हरिद्वार मनसा देवी रोपवे टेंडर में नेता प्रतिपक्ष ने उठाए सवाल
हरिद्वार मनसा देवी रोपवे टेंडर मामले में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि टेंडर में अनुभवहीन कंपनियों को शामिल करके सुरक्षा को खतरे में डाला गया है। उच्च...

हल्द्वानी, वरिष्ठ संवाददाता। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने हरिद्वार मनसा देवी रोपवे टेंडर मामले को राज्य में व्याप्त भ्रष्टाचार का उदाहरण बताते हुए सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह मामला न केवल भ्रष्ट सिस्टम को उजागर करता है, बल्कि लोगों की जान से खिलवाड़ का भी सबूत है। नेता प्रतिपक्ष आर्य ने शनिवार को प्रेस को जारी बयान में कहा कि हरिद्वार नगर निगम ने मनसा देवी रोपवे के संचालन और रखरखाव के लिए टेंडर जारी किया था, जिसमें केवल रोपवे अनुभव वाली कंपनियों को शामिल किया गया था, लेकिन बाद में चुपके से पात्रता मानदंड बदलकर अस्पताल, पुल, हाईवे और टेलीकॉम सेक्टर की कंपनियों को भी बोली में शामिल कर लिया गया।
यह बदलाव नगर आयुक्त नंदन कुमार ने बिना नगर निगम बोर्ड की मंजूरी के किए, जिससे प्रक्रियागत पारदर्शिता और सुरक्षा पर सवाल उठे। उन्होंने कहा कि अनुभवहीन कंपनियों को शामिल करने से रोपवे की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है। इस टेंडर के खिलाफ उत्तराखंड उच्च न्यायालय में मामला दायर किया गया, जिसने संशोधित टेंडर पर रोक लगाते हुए इसे मानव जीवन के लिए खतरा करार दिया। कोर्ट ने सरकार को भी फटकार लगाई। उन्होंने सवाल उठाया कि 44 साल से रोपवे संचालित करने वाली कंपनी को बाहर करने के लिए सड़क निर्माण जैसी असंबंधित कंपनियों को टेंडर में क्यों शामिल किया गया। उन्होंने कहा कि इससे यात्री सुरक्षा और प्रशासनिक जवाबदेही पर गंभीर चिंताएं पैदा हुई हैं। उन्होंने सरकार से इस मामले की निष्पक्ष और विस्तृत जांच की मांग की है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।