कुबेर गार्डन के फलों से जाने जाते हैं शिवराज सिंह
चम्पावत के खरही के शिवराज सिंह अपने खेतों में जैविक फलों और सब्जियों की खेती कर रहे हैं, जिससे उनकी आजीविका का साधन बन रहा है। पर्यटकों से अच्छी मांग के चलते वे आड़ू, पुलम और खुमानी जैसे फलों का...

चम्पावत। जिले के खरही के राजकोट निवासी शिवराज सिंह अपने क्षेत्र को लेकर बाहरी राज्यों से गुरुद्वारा रीठासाहिब में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं में आड़ू, पुलम , खुमानी एवं अपने खेतों में उगाई हरी सब्जियों की पहचान बना रहे हैं। यही इनकी आजीविका का जरिया बन रही है। परंपरागत फलों में सेब, तिमला(अंजीर), नींबू, खुमानी एवं आड़ू उत्पादन के स्थान पर जैविक तरीके से विभिन्न प्रकार की खेती शिवराज सिंह के लाभ का सौदा बन रही है। उद्यान विभाग के सचल दल भिंगराड़ा की ओर से शिवराज सिंह को जैविक खेती एवं फलों के लिए प्रेरित किए जाने से उनका रुझान भी इस तरफ बढ़ता जा रहा है।
बिना किसी रासायनिक खाद अथवा उर्वरक के जरिये से उगाये गये फलों की लगातार मांग बढ़ रही है। इससे अब किसानों की ओर से बड़े पैमाने पर फलदार का उत्पादन किया जाने लगा है। प्रगतिशील किसान भिंगराड़ा निवासी उमेश चंद्र भट्ट की ओर से सफलतापूर्वक जैविक सब्जियों एवं फलों का उत्पादन किया जा रहा है। उनका कहना है कि जहां मैदानी क्षेत्र से आ रहे पर्यटकों से अच्छा मुनाफा ले रहे हैं वहीं पहाड़ की जैविक विधि से उगाए गये फल एवं हरी सब्जियां उचित बिक रही हैं।
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