता, वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. अमित जैन और जन औषधि केंद्र के संचालक संजीव वर्मा भी मौजूद रहे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।