पिथौरागढ़ : जिला अस्पताल में रोगियों को उपचार में छूटे पसीने
पर्ची काउंटर से उपचार के लिए लंबी लाइन लगाने को मजबूर हुए रोगी पर्ची काउंटर से उपचार के लिए लंबी लाइन लगाने को मजबूर हुए रोगी ::दिक्कत::: - जनपद में

पिथौरागढ़, संवाददाता। जिला अस्पताल में रोगियों की भीड़ उमड़ रही है। सुदूरवर्ती क्षेत्र से आ रहे रोगी घंटों लाइन में लगकर पर्ची कटवा रहे हैं। इसके बाद डॉक्टर के पास भी उन्हें अपनी बारी आने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। जिससे यहां उपचार को आ रहे रोगियों को दिखाने में पसीने छूट रहे हैं। वायरल बुखार, पीलिया के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। जिला अस्पताल में ओपीडी एक हजार से पार पहुंच गई। अधिकांश मरीज पीलिया रोग से ग्रस्त हो रहे हैं। निजी अस्पतालों में भी पीलिया, पेट दर्द के मरीजों की संख्या में भी इजाफा हुआ है।
बदलते मौसम में लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। उल्टी, पेटदर्द, बुखार और भूख नहीं लगने की शिकायत होने पर लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं। पेट दर्द, घुटनों में दर्द के मरीज भी उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। जांच के बाद उनमें पीलिया होने की पुष्टि हो रही है। सोमवार को जिला अस्पताल में एक हजार से अधिक ओपीडी पहुंच गई। अस्पताल में 100 में से लगभग 45 मरीज पीलिया संक्रमित मिल रहे हैं। इसमें बच्चों से लेकर व्यस्क भी शामिल हैं। अधिकांश 8 से 22 साल के युवा इसमें सर्वाधिक चपेट में आ रहे हैं। दूषित खानपान, पानी के माध्यम से माध्यम से पीलिया व वायरल बुखार की संभावना जताई है। चिकित्सक मरीजों को पानी उबालकर पीने,शुद्ध खानपान रखने व दिक्कत होने पर उपचार कराने की सलाह दे रहे हैं। इधर कई रोगियों ने कहा कि उन्हें भारी भीड़ के कारण लंबी प्रतीक्षा के बाद निजी अस्पतालों में दिखाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। स्कूली बच्चे सबसे अधिक प्रभावित पिथौरागढ़। वायरल बुखार, पीलिया से सबसे अधिक छोटे बच्चे प्रभावित हो रहे हैं। अस्पताल में 8 से 22 साल तक के बच्चे उपचार के लिए पहुंचे रहे हैं, जिनमें अधिकांश पीलिया की समस्या से ग्रसित हैं। वयस्कों में पीलिया काफी कम है पर बुखार, पेट दर्द की शिकायत अधिक मिल रही है। सामाजिक संगठनों से जुडे लोगों ने स्कूलों में उपलब्ध कराए जा रहे पानी की जांच की मांग की है। 120 की क्षमता 140 से अधिक रोगी हैं भर्ती पिथौरागढ़। 120 बेड के अस्पताल में लगभग 140 से अधिक मरीज भर्ती हैं। अस्पताल में वायरल बुखार के साथ-साथ अन्य समस्याओं को लेकर मरीज भर्ती हैं। अस्पताल के बरामदे में रोगियों का उपचार किया जा रहा है। अस्पताल प्रबंधन मरीजों की हरसंभव सहायता करने में जुटा है। पीलिया के लक्षण- -भूख कम लगना -थकान होना -आंखें पीली पड़ना -पेशाब का रंग पीला होना -खाने की नली में रुकावट होने से खून की उल्टी होना --------------- सावधानी- - खराब खाना व दूषित पानी न पीएं - नशीले पदार्थों का कम से कम सेवन करें और नशा करने से बचें - घर का बना खाना खाएं, बाहर के बने खाने से परहेज करें बदलते मौसम में वायरल बुखार, पीलिया के मरीज उपचार के लिए पहुंचे रहे हैं। लोगों को इस मौसम में उबले हुए पानी के साथ ही हल्का भोजन लेना चाहिए। ज्यादा दिक्कत होने पर चिकित्सक की सलाह लेनी जरूरी है। -डॉ.प्रशांत अधिकारी, मेडिकल ऑफीसर जिला अस्पताल पिथौरागढ़।
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