एसबीआई खाते की अनिवार्यता हटाने की मांग की
हल्द्वानी में श्रमिकों ने श्रम विभाग द्वारा पंजीकरण प्रक्रिया के लिए भारतीय स्टेट बैंक के खाते को अनिवार्य बनाए जाने पर नाराजगी जताई। ओखलकांडा विकासखंड में एसबीआई की सीमित पहुंच के कारण ग्रामीणों को...

हल्द्वानी। श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिकों की सेवा सुविधाओं से जुड़ी प्रक्रिया के लिए भारतीय स्टेट बैंक के खाते को अनिवार्य किए जाने पर श्रमिकों ने नाराजगी जताई है। श्रमिकों के अनुसार भीमताल विधानसभा के दूरस्थ क्षेत्रों विशेषकर ओखलकांडा विकासखंड में एसबीआई की सीमित पहुंच के कारण उन्हें भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। सामाजिक कार्यकर्ता नारायण सिंह बर्गली और राज्य आंदोलनकारी हरीश पनेरु ने इस व्यवस्था को जनविरोधी बताते हुए कहा कि ओखलकांडा क्षेत्र में एकमात्र एसबीआई शाखा भीड़ापानी में है, जिससे दूर-दराज के ग्रामीणों को बैंक खाता खुलवाने के लिए लंबा सफर तय करना पड़ता है। सोमवार को श्रमायुक्त को ज्ञापन देकर इस अनिवार्यता को हटाकर अन्य बैंक खाते को भी पंजीकरण प्रक्रिया में स्वीकार करने की मांग की।
उन्होंने कहा कि अगर ऐसा संभव न हो तो कम से कम अन्य राष्ट्रीयकृत बैंकों जैसे बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक आदि के खातों को भी मान्य किया जाए। इस दौरान उपश्रमायुक्त कमल जोशी की ओर मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया गया।
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