अमेरिका में पूछा गया- भारत ने क्यों रखा ऑपरेशन सिंदूर नाम? शशि थरूर ने दिया शानदार जवाब
ऑपरेशन सिंदूर शानदार ढंग से चुना गया एक नाम है। उन्होंने कहा कि सिंदूर का रंग खून के रंग से बहुत अलग नहीं है। उनसे पूछा गया कि भारत ने आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई के लिए 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम क्यों चुना।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत द्वारा शुरू किए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर अमेरिका में चल रही सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल की यात्रा के दौरान कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इसके नाम और मकसद को लेकर वहां के नेताओं और स्थानीय लोगों को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि एक प्रतीकात्मक संदेश भी है। यह आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक और सांस्कृतिक रूप से गूंजता हुआ जवाब है।
थरूर ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर शानदार ढंग से चुना गया एक नाम है। उन्होंने कहा कि सिंदूर का रंग खून के रंग से बहुत अलग नहीं है। उनसे पूछा गया कि भारत ने आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई के लिए 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम क्यों चुना। उन्होंने जवाब दिया, "ऑपरेशन सिंदूर एक शानदार ढंग से चुना गया नाम है। मुझे लगता है कुछ अमेरिकी स्पष्ट रूप से इस बारे में नहीं जानते होंगे। उन्हें मैं बताऊं कि सिंदूर को विवाह के समय महिलाओं की मांग में लगाया जाता है। उसके बाद हर दिन शादीशुदा महिला इसे लगाती है। यह उसके सुहाग की निशानी होती है।''
उन्होंने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर वास्तव में एक शानदार नाम है। सिंदूर वह निशानी है जो हिंदू परंपरा में विवाहित महिलाओं के माथे पर लगाया जाता है। पहलगाम हमले में आतंकियों ने विवाहित महिलाओं के पति की हत्या की, जिससे उनका सिंदूर उजड़ गया। इसलिए यह ऑपरेशन ‘सिंदूर का बदला खून’ की तरह है।”
क्या है ‘ऑपरेशन सिंदूर’?
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसारन घाटी में 26 नागरिकों की नृशंस हत्या के बाद भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च किया था। हमले में मारे गए लोगों में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक शामिल थे। भारत की सशस्त्र सेनाओं ने इसका जवाब पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoJK) में आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाकर दिया, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी ढेर किए गए।
शशि थरूर ने कहा कि आतंकियों ने पुरुषों को उनके परिवारों के सामने मार दिया और महिलाओं को जानबूझकर जिंदा छोड़ दिया ताकि वे इस क्रूरता की कहानी वापस जाकर बताएं। उन्होंने कहा, "यह सिर्फ हत्या नहीं थी, यह भारतीय नारी की अस्मिता पर हमला था। आतंकियों ने सिंदूर को मिटाने की कोशिश की थी, हमने उसका जवाब खून से दिया।”
पाकिस्तान को भारी नुकसान
थरूर ने जानकारी दी कि भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान के 11 एयरबेस पर सटीक हमले किए। उन्होंने बताया, "सैटेलाइट इमेज से साफ है कि भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के एयरबेस हैदराबाद (दक्षिण पाकिस्तान) से लेकर पेशावर (उत्तर-पश्चिम) तक में गहरे गड्ढे कर दिए। रनवे, ऑपरेशनल कमांड सेंटर तक तबाह कर दिए गए।" उन्होंने आगे कहा, "पाकिस्तान ने खुद स्वीकार किया है कि भारतीय हमले इतने व्यापक और प्रभावी थे कि उन्होंने हमसे युद्ध विराम की अपील की।"
अमेरिकी सांसदों से मुलाकात
प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिकी कांग्रेस के भारत कॉकस और विदेश मामलों की समिति के सदस्यों से मुलाकात की। इसमें रो खन्ना, रिच मैककॉर्मिक, एंडी बार, मार्क वीज़ी, ब्रायन मस्ट, ग्रेगोरी मीक्स, एमी बेड़ा समेत कई प्रभावशाली सांसद शामिल रहे।