Jamarani Dam Construction Haldwani Residents to Not See Gaula River for a Year हल्द्वानी में एक साल तक नहीं दिखेगी गौला, Haldwani Hindi News - Hindustan
Hindi NewsUttarakhand NewsHaldwani NewsJamarani Dam Construction Haldwani Residents to Not See Gaula River for a Year

हल्द्वानी में एक साल तक नहीं दिखेगी गौला

जमरानी बांध के निर्माण के बाद हल्द्वानी के लोगों को एक साल तक गौला नदी नहीं दिखाई देगी। बांध की झील को भरने में एक साल लगेगा, जिसमें 208.06 मिलियन घन मीटर पानी जमा होगा। इस दौरान, नदी के हालात सूखे...

Newswrap हिन्दुस्तान, हल्द्वानीMon, 12 May 2025 11:32 AM
share Share
Follow Us on
हल्द्वानी में एक साल तक नहीं दिखेगी गौला

देवेन्द्र रौतेला हल्द्वानी। जमरानी बांध निर्माण के बाद एक साल तक हल्द्वानी के लोगों को गौला नदी नहीं दिखाई देगी। बांध में बनने वाली झील को भरने में एक साल का समय लगेगा। दस किमी लंबी बनने वाली झील में 208.06 मिलियन घन मीटर पानी जमा होगा। ऐसे में बरसात के मौसम में भी नदी के हालात सूखे जैसे बने रहेंगे। हल्द्वानी की लाइफ लाइन गौला नदी के अपर स्ट्रीम में जमरानी बांध का निर्माण किया जा रहा है। नदी की दिशा का रुख मोड़ने को टनल बनाने का कार्य तेज गति से किया जा रहा है, इसके बाद यहां मुख्य बांध का निर्माण शुरू किया जाएगा।

2028 तक इसे बनाए जाने का लक्ष्य तय किया है। बांध निर्माण के बाद इसे भरने के लिए नदी का पानी आगे बहने से रोक दिया जाएगा। यहां बनने वाली दस किमी लंबी झील में 208.06 मिलियन घन मीटर पानी जमा होगा। जमरानी परियोजना के अभियंताओं के अनुसार इसमें से 80 प्रतिशत पानी जहां मानसून के चार माह में जमा होगा, वहीं गौला नदी में पानी कम होने से बाकी का 20 प्रतिशत पानी भरने मे आठ माह का समय लगेगा। ऐसे में करीब एक साल तक गौला, बांध की झील को भरने का काम करेगी। ऐसे में बांध से आगे नदी के हालात सूखे जैसे रहेंगे। ऐसे में हल्द्वानी में नदी रोखड़ के रूप में मौजूद रहेगी। 150.6 मीटर ऊंचा बनेगा बांध पेयजल और सिंचाई की मांग को पूरा करने के लिए बनाया जा रहा जमरानी बांध 150.6 मीटर ऊंचा होगा। इसे बनाए जाने में 25 लाख घन मीटर कंक्रीट का उपयोग किया जाएगा। सिंचाई विभाग की जमरानी परियोजना ने हर दिन तीन हजार घन मीटर कंक्रीट को बांध निर्माण के लिए लगाने का लक्ष्य तय किया है। कृषि के साथ वन भूमि समाएगी झील में जमरानी बांध में नदी का पानी भरने के बाद बनने वाली झील में यहां मौजूद छह गांवों के ग्रामीणों की 50 हेक्टेयर निजी भूमि के साथ ही 350 हेक्टेयर वनभूमि डूब जाएगी। ग्रामीणों को मुआवजे के साथ ही किच्छा के प्रार्ग फार्म में कृषि भूमि का आवंटन किया जा रहा है। बांध निर्माण के बाद जमरानी में बनने वाली झील में 208.06 मिलियन घन मीटर पानी जमा होगा। इसमें एक साल का समय लगेगा। बीबी पांडे, उप महाप्रबंधक जमरानी परियोजना

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।