मां चंडिका के पौराणिक धारा निर्माण के लिए धरना जारी
--क्रॉसर-- 27 गांवों की महिला मंगल दलों ने दूसरे दिन भी धरना-प्रदर्शन किया ग्रामीणों

ग्रामीणों ने उग्र प्रदर्शन की भी चेतावनी दी रेलवे लाइन निर्माण के दौरान क्षतिग्रस्त हुई थी धारा महिला मंगल दलों का विरोध दूसरे दिन भी जारी गोपेश्वर, संवाददाता। चमोली जिले के विकासखंड पोखरी में बनातोली सिवाई में रेलवे लाइन निर्माण के दौरान क्षेत्र की आराध्य देवी मां चंडिका का स्नान धारा पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गया था। पवित्र धारा को रेलवे विभाग को जिम्मेदार मानते हुए ग्रामीणों में आक्रोश है। रेलवे विभाग द्वारा क्षतिग्रस्त पवित्र और पौराणिक धारा के पुनर्निर्माण की मांग को लेकर आराध्य देवी मां चंडिका देवी से जुड़े 27 गावों की महिला मंगल दलों ने दूसरे दिन भी मंगलवार को धरना-प्रदर्शन किया।
आक्रोशित महिलाओं ने रेलवे के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। चेताया कि जब तक रेलवे के द्वारा आराध्य देवी मां चंडिका के धारे का निमार्ण नही किया जाता तब तक धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा। मन्दिर समिति अध्यक्ष दिलबर सिंह ने कहा कि रेलवे निमार्ण निगम ने आराध्य देवी मां चंडिका का पौराणिक स्नान धारा पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त कर दिया था। कई बार धारे निर्माण के लिए वार्ता भी की गई, लेकिन अभी तक धारे का निर्माण कार्य शुरू नही हुआ है। उनका कहना था कि एक तरफ सरकार पौराणिक धारों का निर्माण करने के लिए जन-जागरूकता अभियान चला रही है, तो दूसरी ओर 27 गांवों की महिलाएं पौराणिक धारा के निमार्ण के लिए धरना-प्रदर्शन कर रहीं हैं। चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द ही धारे का निर्माण कार्य शुरू नही किया गया तो ग्रामीणों द्वारा उग्र प्रदर्शन किया जाएगा, जिसकी सारी जिम्मेदारी रेलवे निर्माण निगम की होगी। सचिव ईश्वर सिंह, सन्दीप सिंह, दर्शन कंडारी, धीरेंद्र राणा, गुड्डी देवी, नीमा चौहान, आशा देवी, राजेंद्र सिंह,रेखा देवी, किरन देवी, सरोजनी नेगी, लक्ष्मी देवी, हेमा देवी सहित बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद थीं।
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