Aaj ka panchang 23 may 2025: आज अपरा एकादशी, पढ़ें आज के शुभ मुहूर्त
आज अपरा एकादशी है। 23 मई को रात 10:29 बजे तक एकादशी तिथि रहेगी, जिसके बाद द्वादशी तिथि शुरू होगी। उत्तरा भाद्रपद दोपहर 4:02 बजे तक रहेगा,

आज अपरा एकादशी है। 23 मई को रात 10:29 बजे तक एकादशी तिथि रहेगी, जिसके बाद द्वादशी तिथि शुरू होगी। उत्तरा भाद्रपद दोपहर 4:02 बजे तक रहेगा, उसके बाद रेवती नक्षत्र लग जाएगा। शुक्रवार को चंद्रमा मीन राशि में और सूर्य वृषभ राशि में रहेगा। सूर्य के सुबह 5:26 बजे उदय होने और शाम 7:10 बजे अस्त होने का अनुमान है। 24 मई को चंद्रमा के सुबह 2:57 बजे उदय होने और दोपहर 3:03 बजे अस्त होने की उम्मीद है। आज से पंचक भी शुरू हो रहे हैं।
23 मई, शुक्रवार, शक संवत्: 02 ज्येष्ठ (सौर) 1947, पंजाब पंचांग: 09 ज्येष्ठ मास प्रविष्टे 2082, इस्लाम: 24 जिल्काद 1446,विक्रमी संवत्: ज्येष्ठ कृष्ण एकादशी रात्रि 10.30 बजे तक पश्चात, प्रीति योग सायं 06.36 मिनट तक पश्चात आयुष्मान योग, बव करण, चंद्रमा मीन राशि में (दिन-रात)। सूर्य उत्तरायण। सूर्य उत्तर गोल। ग्रीष्म ऋतु। प्रातः 10.30 बजे से दोपहर 12 बजे तक राहुकालम्। पंचक। अपरा एकादशी व्रत। गण्डमूल सायं 04.03 बजे से।
एकादशी तिथि प्रारंभ : 22 मई 2025 की रात 8.25 बजे एकादशी तिथि समाप्त : 23 मई 2025 की संध्या 6.10 बजे
व्रत पारण (व्रत खोलने का समय) : 24 मई 2025 को सुबह 5.26 से 8.11 बजे तक पूजन विधि : प्रात:काल ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लें।
अचला एकादशी, जिसे अपरा एकादशी भी कहा जाता है,यह व्रत ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को आता है और भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन श्रद्धालु उपवास रखकर श्रीहरि की आराधना करेंगे। इससे उन्हें पापों से मुक्ति और मोक्ष की प्राप्ति होती है। अचला एकादशी का अर्थ है 'अचल' यानी अडिग या स्थिर। यह व्रत विशेष रूप से उन लोगों के लिए उत्तम है जो जीवन में सफलता, सम्मान और मोक्ष की प्राप्ति की कामना करते हैं।