एक साथ दस लोगों ने लिया नेत्रदान, अंगदान का संकल्प
दधीचि देहदान समिति के जनजागरण अभियान का असर दिख रहा है। रविवार को 10 लोगों ने नेत्रदान और अंगदान का संकल्प लिया। निशा गोयल के निधन के बाद उनकी आंखों से दो लोगों को रोशनी मिलेगी। अब तक समिति के माध्यम...

दधिचि देहदान समिति की ओर से अभियान का हो रहा शहर में असर फोटो देहरादून, वरिष्ठ संवाददाता दधीचि देहदान समिति की ओर से चलाए जा रहे जनजागरण अभियान का असर दिखाई पड़ रहा है। रविवार को एकसाथ दस लोगों ने नेत्रदान व अंगदान का संकल्प लिया। अध्यक्ष डॉ. मुकेश गोयल ने बताया कि श्री दुर्गा माता मंदिर में आयोजित जनजागरण गोष्ठी में समिति ने अंगदान के महत्व को समझाया था, जिसमें शामिल नौ लोगों ने संकल्प लेने का आश्वासन दिया था। अब दस लोगों ने अपना संकल्प पत्र भरा और मंदिर परिसर में समिति को सौंपा। संकल्प लेने वालों में दीपक वोहरा, रणवीर सिंह थापा, देवेंद्र सिंह क्षेत्री, शीला थापा, अंजू थापा, मंजू थापा, अनूप क्षेत्री, केदार सिंह, उषा उनियाल और पूनम अग्रवाल शामिल हैं।
ये सभी किद्दूवाला, रांझावाला और तुनवाला गांव के निवासी हैं। श्री दुर्गा मंदिर के अध्यक्ष श्री दीपक वोहरा ने सभी को संकल्प पत्र भरने में सहयोग प्रदान किया और बताया कि समिति के जनजागरण अभियान से अब और भी लोग आगे आ रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इन सभी को प्रेरणा स्व. कमांडो रणजीत सेन से मिली, जिन्होंने मार्च 2024 में नेत्र व देहदान किया था। दधिचि देहदान समिति के अध्यक्ष डा. मुकेश गोयल ने उपस्थित लोगों की शंकाओं का समाधान करते हुए स्पष्ट किया कि यदि कोई संकल्पकर्ता किसी अन्य शहर में रह रहा हो, तो भी समय पर सूचना मिलने पर संकल्प को पूरा किया जा सकता है। समिति की देशभर में शाखाएं हैं और अन्य संबंधित संस्थाओं से भी उनका समन्वय है। कोषाध्यक्ष कृष्ण कुमार अरोड़ा ने बताया कि यह पहला अवसर है जब समिति के माध्यम से एक साथ दस लोगों ने सामूहिक रूप से संकल्प लिया है। अब तक समिति के माध्यम से कुल 486 लोग संकल्प ले चुके हैं, जिनमें से 18 देहदान और 43 नेत्रदान सफलतापूर्वक सम्पन्न हो चुके हैं। निशा की आंखों से मिलेगी दो लोगों को रोशनी फोटो देहरादून, वरिष्ठ संवाददाता सहारनपुर चौक स्थित गोयल स्वीट शाप के स्वामी अरविंद गोयल की पत्नी 71 वर्षीय निशा गोयल का रविवार को निधन हो गया। निधन के बाद उनकी आंखों से दो लोगों को रोशनी मिलेगी। निशा ने नेत्रदान का संकल्प लिया था। उनके निधन की सूचना मिलते ही श्री महंत इंद्रेश अस्पताल (एसएमआइ) की नेत्र विभाग की टीम तत्काल उनके निवास पर पहुंची और समय पर दोनों कार्निया सुरक्षित निकाले गए। मृतका के पति अरविंद गोयल ने कहा कि निशा का सपना था कि उनकी आंखों से कोई और दुनिया देख सके। आज वह सपना पूरा हुआ। हमें संतोष है कि हम उनके इस संकल्प को निभा सके। दधिचि देहदान समिति के अध्यक्ष डा. मुकेश गोयल ने बताया कि निशा गोयल न केवल अपने पति के साथ व्यवसाय में सहभागी रहीं, बल्कि समाज सेवा में भी सक्रिय भूमिका निभाती रहीं।यह दधीचि देहदान समिति के माध्यम से हुआ 43वां नेत्रदान है।उनका योगदान आने वाली पीढ़ियों को नेत्रदान के प्रति जागरूक करेगा। उन्होंने बताया कि अब तक 486 लोगों ने समिति के माध्यम से संकल्प लिया है, जिनमें से 43 नेत्रदान और 18 देहदान हो चुके हैं।
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